रांचीः झारखंड सरकार की ओर से जेपीएससी के अध्यक्ष अमिताभ चौधरी को नियुक्त किए जाने का विरोध आदिवासी मूलवासी छात्र मोर्चा ने अल्बर्ट एक्का चौक पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला जलाकर किया. वहीं, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए.
आदिवासी मूलवासी का अनादर
आदिवासी मूलवासी छात्र मोर्चा ने सरकार के कामकाज को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि यह सरकार वादाखिलाफी कार्य कर रही है. चुनाव पूर्व आदिवासी मूलवासियों के हितों में नारा लगाकर हम सब झारखंडियों के दिल में घुस कर पूरे झारखंड में आदिवासी और मूलवासियों का एकमात्र वोट हासिल किया और सत्ता पाते ही मुख्यमंत्री ने जनता को गुमराह करने का काम किया है. सरकार जो भी नियुक्तियां कर रही है वह बाहरी लोगों की कर रही है. इससे यहां के आदिवासी और मूलवासी ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें-मनरेगा का साइन बोर्ड गिरने से एक बच्चे की मौत, जिला प्रशासन में हड़कंप
सरकार पर मोटी रकम लेने का आरोप
आदिवासी मूलवासी छात्र मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष रंजीत तिर्की ने कहा कि जेपीएससी अध्यक्ष अमिताभ चौधरी बाहरी हैं. वहीं, सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि झारखंड में शिक्षाविद या अन्य क्षेत्र में पढ़े लिखे व्यक्ति हैं उसके बावजूद झारखंड के आदिवासियों को नकारने का काम किया गया है और बाहरी व्यक्ति को जेपीएससी जैसे पद पर नियुक्त किया गया है. जेपीएससी के अध्यक्ष पद पर अमिताभ चौधरी को नियुक्त किए जाने का विरोध करते हुए आदिवासी मूलवासी ने कहा कि मोटी रकम लेकर इस पद को बेचा गया है. उन्होंने कहा कि सरकार अभिलंब जेपीएससी अध्यक्ष अमिताभ चौधरी को नियुक्ति के फैसले को वापस नहीं लेती है तो आदिवासी मूलवासी छात्र मोर्चा सड़क पर उग्र आंदोलन करेगी. वहीं, 5 नवंबर को मोरहाबादी स्थित गांधी प्रतिमा के समीप एक दिवसीय धरना देने का आह्वान किया है.