रांची: राजधानी रांची पुलिस की सतर्कता की वजह से एक व्यक्ति की जान बच गई. कांके इलाके के रहने वाले अनिल सिंह मुंडा की हत्या की प्लानिंग कर रहे तीन अपराधियों को पुलिस ने हथियार के साथ धर दबोचा है. गौरतलब है कि अनिल सिंह मुंडा को पूर्व में भी गोली मारी गई थी जिसमें वह घायल हो गए थे. जिन अपराधियों ने अनिल सिंह मुंडा को पूर्व में गोली मारी थी. वहीं, उनकी हत्या की प्लानिंग कर रहे थे.
पहले गोली मारी, अब मांग रहा था 20 लाख की रंगदारी: कांके के प्रेम नगर के रहने वाले जमीन कारोबारी अनिल सिंह मुंडा को बीते 12 फरवरी को गोली मारने वाले अपराधी ही 20 लाख की रंगदारी मांग रहे थे. रंगदारी की रकम नहीं मिलने के बाद अपराधी अनिल सिंह मुंडा की हत्या करने वाले थे, लेकिन तीनों को उससे पहले ही गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार तीनों अपराधी हथियार के साथ अनिल को गोली मारने जा रहे थे, लेकिन उससे पहले ही गिरफ्तार हो गए. गिरफ्तार अपराधियों में बिहार के मुंगेर का विश्वजीत कुमार सिंह उर्फ विक्की और हवेली खड़गपुर का सूरज कुमार सिंह और कांके चौक निवासी शुभम सिंह उर्फ गोलू शामिल है. इनके पास से एक देसी पिस्टल, दो देसी कट्टा, चार गोलियां और मैगजीन के अलावा मोबाइल, एक कार और एक बाइक बरामद किया गया है.
पहले अनिल ने ही दी थी मुकेश को मारने की सुपारी: पकड़े गए अपराधियों में विश्वजीत शार्प शूटर है, उसी ने अनिल को फोन कर कहा था वे लवकुश शर्मा बोल रहा है. जबकि कुख्यात अपराधी लवकुश से उसका कोई संबंध नहीं है. केवल दहशत फैलाने के लिए नाम का इस्तेमाल किया था. इस मामले का शनिवार को ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने खुलासा किया. ग्रामीण एसपी ने बताया कि विश्वजीत को पहले अनिल ने ही छह लाख में मुकेश को मारने की सुपारी दी थी, लेकिन विश्वजीत मुकेश के लिए काम करते हुए अनिल को ही गोली मार दी. पुलिस अब अनिल को भी हिरासत में लेकर पूरे मामले में पूछताछ करेगी.
आठ लाख रुपये मिले थी विश्वजीत को अनिल को मारने के लिए: शार्प शूटर विश्वजीत ने पुलिस के पूछताछ में यह बताया कि जमीन कारोबारी अनिल मुंडा की हत्या करने के लिए उसे आठ लाख रुपये की सुपारी दी गई थी. उसने अनिल को गोली भी मारी, लेकिन वह जिंदा बच गया. इसके बाद सुपारी की रकम नहीं मिलने पर रंगदारी मांगी और फिर हत्या की साजिश रच कर मारने निकल गए थे. इस मामले में सबसे दिलचस्प बात है कि विश्वजीत को जमीन कारोबारी अनिल सिंह मुंडा को मारने के लिए मुकेश कुजूर ने आठ लाख की सुपारी दी थी. इससे पहले अनिल ने ही मुकेश को मारने के लिए छह लाख की सुपारी विश्वजीत को ही दी थी. बाद में शुभम ने इस सुपारी की रकम को बदलकर विश्वजीत को मुकेश से अनिल की हत्या की सुपारी दिला दी. फिलहाल मुकेश अनिल पर हमला और हत्या की साजिश रचने के आरोप में जेल में बंद है.
बीएयू छात्रा के साथ रहता था लिवइन में: शूटर विश्वजीत बीएयू की छात्रा के साथ लिवइन में रहता था. उसने ओरमांझी में किराए का मकान ले रखा था. सालों से वहां रह रहा था. वह अक्सर कांके इलाके में ही आकर अड्डा जमाए रखता था. गर्लफ्रेंड को हर दिन बीएयू लाता था, वापस लेकर ओरमांझी जाता था. पुलिस ने गर्लफ्रेंड को भी हिरासत में लिया है, हालांकि घटना में उसकी कोई संलिप्तता नहीं मिली है.
जमीन विवाद बना कांड की वजह: जमीन कारोबारी अनिल सिंह मुंडा और मुकेश कुजूर के बीच काफी अरसे से विवाद चल रहा है. अनिल के करीबी दिनेश महतो ने मुकेश की हत्या की योजना बनायी. इसके लिए बिहार के शूटर विश्वजीत को छह लाख रुपये की सुपारी दी. बातचीत तय होने के बाद विश्वजीत ने मुकेश की हत्या की योजना बनायी. इसी बीच आरोपी विश्वजीत ने कांके निवासी आरोपित शुभम उर्फ गोलू से बातचीत शेयर किया. गोलू और मुकेश के बीच संबंध अच्छा था. इसके बाद गोलू ने पूरे मामले की जानकारी मुकेश को दी. मुकेश ने शुभम के जरिए उन्हीं शूटरों को आठ लाख रुपये देकर सुपारी को उल्टा कर दिया और अनिल सिंह मुंडा को निशाने पर ले लिया. इसके बाद अनिल और अजय बैठा से रंगदारी के लिए दोनों का मोबाइल नंबर भी दिया था. इसके बाद शूटर विश्वजीत ने अपने साथी सूरज, निक्कू और राजकुमार के साथ मिलकर बीते 12 फरवरी को कांके के प्रेम नगर में जमीन कारोबारी अनिल मुंडा को गोली मार दी थी. गोली लगने से घायल अनिल का 2 महीने तक अस्पताल में इलाज भी चला था.