रांची: राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं ने लालू प्रसाद यादव से पार्टी संगठन को लेकर गुहार लगाई है. उनका कहना है कि राष्ट्रीय जनता दल झारखंड में धीरे-धीरे कमजोर होता जा रहा है. ऐसे में इस बारे में पार्टी के नेताओं को सोचने की आवश्यकता है. झारखंड में राजद का एक बहुत बड़ा जनाधार है, लेकिन झारखंड राजद कमेटी को भंग कर दिए जाने के कारण यहां पार्टी धीरे-धीरे कमजोर होती जा रही है.
वहीं, राजद नेताओं की नाराजगी इस बात पर भी देखी गई कि 20 सूत्री और 15 सूत्री कार्यक्रम में राजद के नेताओं और कार्यकर्ताओं को कोई विशेष जगह नहीं दी गई है. राजद नेताओं ने अपनी नाराजगी राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से जाहिर की है. पार्टी के पूर्व उपाध्यक्ष राजेश यादव ने कहा कि झारखंड में राजद का बहुत बड़ा जनाधार है अल्पसंख्यक, यादव और पिछड़ों को राष्ट्रीय जनता दल पर बहुत भरोसा है. लेकिन 20 सूत्री और 15 सूत्री कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को जगह नहीं मिलना राजद को झारखंड में कमजोर करने की कोशिश है.
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वहीं, मुस्तफा अंसारी ने कहा कि जब झारखंड में एनडीए की सरकार थी तो उनके जुल्म और सितम से त्रस्त होकर झारखंड में यूपीए गठबंधन की सरकार बनी. लेकिन हेमंत सरकार में भी शीर्ष नेताओं ने राजद के नेताओं पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया है. राजद में चल रहे हैं अंदरूनी खींचतान को लेकर राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के दिशा निर्देश पर झारखंड में पार्टी के सभी कमेटियों को भंग कर दिया गया है. जिसके बाद से ही बिना कमेटी के झारखंड में राष्ट्रीय जनता दल चल रहा है.