ETV Bharat / city

जानिए उन सीटों पर क्या हुआ जहां PM मोदी-अमित शाह ने की सभा, क्या राहुल गांधी ने 'हाथ' किए मजबूत?

झारखंड के चुनावी मैदान में जो रण चल रहा था अब वह थम गया है. इसमें जीत का सेहरा हेमंत सोरेन के सिर पर बंधा है. पिछले 40 दिनों से चल रहे इस रण में बीजेपी-कांग्रेस सहित बाकी पार्टियों ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी. झारखंड में कई स्टार प्रचारक आए और अपनी पार्टी के लिए वोट की अपील की. हम आपको बतातें है कि आखिर उन सीटों का परिणाम क्या रहा जहां उन्होंने चुनाव प्रचार किए.

Jharkhand Assembly Election result 2019, झारखंड विधानसभा रिजल्ट, झारखंड रिजल्ट 2019, झारखंड चुनाव नतीजे, झारखंड चुनाव नतीजे 2019, झारखंड चुनाव न्यूज, jharkhand result 2019 latest, jharkhand result 2019 update, jharkhand result 2019, jharkhand assembly election result 2019, jharkhand vidhan sabha 2019 result, jharkhand vidhan sabha election result
डिजाइन इमेज
author img

By

Published : Dec 23, 2019, 7:35 PM IST

Updated : Dec 23, 2019, 8:20 PM IST

रांची: झारखंड चुनाव में सबसे बड़े स्टार प्रचारक रहे पीएम मोदी. इन्होंने सूबे में कुल 9 सभाएं की, लेकिन इनमें कई ऐसी सीट रही जहां लोगों ने उनकी बात नहीं सुनी और वह उम्मीदवार को जीत दिला पाने में नाकाम रहे. सबसे पहले प्रधानमंत्री 25 नवंबर को गुमला आए और मिशिर कुजूर के लिए वोट मांगा लेकिन ये उनकी जीत सुनिश्चित नहीं कर पाए. मिशिर को जेएमएम उम्मीदवार भूषण तिर्की ने मात दी.

रघुवर दास को नहीं मिली जीत
प्रधानमंत्री मोदी ने 9 नवंबर को जमशेदपुर में भी सभा की लेकिन यहां से प्रत्याशी सीएम रघुवर दास और देवेंद्र सिंह दोनों को हार का सामना करना पड़ा. इसी दिन पीएम ने हजारीबाग के बरही में मनोज कुमार यादव के लिए भी वोट मांगा लेकिन जीत नहीं दिला सके.

राज पालिवार हारे
बीजेपी के स्टार प्रचारक मोदी एक बार फिर 15 दिसंबर को झारखंड दौरे पर आए तो राज पालिवार के लिए वोट मांगा लेकिन इन्हें हार का सामना करना पड़ा. वहीं, दुमका में लुईस मरांडी को भी हार का सामना करना पड़ा. पीएम ने 17 दिसंबर को बरहेत में भी सभा की थी लेकिन यहां भी वे हेमंत को मात देने में नाकाम रहे.

तीन प्रत्याशियों ने हासिल की जीत
हांलाकि, कुछ ऐसी भी सीटें रही जहां पीएम ने सभा की और प्रत्याशी को जीत दिलवाई. देवघर से नारायण दास, धनबाद से राज सिन्हा और बोकारो से बिरंचि नाराणय वो प्रत्याशी रहे जिन्होंने जीत हासिल की.

अमित शाह ने 11 सभा की 2 में जीते प्रत्याशी
वहीं, अमित शाह की बात करें तो उन्होंने मनिका में रघुपाल सिंह, लोहरदगा में सुखदेव भगत, चतरा में जनार्दन पासवान, सत्येंद्र नाथ, चक्रधरपुर में लक्ष्मण गिलुआ, बहरागोड़ा में कुणाल षाड़गी, गिरिडीह से निर्भय शाहबादी और पाकुड़ में बेनी गुप्ता के लिए वोट मांगा था लेकिन इन सभी हो हार का सामना करना पड़ा.
हालांकि, शाह ने बाघमारा से ढुल्लू महतो और देवघर से नारायण दास के समर्थन में सभा की थी और उन्होंने जीत हासिल की.

राहुल गांधी ने की 5 सभाएं सिर्फ 1 को मिली हार
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बड़कागांव से अंबा प्रसाद, कांके से सुरेश कुमार बैठा, खिजरी से राजेश कच्छप, महगामा से दीपिका पांडेय सिंह के लिए वोट मांगा और इन्हें जीत दिलाई हालांकि, वह राजमहल से जेएमएम प्रत्याशी केताबुद्दीन शेख को जीत नहीं दिला सकें.
वहीं, प्रियंका गांधी ने झारखंड के महासमर में सिर्फ एक ही दौरा किया और पाकुड़ में आलमगीर आलम के लिए वोट मांगा. इन्होंने भी इस चुनाव में जीत हासिल की.

रांची: झारखंड चुनाव में सबसे बड़े स्टार प्रचारक रहे पीएम मोदी. इन्होंने सूबे में कुल 9 सभाएं की, लेकिन इनमें कई ऐसी सीट रही जहां लोगों ने उनकी बात नहीं सुनी और वह उम्मीदवार को जीत दिला पाने में नाकाम रहे. सबसे पहले प्रधानमंत्री 25 नवंबर को गुमला आए और मिशिर कुजूर के लिए वोट मांगा लेकिन ये उनकी जीत सुनिश्चित नहीं कर पाए. मिशिर को जेएमएम उम्मीदवार भूषण तिर्की ने मात दी.

रघुवर दास को नहीं मिली जीत
प्रधानमंत्री मोदी ने 9 नवंबर को जमशेदपुर में भी सभा की लेकिन यहां से प्रत्याशी सीएम रघुवर दास और देवेंद्र सिंह दोनों को हार का सामना करना पड़ा. इसी दिन पीएम ने हजारीबाग के बरही में मनोज कुमार यादव के लिए भी वोट मांगा लेकिन जीत नहीं दिला सके.

राज पालिवार हारे
बीजेपी के स्टार प्रचारक मोदी एक बार फिर 15 दिसंबर को झारखंड दौरे पर आए तो राज पालिवार के लिए वोट मांगा लेकिन इन्हें हार का सामना करना पड़ा. वहीं, दुमका में लुईस मरांडी को भी हार का सामना करना पड़ा. पीएम ने 17 दिसंबर को बरहेत में भी सभा की थी लेकिन यहां भी वे हेमंत को मात देने में नाकाम रहे.

तीन प्रत्याशियों ने हासिल की जीत
हांलाकि, कुछ ऐसी भी सीटें रही जहां पीएम ने सभा की और प्रत्याशी को जीत दिलवाई. देवघर से नारायण दास, धनबाद से राज सिन्हा और बोकारो से बिरंचि नाराणय वो प्रत्याशी रहे जिन्होंने जीत हासिल की.

अमित शाह ने 11 सभा की 2 में जीते प्रत्याशी
वहीं, अमित शाह की बात करें तो उन्होंने मनिका में रघुपाल सिंह, लोहरदगा में सुखदेव भगत, चतरा में जनार्दन पासवान, सत्येंद्र नाथ, चक्रधरपुर में लक्ष्मण गिलुआ, बहरागोड़ा में कुणाल षाड़गी, गिरिडीह से निर्भय शाहबादी और पाकुड़ में बेनी गुप्ता के लिए वोट मांगा था लेकिन इन सभी हो हार का सामना करना पड़ा.
हालांकि, शाह ने बाघमारा से ढुल्लू महतो और देवघर से नारायण दास के समर्थन में सभा की थी और उन्होंने जीत हासिल की.

राहुल गांधी ने की 5 सभाएं सिर्फ 1 को मिली हार
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बड़कागांव से अंबा प्रसाद, कांके से सुरेश कुमार बैठा, खिजरी से राजेश कच्छप, महगामा से दीपिका पांडेय सिंह के लिए वोट मांगा और इन्हें जीत दिलाई हालांकि, वह राजमहल से जेएमएम प्रत्याशी केताबुद्दीन शेख को जीत नहीं दिला सकें.
वहीं, प्रियंका गांधी ने झारखंड के महासमर में सिर्फ एक ही दौरा किया और पाकुड़ में आलमगीर आलम के लिए वोट मांगा. इन्होंने भी इस चुनाव में जीत हासिल की.

Intro:Body:

झारखंड के चुनावी मैदान में जो रण चल रहा था अब वह थम गया है. इसमें जीत का सेहरा हेमंत सोरेन के सिर पर बंधा है. पिछले 40 दिनों से चल रहे इस रण में बीजेपी-कांग्रेस सहित बाकी पार्टियों ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी. झारखंड में कई स्टार प्रचारक आए और अपनी पार्टी के लिए वोट की अपील की. हम आपको बतातें है कि आखिर उन सीटों का परिणाम क्या रहा जहां उन्होंने चुनाव प्रचार किए.



झारखंड चुनाव में सबसे बड़े स्टार प्रचारक रहे पीएम मोदी. इन्होंने सूबे में कुल 9 सभाएं की, लेकिन इनमें कई ऐसी सीट रही जहां लोगों ने उनकी बात नहीं सुनी और वह उम्मीदवार को जीत दिला पाने में नाकाम रहे. सबसे पहले प्रधानमंत्री 25 नवंबर को गुमला आए और मिशिर कुजूर के  लिए वोट मांगा लेकिन ये उनकी जीत सुनिश्चित नहीं कर पाए. मिशिर को जेएमएम उम्मीदवार भूषण तिर्की ने मात दी.



रघुवर दास को नहीं मिली जीत

प्रधानमंत्री मोदी ने 9 नवंबर को जमशेदपुर में भी सभा की लेकिन यहां से प्रत्याशी सीएम रघुवर दास और देवेंद्र सिंह दोनों को हार का सामना करना पड़ा. इसी दिन पीएम ने हजारीबाग के बरही में मनोज कुमार यादव के लिए भी वोट मांगा लेकिन जीत नहीं दिला सके. 

राज पालिवार हारे

बीजेपी के स्टार प्रचारक मोदी एक बार फिर 15 दिसंबर को झारखंड दौरे पर आए तो राज पालिवार के लिए वोट मांगा लेकिन इन्हें हार का सामना करना पड़ा. वहीं, दुमका में लुईस मरांडी को भी हार का सामना करना पड़ा. पीएम ने 17 दिसंबर को बरहेत में भी सभा की थी लेकिन यहां भी वे हेमंत को मात देने में नाकाम रहे.



तीन प्रत्याशियों ने हासिल की जीत

हांलाकि, कुछ ऐसी भी सीटें रही जहां पीएम ने सभा की और प्रत्याशी को जीत दिलवाई. देवघर से नारायण दास, धनबाद से राज सिन्हा और बोकारो से बिरंचि नाराणय वो प्रत्याशी रहे जिन्होंने जीत हासिल की. 

 

अमित शाह ने 11 सभा की 2 में जीते प्रत्याशी 

वहीं, अमित शाह की बात करें तो उन्होंने मनिका में रघुपाल सिंह, लोहरदगा में सुखदेव भगत, चतरा में जनार्दन पासवान, सत्येंद्र नाथ, चक्रधरपुर में लक्ष्मण गिलुआ, बहरागोड़ा में कुणाल षाड़गी, गिरिडीह से निर्भय शाहबादी और पाकुड़ में बेनी गुप्ता के लिए वोट मांगा था लेकिन इन सभी हो हार का सामना करना पड़ा. 

हालांकि, शाह ने बाघमारा से ढुल्लू महतो और देवघर से नारायण दास के समर्थन में सभा की थी और उन्होंने जीत हासिल की.  



राहुल गांधी ने की 5 सभाएं सिर्फ 1 को मिली हार

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बड़कागांव से अंबा प्रसाद, कांके से सुरेश कुमार बैठा, खिजरी से राजेश कच्छप, महगामा से दीपिका पांडेय सिंह के लिए वोट मांगा और इन्हें जीत दिलाई हालांकि, वह राजमहल से जेएमएम प्रत्याशी केताबुद्दीन शेख को जीत नहीं दिला सकें. 

वहीं, प्रियंका गांधी ने झारखंड के महासमर में सिर्फ एक ही दौरा किया और पाकुड़ में आलमगीर आलम के लिए वोट मांगा. इन्होंने भी इस चुनाव में जीत हासिल की.


Conclusion:
Last Updated : Dec 23, 2019, 8:20 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.