रांचीः आदिवासी जमीन पर हो रहे कब्जे के खिलाफ रैयतों के साथ केंद्रीय सरना समिति ने मोर्चा खोल दिया है. इन लोगों ने अरगोड़ा थाने का घेराव किया. इनका कहना है कि अरगोड़ा मौजा में रैयत और धार्मिक स्थल की जमीन पर कब्जा हो रहा है. इसमें पुलिस की मिलीभगत का भी आरोप लगाया गया. करीब घंटे भर घेराव के बाद थाना से जांच का आश्वासन दिया गया, जिसके बाद प्रदर्शन कर रहे आदिवासी वापस लौट गए.
ये भी पढ़ेंः रांची में आदिवासियों ने किया अरगोड़ा थाना का घेराव
अरगोड़ा थाने का घेराव कर रहे केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की का कहना है कि राज्य में लगातार आदिवासियों की जमीन पर गैर आदिवासियों के द्वारा कब्जा किया जा रहा है और ऐसी घटनाएं प्रशासन की मिलीभगत से होती है. जिस जमीन पर कार्य हो रहा है, वह आदिवासियों का पहनाई जमीन है. जहां आदिवासी धार्मिक और सामाजिक कार्य करते हैं. इसकी सूचना केंद्रीय सरना समिति ने पूर्व में भी थाना को दी थी. सीओ से इसकी रिपोर्ट की मांग की गई थी. लेकिन रिपोर्ट आने से पहले ही दूसरे पक्ष ने काम करना शुरू कर दिया. पूछने पर दूसरे पक्ष ने बताया कि उन्हें थाना ने स्वीकृति दी है.
रांची में आदिवासियों का प्रदर्शन
थाना में प्रदर्शन कर रहे रैयत का कहना है कि यह जमीन उनके परदादा की है. इस जमीन की किसी भी प्रकार की कोई बिक्री नहीं हुई है. इसके बावजूद वहां माफियाओं के द्वारा जमीन पर अवैध निर्माण कराया जा रहा है. जिसको लेकर पहले थाना में आवेदन दिया जा चुका है, लेकिन जबरन सीओ के रिपोर्ट के बिना थानेदार कैसे जमीन के मामले में आदेश दे सकता है. गुस्साए ग्रामीणों ने थाना का घंटों घेराव किया. निष्पक्ष जांच के आश्वासन के बाद ही आदिवासी ग्रामीण थाना से लौटे.