रांचीः राजधानी में दुर्गा पूजा को लेकर तैयारी शुरू हो गई है. शहर की सभी पूजा समिति ने अपने-अपने क्षेत्र में भव्य पंडाल का निर्माण कर रही है. राजधानी के बांधगाड़ी दुर्गा पूजा समिति ने भव्य पंडाल के निर्माण को लेकर दिन-रात एक कर दी है. यहां का पंडाल हर साल लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना रहता है.
कुछ वर्ष पूर्व तक बांधगाड़ी ग्रामीण इलाका होने की वजह से विकास से कोसों दूर था, लेकिन शहर के विकास के साथ-साथ बांधगाड़ी इलाके की भी सूरत बदलने लगी है. वहीं जब से यहां दुर्गा पूजा समिति का निर्माण किया गया तब से यह इलाका और भी घना एवं खूबसूरत होता गया. समिति द्वारा बनाये गये भव्य पंडाल लोगों को आकर्षित करते रहे हैं, लोग इस इलाके की तरफ भी आकर्षित होते गए.
बांधगाड़ी दुर्गापूजा समिति अपने पंडाल में सभी धर्मों के सम्मान के लिए संदेश देने में लगी है. बांधगाड़ी पूजा समिति के अध्यक्ष रमेश गोप ने बताया कि इस बार अपने पूजा पंडाल में सजावट के माध्यम से श्रद्धालुओं के बीच यह संदेश देना चाहते हैं कि देश में अमन और शांति की व्यवस्था बहाल करने के लिए सभी धर्मों का सम्मान करना बेहद जरूरी है.
पंडाल की भव्य साज-सज्जा
लगभग 5 दशकों से दुर्गा पूजा मना रही बांध गाड़ी समिति हमेशा ही अपने खास अंदाज के लिए लोगों के बीच चर्चित रही है. हमेशा ही सामाजिक कुरीतियां, सामाजिक कुव्यवस्था और समाज से जुड़ी समस्याओं को लेकर लोगों के बीच संदेश देने वाली बांध गाड़ी पूजा समिति एक बार फिर समज में भाईचारा का संदेश देने के लिये अपने पूजा पंडाल की भव्य साज-सज्जा में जुट गयी है.
27 लाख की लागत से बन रहा पंडाल
लगभग 27 लाख की लागत से बन रहे इस पूजा पंडाल के बारे में रमेश गोप बताते हैं कि इस बार इस पंडाल को बनाने के लिए बंगाल से कारीगरों को बुलाया गया है. ताकि पंडाल की सजावट पिछली बार से भी ज्यादा खूबसूरत हो. जिससे बांधगाड़ी पूजा समिति का सर्व धर्म सम्मान वाला संदेश ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच में जा सके.
ये भी पढ़ें- लालू यादव से मिले बिहार सारण जिले के दो करीबी नेता, भेंट के तौर पर दी अपने खेत की सब्जी
पंडाल देगा विशेष संदेश
वहीं, बांध गाड़ी दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष रमेश गोप ने बताया कि इस बार प्रतिमा में हम लोगों ने माता के दस हाथों में किसी भी हथियार को नहीं दिखाया है. इससे बांध गाड़ी दुर्गा पूजा समिति यह संदेश देना चाहती है कि समाज में हथियार का प्रयोग बंद करें और आपसी भाईचारा को बढ़ावा दें.
गौरतलब है कि दुर्गा पूजा में पंडालों को लेकर दुर्गा पूजा समितियों के बीच प्रतियोगिता का भी माहौल बना रहता है. ऐसे में हर पूजा समिति अपने-अपने पंडालों को ज्यादा से ज्यादा खूबसूरत बनाने की होड़ में लगी है, लेकिन बांध गाड़ी दुर्गा पूजा समिति अपने पंडाल की सजावट के माध्यम से एक बेहतर संदेश देकर अपने सामाजिक दायित्व को भी निभाती दिख रही है.