रांची: झारखंड चुनाव में सबसे बड़े स्टार प्रचारक रहे पीएम मोदी. इन्होंने सूबे में कुल 9 सभाएं की, लेकिन इनमें कई ऐसी सीट रही जहां लोगों ने उनकी बात नहीं सुनी और वह उम्मीदवार को जीत दिला पाने में नाकाम रहे. सबसे पहले प्रधानमंत्री 25 नवंबर को गुमला आए और मिशिर कुजूर के लिए वोट मांगा लेकिन ये उनकी जीत सुनिश्चित नहीं कर पाए. मिशिर को जेएमएम उम्मीदवार भूषण तिर्की ने मात दी.
रघुवर दास को नहीं मिली जीत
प्रधानमंत्री मोदी ने 9 नवंबर को जमशेदपुर में भी सभा की लेकिन यहां से प्रत्याशी सीएम रघुवर दास और देवेंद्र सिंह दोनों को हार का सामना करना पड़ा. इसी दिन पीएम ने हजारीबाग के बरही में मनोज कुमार यादव के लिए भी वोट मांगा लेकिन जीत नहीं दिला सके.
राज पालिवार हारे
बीजेपी के स्टार प्रचारक मोदी एक बार फिर 15 दिसंबर को झारखंड दौरे पर आए तो राज पालिवार के लिए वोट मांगा लेकिन इन्हें हार का सामना करना पड़ा. वहीं, दुमका में लुईस मरांडी को भी हार का सामना करना पड़ा. पीएम ने 17 दिसंबर को बरहेत में भी सभा की थी लेकिन यहां भी वे हेमंत को मात देने में नाकाम रहे.
तीन प्रत्याशियों ने हासिल की जीत
हांलाकि, कुछ ऐसी भी सीटें रही जहां पीएम ने सभा की और प्रत्याशी को जीत दिलवाई. देवघर से नारायण दास, धनबाद से राज सिन्हा और बोकारो से बिरंचि नाराणय वो प्रत्याशी रहे जिन्होंने जीत हासिल की.
अमित शाह ने 11 सभा की 2 में जीते प्रत्याशी
वहीं, अमित शाह की बात करें तो उन्होंने मनिका में रघुपाल सिंह, लोहरदगा में सुखदेव भगत, चतरा में जनार्दन पासवान, सत्येंद्र नाथ, चक्रधरपुर में लक्ष्मण गिलुआ, बहरागोड़ा में कुणाल षाड़गी, गिरिडीह से निर्भय शाहबादी और पाकुड़ में बेनी गुप्ता के लिए वोट मांगा था लेकिन इन सभी हो हार का सामना करना पड़ा.
हालांकि, शाह ने बाघमारा से ढुल्लू महतो और देवघर से नारायण दास के समर्थन में सभा की थी और उन्होंने जीत हासिल की.
राहुल गांधी ने की 5 सभाएं सिर्फ 1 को मिली हार
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बड़कागांव से अंबा प्रसाद, कांके से सुरेश कुमार बैठा, खिजरी से राजेश कच्छप, महगामा से दीपिका पांडेय सिंह के लिए वोट मांगा और इन्हें जीत दिलाई हालांकि, वह राजमहल से जेएमएम प्रत्याशी केताबुद्दीन शेख को जीत नहीं दिला सकें.
वहीं, प्रियंका गांधी ने झारखंड के महासमर में सिर्फ एक ही दौरा किया और पाकुड़ में आलमगीर आलम के लिए वोट मांगा. इन्होंने भी इस चुनाव में जीत हासिल की.