रांचीः झारखंड विधानसभा के मौजूदा बजट सत्र में शुक्रवार को सदन में अजीब स्थिति उत्पन्न हो गयी. प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू होने से पहले पक्ष और विपक्ष के सदस्य वेल में चले आये. दोनों पक्षों के बीच तनातनी जैसी स्थिति उतपन्न हो गयी. इसके बाद सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
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सदन की कार्यवाही शुरू होने के थोड़ी देर बाद ही सीपी सिंह ने खड़े हो होकर जैसे ही राहुल गांधी के नाम के साथ पप्पू शब्द जोड़ा कांग्रेस के सदस्य उत्तेजित हो गए. कांग्रेस के नमन विक्सल कोनगाड़ी, इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला समेत अन्य सदस्य वेल में चले आए. इसके बाद बीजेपी के भी सदस्य वेल में आ गए. दोनों पक्षों में तनातनी जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई. हालांकि इस बीच प्रदीप यादव, वैद्यनाथ राम, मंत्री जगरनाथ महतो, बादल पत्रलेख समेत अन्य लोगों ने बीच-बचाव किया तब जाकर मामला शांत हुआ. सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक बांह चढ़ाकर एक दूसरे के सामने खड़े हो गए. हालांकि स्थिति भांपते हुए स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
दरअसल जैसे ही प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू हुई, बीजेपी के भानु प्रताप शाही ने भूख से मौत का मामला उठाया और असेंबली की कमेटी बनाने की मांग रखी. इस पर झामुमो के सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में भी भूख से मौत हुई है. अगर उनमें असेंबली कमेटी बनी हो तब इस मामले में भी कमेटी बननी चाहिए. इस पर शाही ने कहा कि यह यह दलित की मौत का मामला है और इसे सरकार को गंभीरता से लेना चाहिए. उन्होंने यहां तक कहा कि उन्हें सदन में बैठने का शौक नहीं है. सरकार को इस बाबत असेंबली कमेटी बनाकर जांच करनी चाहिए.