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राजभवन के सामने टाना भगतों का प्रदर्शन, कहा- आजादी के इतने साल बीतने के बाद भी उन्हें नहीं मिला हक

रांची में अपनी मांगों को लेकर टाना भगतों ने राजभवन के सामने प्रदर्शन किया. इस दौरान टाना भगतों ने कहा कि आजादी के इतने साल बीतने के बाद भी उन्हें उनका हक अब तक नहीं दिया गया है.

प्रदर्शन में शामिल टाना भगत
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Published : Oct 12, 2019, 10:26 AM IST

रांचीः राज्यभर के टाना भगतों ने अपनी कई मांगों को लेकर राजधानी के मोरहाबादी स्थित गांधी प्रतिमा के समीप एकजुट होकर राजभवन तक पैदल मार्च किया. टाना भगतों ने राज्यपाल को अपनी मांगों से अवगत कराने के लिए राजभवन के सामने प्रदर्शन किया.

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टाना भगतों का कहना है कि आजादी के वक्त इनके कई पीढ़ियों के जमीनों को अंग्रेजों ने नीलाम कर दिया. उन्होंने कहा कि आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी टाना भगतों को जमीन वापस नहीं की गई है, जबकि उन्होंने आजादी की लड़ाई में अपनी अहम भूमिका निभाई.

वर्तमान समय में भारत सरकार और राज्य सरकार के आश्वासन के बाद भी आज इनकी जमीन की समस्या बनी हुई है. अंग्रेजों द्वारा नीलाम की गई जमीन का मालिकाना हक टाना भगत खुद का मानते हैं. उनका कहना है कि बंजर जमीन को खेती योग्य बनाने, नीचे भूमि को समतल बनाने का काम उन्होंने किया. टाना भगतों ने उनके द्वारा जोती गई वन भूमि की बंदोबस्ती, अंग्रेजों द्वारा नीलाम की गई भूमि की वापसी और बिना लगान के मालगुजारी रसीद देने की मांग की है.

रांचीः राज्यभर के टाना भगतों ने अपनी कई मांगों को लेकर राजधानी के मोरहाबादी स्थित गांधी प्रतिमा के समीप एकजुट होकर राजभवन तक पैदल मार्च किया. टाना भगतों ने राज्यपाल को अपनी मांगों से अवगत कराने के लिए राजभवन के सामने प्रदर्शन किया.

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टाना भगतों का कहना है कि आजादी के वक्त इनके कई पीढ़ियों के जमीनों को अंग्रेजों ने नीलाम कर दिया. उन्होंने कहा कि आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी टाना भगतों को जमीन वापस नहीं की गई है, जबकि उन्होंने आजादी की लड़ाई में अपनी अहम भूमिका निभाई.

वर्तमान समय में भारत सरकार और राज्य सरकार के आश्वासन के बाद भी आज इनकी जमीन की समस्या बनी हुई है. अंग्रेजों द्वारा नीलाम की गई जमीन का मालिकाना हक टाना भगत खुद का मानते हैं. उनका कहना है कि बंजर जमीन को खेती योग्य बनाने, नीचे भूमि को समतल बनाने का काम उन्होंने किया. टाना भगतों ने उनके द्वारा जोती गई वन भूमि की बंदोबस्ती, अंग्रेजों द्वारा नीलाम की गई भूमि की वापसी और बिना लगान के मालगुजारी रसीद देने की मांग की है.

Intro:रांची
बाइट---टाना भगत


राजभर के टाना भगत अपनी विभिन्न मांगों को लेकर रांची के मोराबादी स्थित गांधी प्रतिमा के समीप एकजुट होकर राजभवन तक पैदल मार्च किया साथ ही राज्यपाल को अपनी मांगों से अवगत कराने के लिए राज भवन के समीप ही प्रदर्शन किया ताना भक्तों के मुताबिक आजादी के वक्त इनके पीढ़ी दर पीढ़ी भूमि को अंग्रेजों द्वारा नीलाम किया गया वही आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी ताना भगतो को भूमि वापस नहीं किया गया है। जबकि टाना भगत आजादी की लड़ाई में अपनी अहम भूमिका निभाई है


Body:वर्तमान समय में भारत सरकार तथा राज्य सरकार के आश्वासन के उपरांत भी आज इनकी भूमि की समस्या बनी हुई है अंग्रेजों द्वारा नीलामी की गई भूमि का मालिकाना हक टाना भगत खुद को मानते हैं बंजर भूमि को खेती योग बनाने,नीचे भूमि को समतल बनाने का काम किया है टाना भगत द्वारा जोत की गई वन भूमि को बंदोबस्ती तथा अंग्रेजों द्वारा नीलामी की गई भूमि की वापसी बिना लगान के मालगुजारी रसीद देने की मांग की है।


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