रांची: कडरू हज हाउस के पास एनआरसी, सीएए और एनपीआर के खिलाफ पिछले डेढ़ महीनों से चल रहे धरना को समाप्त करने को लेकर मंगलवार को पूरे दिन बहसबाजी होती रही. लेकिन नतीजा सिफर ही रहा. गौरतलब है कि रांची के हज हाउस के सामने भी दिल्ली के शाहीनबाग के तर्ज पर महिलाएं धरने पर बैठी हुई है.
अंजुमन की बाते भी नकारी गई
अंजुमन इस्लामियां, रांची के अध्यक्ष मो. इबरार धरना पर बैठी महिलाओं और आंदोलन का नेतृत्व करने वालों को समझा-बुझाकर धरना समाप्त कराने कहा, लेकिन आंदोलन में शामिल लोगों ने अंजुमन के अध्यक्ष को उल्टे पांव लौटा दिया. कहा गया कि सरकार का कोई प्रतिनिधि आकर बातचीत करेगा और बातचीत में कोई सकारात्मक बातचीत होगी तभी धरना समाप्त होगा.
सुबह 11 बजे बैठक होना था. बैठक शुरु हूई, सरकार के प्रतिनिधियों का इंतजार करते रहे. आपसी बैठक में धरना जारी रखने पर सहमती बनी कि धरना जारी रखी जाए. हालांकि धरना समाप्त किए जाने की लगातार चर्चाएं होती रहीं हैं. प्रशासन के अधिकारियों ने भी धरना समाप्त कराने की बात कहीं, लेकिन लोगों ने एनपीआर, एनआरसी व सीएए पर राज्य सरकार द्वारा लागू नहीं किए जाने का प्रस्ताव लाने की मांग पर अड़े रहे.
सोमवार को हुआ था तनाव
कडरू शाहीनबाग के पास बीते सोमवार की रात हुई बस सवार बारातियों से मारपीट के मामले में एक पक्ष की ओर से एफआइआर दर्ज कराया गया है. एफआइआर बस के चालक मुकेश कुजूर ने दर्ज कराई है. जिसमें कहा गया है कि टाटी सिल्वे स्थित महिलौंग से शादी में शामिल होकर लौटने के दौरान उनकी बस रोक दी गई. इसके बाद 100 से 150 अज्ञात लोगों ने मारपीट कर दी.
बताते चलें कि बीते सोमवार की रात करीब नौ बजे शाहीनबाग के पास से बाराती बस गुजर रही थी. इस दौरान बस में बैठे युवकों ने नारेबाजी की और बस को रोककर उसमें सवार लोगों से मारपीट करने लगे. मारपीट के बाद बस सवारों ने पुरानी अरगोड़ा चौक पर हंगामा किया था. जिसके बाद पुलिस ने समझा-बुझाकर लोगों को शांत कराया.
बुधवार से लागू हो सकता है धारा 144
आए दिन हज हाउस के आसपास खराब होते माहौल को देखते हुए बुधवार से 144 लग सकता है. बुधवार को इलाके में हंगामे का अंदेशा भी है, जिसे देखते हुए रांची पुलिस को अलर्ट पर है.