रांची: कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave of Corona) के दौरान ऑक्सीजन की कमी ना हो इसके लिए राज्य भर में भारत सरकार की मदद से 38 पीएसए प्लांट (PSA Plant) लगाए जा रहे हैं. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में भी 2000 लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाले पीएसए प्लांट बनकर तैयार हो गया है. इससे निकलने वाले ऑक्सीजन पाइप को रिम्स के मेडिसिन सर्जरी और अन्य वार्डों के बेड से जोड़ दिया गया है. अब पीएसए प्लांट से हर उस बेड तक आसानी से ऑक्सीजन पहुंच सकेगा, जहां-जहां पाइपलाइन बिछाया गया है.
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अब उद्घाटन का इंतजार
पीएसए प्लांट की फाइनल टेस्टिंग कर ली गई है और उसे सेटिस्फेक्ट्री का प्रमाण पत्र भी मिल गया है. अब राज्य के पहले पीएसए प्लांट को उद्घाटन का इंतजार है. जैसे ही प्लांट का उद्घाटन होगा, वैसे ही रिम्स के इंडोर में भर्ती मरीजों को आसानी से और निर्बाध गति से ऑक्सीजन मिलना शुरू हो जाएगा.
मरीजों को मिलेगा फायदा
रिम्स के कोविड-19 टास्क फोर्स के सदस्य डॉक्टर अजीत डुंगडुंग ने बताया कि नए पीएसए प्लांट से न सिर्फ कोरोना मरीजों को फायदा होगा, बल्कि उन सभी मरीजों को लाभ मिलेगा जो रिम्स में भर्ती होंगे और उन्हें तत्काल ऑक्सीजन देने की जरूरत होगी.
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सदर अस्पताल में भी बन रहा है पीएसए
केंद्र सरकार के सहयोग से रांची सदर अस्पताल में भी कम क्षमता वाले पीएसए प्लांट लगाए जा रहे हैं. वहां अभी कनेक्शन का काम बाकी है. सरकार ने अलग-अलग जिलों के लिए अलग-अलग पीएसए प्लांट लगाने की घोषणा की है.