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रांचीः पहचान छिपाकर रिम्स में भर्ती हुई कोरोना संक्रमित प्रसूति महिला, नहीं हुई FIR - राची में महिला द्वारा संक्रमण फैलाने का आरोप

रांची के हिंदपीढ़ी की एक प्रसूती महिला ने रिम्स में अपनी पहचान छुपाकर डिलिवरी करवाने पहुंची. परिजनों ने बुंडू का पता बताकर रिम्स में भर्ती कराया गया. डिलिवरी के बाद पता चला कि महिला कोरोना वायरस से संक्रमित है.

No case was filed against a woman
महिला पर संक्रमण फैलाने का आरोप
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Published : Apr 27, 2020, 10:32 AM IST

Updated : Apr 27, 2020, 4:08 PM IST

रांचीः राजधानी रांची के रिम्स स्थित गायनी वार्ड में पहचान छुपाकर डिलीवरी कराने वाली प्रसूती और उसके परिजनों के खिलाफ अब तक केस दर्ज नहीं किया गया है, जबकि उसकी पहचान छुपाने और धोखाधड़ी की वजह से रिम्स के कई डॉक्टर, नर्स सहित कई स्टाफ संक्रमण की जद में आ गए हैं. चूंकि महिला हिंदपीढ़ी की होने के बावजूद बुंडू का पता लिखाकर डिलीवरी कराई थी. इस दौरान डॉक्टर और नर्सों ने पीपीई किट नहीं पहन रखी थी.

ये भी पढे़ं- गढ़वा में 2 बच्चे पाए गए कोरोना पॉजिटिव, कार्रवाई में जुटा प्रशासन

डिलीवरी के बाद महिला कोरोना संक्रमित निकली. इस लापरवाही और धोखाधड़ी की जानकारी मिलने के बाद भी रिम्स प्रबंधन ने अब तक केस दर्ज नहीं कराया है. जाहिर है ऐसी लापरवाही किसी एक बड़े अस्पताल के लिए ही बल्कि पूरे समाज के लिए खतरनाक है. पहचान छुपाकर और गलत जानकारी देकर डिलीवरी कराए जान से संक्रमण का खतरा बढ़ गया है.

ऐसी धोखाधड़ी घातक बन सकती है. बरियातू थाना प्रभारी सपन कुमार महथा ने बताया है कि उनके पास अब तक रिम्स प्रबंधन की ओर से कोई एफआईआर के लिए कोई आवेदन नहीं पहुंचा है.

रांचीः राजधानी रांची के रिम्स स्थित गायनी वार्ड में पहचान छुपाकर डिलीवरी कराने वाली प्रसूती और उसके परिजनों के खिलाफ अब तक केस दर्ज नहीं किया गया है, जबकि उसकी पहचान छुपाने और धोखाधड़ी की वजह से रिम्स के कई डॉक्टर, नर्स सहित कई स्टाफ संक्रमण की जद में आ गए हैं. चूंकि महिला हिंदपीढ़ी की होने के बावजूद बुंडू का पता लिखाकर डिलीवरी कराई थी. इस दौरान डॉक्टर और नर्सों ने पीपीई किट नहीं पहन रखी थी.

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डिलीवरी के बाद महिला कोरोना संक्रमित निकली. इस लापरवाही और धोखाधड़ी की जानकारी मिलने के बाद भी रिम्स प्रबंधन ने अब तक केस दर्ज नहीं कराया है. जाहिर है ऐसी लापरवाही किसी एक बड़े अस्पताल के लिए ही बल्कि पूरे समाज के लिए खतरनाक है. पहचान छुपाकर और गलत जानकारी देकर डिलीवरी कराए जान से संक्रमण का खतरा बढ़ गया है.

ऐसी धोखाधड़ी घातक बन सकती है. बरियातू थाना प्रभारी सपन कुमार महथा ने बताया है कि उनके पास अब तक रिम्स प्रबंधन की ओर से कोई एफआईआर के लिए कोई आवेदन नहीं पहुंचा है.

Last Updated : Apr 27, 2020, 4:08 PM IST

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