रांची: केंद्र सरकार के तीन कृषि कानून पारित किए जाने के बाद लगातार किसानों ने कृषि कानून को रद्द करने की मांग की है. जिसको लेकर कई दिनों से पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों के किसान दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं. कई जगह में प्रदर्शन के दौरान किसानों के ऊपर वाटर कैनन और लाठीचार्ज प्रशासन ने किए हैं. जिसका कई जगहों पर विरोध भी देखने को मिल रहा है. इसी कड़ी में राजधानी रांची के अल्बर्ट एक्का चौक पर राष्ट्रीय ओबीसी ने कृषि कानून का विरोध किया और कृषि कानून के प्रति को जलाया गया. इसके साथ ही किसानों के किए जा रहे आंदोलन का समर्थन किया.
'सरकार है किसान विरोधी'
राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राजेश गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार ने जो कृषि कानून लाए हैं वह किसान विरोधी है. इससे किसानों को किसी भी प्रकार का कोई लाभ नहीं होने वाला है. इससे मुनाफाखोरी बढ़ेगी और कॉर्पोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार यह कानून किसानों पर थोपने का काम कर रही है.
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कृषि कानून का विरोध
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरीके से प्रशासन ने किसानों के ऊपर लाठीचार्ज, आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया है. इससे यह पता चलता है कि सरकार जबरन किसानों पर यह कानून थोपने का काम कर रही है. सरकार किसानों की बातों को सुनने का तैयार नहीं है. इस कृषि कानून का राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा पूरे देश भर में विरोध करता है और इसी कड़ी में झारखंड में इसका विरोध किया जा रहा है और आगे इसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है.