रांचीः कांग्रेस ने केंद्र की भाजपा सरकार पर संघीय ढांचे का उल्लंघन कर, संविधान को रौंद कर और संसदीय प्रणाली को दरकिनार कर किसान विरोधी तीन बिल पारित करने का आरोप लगाया है. इसके विरोध में झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के निर्देश पर राज्यभर में आक्रमक तरीके से आंदोलन चलाये जाने को लेकर कार्यक्रम तय किये गये हैं. इसके तहत 26 सितंबर को राज्य के सभी जिलों में पार्टी के वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से किसान विरोधी बिल के बारे में आमजन को विस्तार से जानकारी देंगे.
ये भी पढ़ें-कृषि विधेयकों के विरोध में देशभर के किसान, पुख्ता सुरक्षा इंतजाम
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता छोटू ने शुक्रवार को बताया कि प्रदेश अध्यक्ष सह राज्य के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने प्रत्येक जिले के अध्यक्ष-कार्यकारी अध्यक्ष और पर्यवेक्षकों को प्रेसवार्ता के लिए अधिकृत किया है. इसे लेकर जोनल को-ऑर्डिनेटरों, प्रवक्ताओं, मीडिया पैनलिस्टों और प्रमुख कांग्रेस जनों को जिम्मेवारी सौंपी गयी है. सुदूरवर्ती जिलों के लिए पार्टी पर्यवेक्षक शुक्रवार को ही संबंधित जिलों के लिए रवाना हो गये हैं. जबकि अन्य जिलों के लिए शनिवार को पार्टी पर्यवेक्षक अपने जिलों में पहुंच जाएंगे.
ये भी पढ़ें-वैचारिक तंत्र और राजनीतिक मंत्र साफ, हमारे लिए राष्ट्र सर्वोपरि : पीएम मोदी
उन्होंने बताया कि पार्टी पर्यवेक्षक केंद्र सरकार के जबरन पारित तीन कृषि बिल के जनविरोधी प्रावधान के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे. वहींं, पार्टी के सभी विधायक, मंत्री, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद और वरिष्ठ नेता-कार्यकर्त्ता 26 सितंबर को ‘स्पीक अप फॉर फारमर्स’ के माध्यम से सोशल मीडिया पर वीडियो भी अपलोड कर जनआंदोलन को धारदार बनाने का प्रयास करेंगे.
साथ ही 28 सितंबर को पार्टी की ओर से राजभवन तक मार्च किया जाएगा. इस कार्यक्रम में पार्टी के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, मंत्री बन्ना गुप्ता और बादल समेत अन्य विधायक-सांसद और वरिष्ठ नेता मोरहाबादी स्थित गांधी प्रतिमा से राजभवन तक मार्च करेंगे.