ETV Bharat / city

झारखंड में बढ़ रहा है जापानी इंसेफेलाइटिस का खतरा, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया गाइडलाइन

झारखंड में जापानी इंसेफेलाइटिस (Japanese Encephalitis) का खतरा लगातार बढ़ रहा है. जमशेदपुर में एक महिला की मौत इंसेफेलाइटिस से हो गई थी. जिसके बाद जिला प्रशासन अलर्ट है. जापानी इंसेफेलाइटिस वैसे स्थानों पर फैलता है, जहां पशु पक्षी और मनुष्य साथ-साथ रहते हैं. सुअर भी जापानी इंसेफेलाइटिस को फैलाने में मुख्य भूमिका निभाते हैं.

ETV Bharat
मच्छर से सावधान
author img

By

Published : Sep 16, 2021, 7:58 PM IST

Updated : Sep 16, 2021, 8:39 PM IST

रांची: झारखंड में खतरनाक जापानी इंसेफेलाइटिस (Japanese Encephalitis) का खतरा लगातार बढ़ रहा है. अभी हाल ही में जमशेदपुर में 49 वर्षीय महिला की मौत इंसेफेलाइटिस से हो गई थी. जिसके बाद सभी जिले के डीसी और सिविल सर्जन को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है. वहीं जापानी इंसेफेलाइटिस को लेकर लोगों में जागरूकता लाने के लिए IEC अभियान चलाने को कहा गया है.

इसे भी पढे़ं: कोरोना संक्रमण नियंत्रित, पर बच्चों में वायरल फीवर और जापानी इंसेफेलाइटिस ने स्वास्थ्य विभाग की बढ़ाई चिंता

क्या होता है जापानी इंसेफेलाइटिस

जापानी इंसेफेलाइटिस एक वायरल बीमारी है. जो मादा क्यूलेक्स मच्छर द्वारा फैलता है. यह मच्छर धान के खेत मे जमे पानी में या ऐसे जलाशय, जिसमें हरे भरे पत्ते जमा हो वहां पनपते हैं.

देखें पूरी खबर


कैसे फैलता है जापानी इंसेफेलाइटिस

जापानी इंसेफेलाइटिस वैसे स्थानों पर फैलता है, जहां पशु पक्षी और मनुष्य साथ-साथ रहते हैं. सुअर भी जापानी इंसेफेलाइटिस को फैलाने में मुख्य भूमिका निभाते हैं.

इसे भी पढे़ं: इंसेफेलाइटिस प्रभावित 5 राज्यों में 22 महीने में 97 लाख घरों में पहुंचा नल का पानी



क्या है जापानी इंसेफेलाइटिस के लक्षण

जापानी इंसेफेलाइटिस होने पर सिर में दर्द, तेज बुखार, बेहोशी, शरीर मे कंपन, उल्टी आना, गर्दन अकड़ जाना और मिर्गी जैसे लक्षण होते हैं.



कैसे करें बचाव


जापानी इंसेफेलाइटिस से बचाव के लिए पानी जमे धान के खेतों में निम्बक पत्ते का प्रयोग करें, मच्छरदानी लगा कर सोएं, घर के आसपास साफ सफाई रखें, सुअरों को घर से दूर रखें और बुखार होने पर तत्काल किसी अच्छे डॉक्टर से या पास के सरकारी अस्पताल में दिखाएं.



किस जिले में मिले हैं कितने जापानी इंसेफेलाइटिस के केस

जिलामरीज
बोकारो02
चतरा01
देवघर02
पूर्वी सिंहभूम08
गढ़वा01
गिरिडीह01
गुमला03
हजारीबाग02
खूंटी01
रामगढ़04
रांची04
सरायकेला03


राज्य में अभी तक 458 सैम्पल के टेस्ट में 12 जिले में 32 केस जापानी इंसेफेलाइटिस के मिल चुके हैं और पूर्वी सिंहभूम में 02 लोगों की इससे मौत भी हो चुकी है.

इसे भी पढे़ं: रांचीः जापानी इंसेफेलाइटिस से बच्चों को बचाने के लिए तेजी से टीके लगाने के आदेश


रिम्स में भी पहुंच रहे हैं JE के केस

राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स में भी JE के केस आ रहे हैं.

राज्य के 17 जिलों में चल रहा है JE टीकाकरण


राज्य में 15 वर्ष तक के किशोर को JE की वैक्सीन दी जाती है. खूंटी, देवघर, गोड्डा, कोडरमा, सिमडेगा, गुमला और लोहरदगा में भी JE टीकाकरण शुरू करने पर मंथन चल रहा है.

रांची: झारखंड में खतरनाक जापानी इंसेफेलाइटिस (Japanese Encephalitis) का खतरा लगातार बढ़ रहा है. अभी हाल ही में जमशेदपुर में 49 वर्षीय महिला की मौत इंसेफेलाइटिस से हो गई थी. जिसके बाद सभी जिले के डीसी और सिविल सर्जन को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है. वहीं जापानी इंसेफेलाइटिस को लेकर लोगों में जागरूकता लाने के लिए IEC अभियान चलाने को कहा गया है.

इसे भी पढे़ं: कोरोना संक्रमण नियंत्रित, पर बच्चों में वायरल फीवर और जापानी इंसेफेलाइटिस ने स्वास्थ्य विभाग की बढ़ाई चिंता

क्या होता है जापानी इंसेफेलाइटिस

जापानी इंसेफेलाइटिस एक वायरल बीमारी है. जो मादा क्यूलेक्स मच्छर द्वारा फैलता है. यह मच्छर धान के खेत मे जमे पानी में या ऐसे जलाशय, जिसमें हरे भरे पत्ते जमा हो वहां पनपते हैं.

देखें पूरी खबर


कैसे फैलता है जापानी इंसेफेलाइटिस

जापानी इंसेफेलाइटिस वैसे स्थानों पर फैलता है, जहां पशु पक्षी और मनुष्य साथ-साथ रहते हैं. सुअर भी जापानी इंसेफेलाइटिस को फैलाने में मुख्य भूमिका निभाते हैं.

इसे भी पढे़ं: इंसेफेलाइटिस प्रभावित 5 राज्यों में 22 महीने में 97 लाख घरों में पहुंचा नल का पानी



क्या है जापानी इंसेफेलाइटिस के लक्षण

जापानी इंसेफेलाइटिस होने पर सिर में दर्द, तेज बुखार, बेहोशी, शरीर मे कंपन, उल्टी आना, गर्दन अकड़ जाना और मिर्गी जैसे लक्षण होते हैं.



कैसे करें बचाव


जापानी इंसेफेलाइटिस से बचाव के लिए पानी जमे धान के खेतों में निम्बक पत्ते का प्रयोग करें, मच्छरदानी लगा कर सोएं, घर के आसपास साफ सफाई रखें, सुअरों को घर से दूर रखें और बुखार होने पर तत्काल किसी अच्छे डॉक्टर से या पास के सरकारी अस्पताल में दिखाएं.



किस जिले में मिले हैं कितने जापानी इंसेफेलाइटिस के केस

जिलामरीज
बोकारो02
चतरा01
देवघर02
पूर्वी सिंहभूम08
गढ़वा01
गिरिडीह01
गुमला03
हजारीबाग02
खूंटी01
रामगढ़04
रांची04
सरायकेला03


राज्य में अभी तक 458 सैम्पल के टेस्ट में 12 जिले में 32 केस जापानी इंसेफेलाइटिस के मिल चुके हैं और पूर्वी सिंहभूम में 02 लोगों की इससे मौत भी हो चुकी है.

इसे भी पढे़ं: रांचीः जापानी इंसेफेलाइटिस से बच्चों को बचाने के लिए तेजी से टीके लगाने के आदेश


रिम्स में भी पहुंच रहे हैं JE के केस

राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स में भी JE के केस आ रहे हैं.

राज्य के 17 जिलों में चल रहा है JE टीकाकरण


राज्य में 15 वर्ष तक के किशोर को JE की वैक्सीन दी जाती है. खूंटी, देवघर, गोड्डा, कोडरमा, सिमडेगा, गुमला और लोहरदगा में भी JE टीकाकरण शुरू करने पर मंथन चल रहा है.

Last Updated : Sep 16, 2021, 8:39 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.