रांचीः छठी जेपीएससी को लेकर विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. परीक्षा परिणाम आने के बाद से ही जेपीएससी के आंदोलनकारी अभ्यर्थियों ने इसमें कई त्रुटियां निकालकर मुख्यमंत्री को इससे अवगत भी कराया है. गौरतलब है कि एक बार फिर अभ्यर्थियों ने लॉकडाउन की वजह से अपने-अपने घरों से ही मशाल, मोमबत्ती, दीया जलाकर छठी जेपीएससी परीक्षा, परीक्षा का परिणाम और पूरी प्रक्रिया का विरोध किया है.
अरसे से आंदोलित इन अभ्यर्थियों का बार-बार छठी जेपीएससी की ओर से की गई गलतियों की ओर उंगली उठाई जा रही है और जेपीएससी भूल सुधार में आंदोलनकारी अभ्यर्थियों ने कट ऑफ मार्क्स के अलावा अंग्रेजी, हिंदी पेपर के क्वालीफाइंग विषय को लेकर भी अभ्यर्थियों ने विरोध दर्ज कराया है. अभ्यर्थियों का सीधे तौर पर कहना है की मेरिट के लिए इन दोनों विषयों का अंक जोड़ा जाना सही नहीं है. आरक्षण कैटेगरी के सफल अभ्यर्थियों के सेवा वितरण में भी कई गड़बड़ियां है. छठी जेपीएससी में सिर्फ और सिर्फ त्रुटियां ही है.
इसी के तहत एक बार फिर जेपीएससी के तमाम राज्य भर के आंदोलनकारी अभ्यर्थियों ने लॉकडाउन की वजह से अपने अपने घरों से ही मुख्यमंत्री तक अपनी मांग पहुंचाने के लिए मसाल दिए और मोमबत्ती जलाकर विरोध प्रकट किया है और जल्द से जल्द छठी जेपीएससी प्रक्रिया को रद्द करने की मांग की गई है.
इन मांगों को लेकर जेपीएससी आंदोलनकारी अभ्यर्थियों ने किया है विरोध.
1.छठी जेपीएससी रद्द करो.
2. छठी जेपीएससी का अधियाचना वापस लिया जाए.
3. जेपीएससी अध्यक्ष सुधीर त्रिपाठी इस्तीफा दों.
4.जेपीएससी सचिव को बर्खास्त करों.
5. छठी जेपीएससी को CBI से जांच करवाया जाए.
6. जेपीएससी अधिकारियों को जेल भेजो.