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CAA-NRC PROTEST: मनुवाद के लोग भारत को आजाद नहीं होने देना चाहते: सुबोध कांत सहाय

संशोधित नागरिकता कानून CAA, NRC-NPR के विरोध में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि आज भले ही देश अंग्रेजों से आजाद हो गया हो, लेकिन देश में मनुवाद के लोग इसे आजाद नहीं होने देना चाह रहे हैं. जाति धर्म के नाम पर लोगों को बांटने का काम किया जा रहा है. इसको लेकर बीजेपी विरोधी तमाम राजनीतिक दल, सामाजिक संगठन CAA, NRC-NPR का विरोध कर रहे हैं.

Protest in Jharkhand over CAA
संशोधित नागरिकता कानून का विरोध
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Published : Dec 30, 2019, 6:17 PM IST

रांची: CAA और NRC-NPR के खिलाफ सामाजिक छात्र युवा वाम लोकतांत्रिक संगठन की ओर से संयुक्त रूप से जिला स्कूल मैदान में प्रदर्शन किया गया. इस मौके पर कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय और वाम दल के नेता मौजूद रहे. देशव्यापी आंदोलन के साथ राजधानी रांची में भी डेमोक्रेटिक तरीके से चरणबद्ध आंदोलन के तहत विरोध किया जा रहा है.

वीडियो में देखें पूरी खबर

संशोधित नागरिकता कानून CAA, NRC-NPR के विरोध में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि आज भले ही देश अंग्रेजों से आजाद हो गया हो, लेकिन देश में मनुवाद के लोग इसे आजाद नहीं होने देना चाह रहे हैं. जाति, धर्म के नाम पर लोगों को बांटने का काम किया जा रहा है. इसको लेकर बीजेपी विरोधी तमाम राजनीतिक दल, सामाजिक संगठन CAA, NRC-NPR का विरोध कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- आलाकमान के निर्देश पर टीएमसी की झारखंड कमेटी भंग, नई कमेटी का जल्द होगा गठन

वाम दलों की ओर से कहा गया कि बीजेपी धर्म के आधार पर नागरिकता देने की बात कह रही है, जो संविधान के विपरीत है. सरकार NRC को लागू करना चाहती है, जिसका पहला ड्राफ्ट NRC के तहत भारत सरकार करना चाहती है और इसका देशव्यापी विरोध हो रहा है. रांची में भी चरणबद्ध तरीके से आंदोलन शुरू किया जाएगा, जिसकी शुरुआत जिला स्कूल से की गई है.

रांची: CAA और NRC-NPR के खिलाफ सामाजिक छात्र युवा वाम लोकतांत्रिक संगठन की ओर से संयुक्त रूप से जिला स्कूल मैदान में प्रदर्शन किया गया. इस मौके पर कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय और वाम दल के नेता मौजूद रहे. देशव्यापी आंदोलन के साथ राजधानी रांची में भी डेमोक्रेटिक तरीके से चरणबद्ध आंदोलन के तहत विरोध किया जा रहा है.

वीडियो में देखें पूरी खबर

संशोधित नागरिकता कानून CAA, NRC-NPR के विरोध में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि आज भले ही देश अंग्रेजों से आजाद हो गया हो, लेकिन देश में मनुवाद के लोग इसे आजाद नहीं होने देना चाह रहे हैं. जाति, धर्म के नाम पर लोगों को बांटने का काम किया जा रहा है. इसको लेकर बीजेपी विरोधी तमाम राजनीतिक दल, सामाजिक संगठन CAA, NRC-NPR का विरोध कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- आलाकमान के निर्देश पर टीएमसी की झारखंड कमेटी भंग, नई कमेटी का जल्द होगा गठन

वाम दलों की ओर से कहा गया कि बीजेपी धर्म के आधार पर नागरिकता देने की बात कह रही है, जो संविधान के विपरीत है. सरकार NRC को लागू करना चाहती है, जिसका पहला ड्राफ्ट NRC के तहत भारत सरकार करना चाहती है और इसका देशव्यापी विरोध हो रहा है. रांची में भी चरणबद्ध तरीके से आंदोलन शुरू किया जाएगा, जिसकी शुरुआत जिला स्कूल से की गई है.

Intro:नागरिकता संशोधन बिल CAA NRC का रांची के जिला स्कूल में किया गया विरोध प्रदर्शन, सही मायने में नहीं मिली है आजादी ....पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय

बाइट-- सुबोध कांत सहाय पूर्व केंद्रीय मंत्री
बाइट-- के डी सिंह वाम दल नेता

संविधान विरोध जनविरोधी काला कानून सीएए और एनआरसी एनपीआर के खिलाफ सामाजिक छात्र युवा वाम लोकतांत्रिक संगठन के द्वारा संयुक्त रूप से जिला स्कूल मैदान में इस कानून का विरोध किया गया। इस मौके पर कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय वाम दल के नेता मौजूद रहे देशव्यापी आंदोलन के साथ राजधानी रांची में भी डेमोक्रेटिक तरीके से चरम बंद आंदोलन के रूप विरोध किया जा रहा है

संशोधित नागरिकता कानून सीएए,एनआरसी विरोध में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय ने कहा कि आज भले ही देश अंग्रेजों से आजाद हो गया हो लेकिन देश में मनुवाद के लोग इसे आजाद नहीं होना देना चाह रहे हैं जाति धर्म के नाम पर लोगों को बांटने का काम किया जा रहा है इसी को लेकर भाजपा विरोधी तमाम राजनीतिक दल सामाजिक संगठन सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहे हैं





Body:बाम दलो द्वारा बताया गया कि हमारे संविधान में प्रस्तावना में निहित है कि हम भारत के लोग कहीं भी एक धर्म को छोड़कर संविधान में बात नहीं की गई है लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने इसे धर्म के आधार पर नागरिकता देने की बात कही है जो संविधान के विपरीत है और सरकार एनआरसी को लागू करना चाहती है जिसका पहला ड्राफ्ट एनआरसी के तहत भारत सरकार करना चाहती है और इसका देशव्यापी विरोध हो रहा है और झारखंड के रांची में भी चरणबद्ध तरीके से आंदोलन शुरू किया जाएगा जिसका शुरुआत जिला स्कूल से किया गया है




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