रांचीः जमशेदपुर में बुधवार को एक पित और उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली. इस घटना ने प्रदेश को झकझोरकर रख दिया. मामले को लेकर प्रदेश के डीजीपी नीरज सिन्हा (DGP Neeraj Sinha) ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. डीजीपी ने गुरुवार को बताया कि किसी भी कीमत पर दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. इस मामले को लेकर प्रदेश में बीजेपी ने प्रदेश सरकार को निशाने पर लिया है.
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डीजीपी ने कहा मिलेगा परिवार को इंसाफ
झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा ने बताया कि पिता-पुत्री की आत्महत्या के पीछे जो कोई भी दोषी है, उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पूरे मामले में पुलिस कर्मियों की भूमिका की जांच भी होगी. वहीं डीजीपी ने यह भी बताया कि उनका फोन नंबर 24 घंटे आम लोगों के लिए उपलब्ध है. किसी भी तरह की शिकायत हो या फिर किसी मदद की दरकार हो लोग बेहिचक उनसे संपर्क कर सकते हैं. अगर कहीं किसी की बात थाना में नहीं सुनी जा रही है तो वह सीधे उनसे संपर्क कर सकते हैं.
प्रदेश बीजेपी ने सरकार पर साधा निशाना, झामुमो ने कार्रवाई का दिया भरोसा
जमशेदपुर पुलिस की उदासीन रवैया के कारण दुष्कर्म (Rape) के आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने से तंग आकर पिता-पुत्री ने जान दे दी. सुसाइड नोट (Suicide Note) में जिस तरह से मृतक और उसकी 21 वर्षीय बेटी ने पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं, जिससे एक बार फिर खाकी दागदार हुई है. घटना के बाद इस पर राजनीतिक दलों ने पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़ा करते हुए कार्रवाई की मांग की जा रही है.
जमशेदपुर की घटना पर बीजेपी ने पुलिस प्रशासन पर निशाना साधा है. बीजेपी नेता प्रदीप वर्मा (BJP leader Pradeep Verma) ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि जिस तरह से राज्य में कांग्रेस-जेएमएम (Congress-JMM) की शासन-व्यवस्था है, उससे जनता हताश है, कहीं से भी न्याय की आस उन्हें नहीं है. यही वजह है कि लोग हताश होकर इस तरह की ह्रदयविदारक और आत्मघाती कदम उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि कितनी विडंबना है कि आरोपी की ओर से सरकार का संरक्षण प्राप्त कर केस उठाने की धमकी लगातार पीड़ित परिवार को देता रहा और पुलिस मुंह देखती रही.
झामुमो ने इस घटना को दुखद बताते हुए पीड़ित परिवार को पूरी न्याय मिलने का भरोसा दिया है. झामुमो प्रदेश प्रवक्ता मनोज पांडे (JMM State Spokesperson Manoj Pandey) ने कहा कि इस केस में जो भी पुलिस पदाधिकारी दोषी होंगे सरकार उनपर कारवाई करेगी और पीड़ित परिवार को जरूर न्याय मिलेगा.
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क्या है पूरा मामला
मृतक ने सुसाइड नोट (Suicide Note) में अपने और अपनी बेटी के आत्मघाती कदम उठाने के लिए अपने बड़े भाई परमजीत सिंह सैनी और उसके परिवार को जिम्मेदार ठहराया है. पत्र में मृतक ने बिष्टुपुर थाना (Bistupur Police Station) में दर्ज केस नंबर 222/2020 का जिक्र भी किया है. जिसमें उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि परमजीत सिंह और उसके साथी थाना में दर्ज इसी केस को वापस लेने का दबाव बना रहे हैं. इसको लेकर 25 जून 2021 की रात परमजीत सिंह के रिश्तेदार उसके घर में घुस आए और अपशब्द का इस्तेमाल कर केस को उठा लेने के लिए धमकाया.
दरअसल, 16 दिसंबर 2020 को बिष्टुपुर थाना में मृतक ने बड़े भाई परमजीत सिंह के खिलाफ अपनी पत्नी से दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था. अनुसंधान (Investigation) के दौरान दिसंबर 2020 में परमजीत सिंह की गिरफ्तारी का वारंट (Warrant) भी निकला, पर उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई. आरोपी का बेल भी रिजेक्ट (Bail Rejected) हो गया, फिर भी वह पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया. इधर, वो अपनी पत्नी, बेटी और पिता के साथ इस मामले को लेकर जमशेदपुर एसएसपी (Jamshedpur SSP) से मुलाकात की ओर न्याय की गुहार लगाई. लेकिन एसएसपी की चौखट पर भी उनकी गुहार अनसुनी रह गई.
उन्होंने एसएसपी को यह भी बताया था उसका भाई परमजीत सिंह नेताओं और बड़े लोगों की मदद से पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ रहा है, इससे वह तनाव में रहता है. आखिरकार उसने बुधवार शाम बेटी के साथ आत्मघाती कदम उठा लिया और ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी.