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Ranchi Mayor: महापौर दो IAS अधिकारियों पर केंद्रीय मंत्री के जरिए दबाव बना रही हैं, क्या वाकई?

रांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा (Mayor Asha Lakra) और नगर आयुक्त मुकेश कुमार (Municipal Commissioner) के विवाद की गूंज दिल्ली तक सुनाई दे रही है. मेयर ने केंद्रीय मंत्री से नगर आयुक्त की शिकायत की है और पहल की उम्मीद की है.

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मेयर आशा लकड़ा-नगर आयुक्त मुकेश कुमार
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Published : Jul 8, 2021, 8:52 PM IST

रांचीः मेयर और नगर आयुक्त के बीच का विवाद दिल्ली पहुंच गया है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या केंद्रीय मंत्री से नगर विकास विभाग (Urban Development Department) के सचिव और नगर आयुक्त की शिकायत करके मेयर उन पर दबाव बनाना चाहती हैं. जबकि ऐसा नहीं लगता कि नगर निगम के विवाद में केंद्रीय मंत्री कोई दिलचस्पी दिखाएंगे. हालांकि मेयर ने उम्मीद जताई है कि केंद्रीय मंत्री इस मसले पर गंभीरता दिखाएंगे.

इसे भी पढ़ें- केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी से मेयर आशा लकड़ा ने की शिकायत, जानिए क्या है पूरा मामला?

रांची नगर निगम (Ranchi Municipal Corporation) की महापौर आशा लकड़ा (Mayor Asha Lakra) और नगर आयुक्त मुकेश कुमार (Municipal Commissioner Mukesh Kumar) का विवाद कोई पुराना नहीं है. आए दिन किसी ना किसी मुद्दे पर दोनों में तनातनी होती रही है. इस विवाद की गूंज अब दिल्ली तक सुनाई दे रही है. मेयर और नगर आयुक्त के बीच का विवाद कम होने की जगह बढ़ता जा रहा है. यही वजह है कि मेयर अब केंद्रीय मंत्री के माध्यम से इस विवाद को सुलझाना चाहती हैं.

रांची मेयर का मानना है कि उनकी कही बातों को तरजीह नहीं दी जा रही है, कई बार पत्राचार कर नगर आयुक्त से कई मुद्दों पर जवाब मांगा गया. लेकिन नगर आयुक्त कोई जवाब ना देते हुए नगर विकास विभाग के सचिव के निर्देशों का पालन किया जाता रहा है. इसके साथ ही बैठकर आहूत करने के निर्देश भी दिए गए, पर बैठकें नहीं हुई तो कई बार मेयर के अलावा बैठक में कोई अधिकारी नहीं पहुंचे.

मेयर की ओर से निरीक्षण कार्यक्रम में भी पदाधिकारी किनारा करते रहे. इन सब वजह को लेकर अब मेयर ने केंद्रीय मंत्री की शरण ली है. उनकी मानें तो केंद्रीय मंत्री के माध्यम से दबाव डालना उनका मकसद नहीं है. बल्कि नगरपालिका अधिनियम के प्रावधानों का पालन हो, इसके लिए उन्होंने अपनी बातों को केंद्रीय मंत्री के पास रखा है.

इसे भी पढ़ें- RMC की मेयर और नगर आयुक्त के बीच विवाद नहीं हो रहा खत्म, कई कार्य हो रहे प्रभावित

पहले जहां मेयर के निर्देश के बाद बैठकर आहूत नहीं हो पा रही थी. वहीं गुरुवार को मेयर की ओर से आहूत निगम परिषद की आपात बैठक वर्चुअल माध्यम से की गई. जिसमें रांची नगर निगम के कार्यों की समीक्षा की गई और जो भी समस्याएं थीं, उसे भी रखा गया. साथ ही कोरोना संक्रमण की तीसरे लहर की संभावना को लेकर अभी से तैयारी किए जाने को लेकर चर्चा की गई.

मेयर आशा लकड़ा ने बताया कि 53 वार्ड में डोर-टू-डोर (Door-to-Door) कचरा कलेक्शन में समस्या सामने आई है, उसको कैसे ठीक किया जाए, इस पर काम किया जाएगा, उन्होंने कहा कि नाली की सफाई हुई है, फिर भी बारिश के बाद जलजमाव की समस्या हो रही है, उसके निदान को लेकर भी चर्चा हुई है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि फिजिकली बैठक की अनुमति ली जाएगी, जिसमें अन्य सभी विषय पर चर्चा की जाएगी.

रांचीः मेयर और नगर आयुक्त के बीच का विवाद दिल्ली पहुंच गया है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या केंद्रीय मंत्री से नगर विकास विभाग (Urban Development Department) के सचिव और नगर आयुक्त की शिकायत करके मेयर उन पर दबाव बनाना चाहती हैं. जबकि ऐसा नहीं लगता कि नगर निगम के विवाद में केंद्रीय मंत्री कोई दिलचस्पी दिखाएंगे. हालांकि मेयर ने उम्मीद जताई है कि केंद्रीय मंत्री इस मसले पर गंभीरता दिखाएंगे.

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रांची नगर निगम (Ranchi Municipal Corporation) की महापौर आशा लकड़ा (Mayor Asha Lakra) और नगर आयुक्त मुकेश कुमार (Municipal Commissioner Mukesh Kumar) का विवाद कोई पुराना नहीं है. आए दिन किसी ना किसी मुद्दे पर दोनों में तनातनी होती रही है. इस विवाद की गूंज अब दिल्ली तक सुनाई दे रही है. मेयर और नगर आयुक्त के बीच का विवाद कम होने की जगह बढ़ता जा रहा है. यही वजह है कि मेयर अब केंद्रीय मंत्री के माध्यम से इस विवाद को सुलझाना चाहती हैं.

रांची मेयर का मानना है कि उनकी कही बातों को तरजीह नहीं दी जा रही है, कई बार पत्राचार कर नगर आयुक्त से कई मुद्दों पर जवाब मांगा गया. लेकिन नगर आयुक्त कोई जवाब ना देते हुए नगर विकास विभाग के सचिव के निर्देशों का पालन किया जाता रहा है. इसके साथ ही बैठकर आहूत करने के निर्देश भी दिए गए, पर बैठकें नहीं हुई तो कई बार मेयर के अलावा बैठक में कोई अधिकारी नहीं पहुंचे.

मेयर की ओर से निरीक्षण कार्यक्रम में भी पदाधिकारी किनारा करते रहे. इन सब वजह को लेकर अब मेयर ने केंद्रीय मंत्री की शरण ली है. उनकी मानें तो केंद्रीय मंत्री के माध्यम से दबाव डालना उनका मकसद नहीं है. बल्कि नगरपालिका अधिनियम के प्रावधानों का पालन हो, इसके लिए उन्होंने अपनी बातों को केंद्रीय मंत्री के पास रखा है.

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पहले जहां मेयर के निर्देश के बाद बैठकर आहूत नहीं हो पा रही थी. वहीं गुरुवार को मेयर की ओर से आहूत निगम परिषद की आपात बैठक वर्चुअल माध्यम से की गई. जिसमें रांची नगर निगम के कार्यों की समीक्षा की गई और जो भी समस्याएं थीं, उसे भी रखा गया. साथ ही कोरोना संक्रमण की तीसरे लहर की संभावना को लेकर अभी से तैयारी किए जाने को लेकर चर्चा की गई.

मेयर आशा लकड़ा ने बताया कि 53 वार्ड में डोर-टू-डोर (Door-to-Door) कचरा कलेक्शन में समस्या सामने आई है, उसको कैसे ठीक किया जाए, इस पर काम किया जाएगा, उन्होंने कहा कि नाली की सफाई हुई है, फिर भी बारिश के बाद जलजमाव की समस्या हो रही है, उसके निदान को लेकर भी चर्चा हुई है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि फिजिकली बैठक की अनुमति ली जाएगी, जिसमें अन्य सभी विषय पर चर्चा की जाएगी.

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