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नीति आयोग की रिपोर्ट पर सियासत, बीजेपी- काग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी - झारखंड में गरीबी पर बीजेपी की प्रतिक्रिया

नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार झारखंड देश का दूसरा सबसे गरीब राज्य है. इसे लेकर राज्य में आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी हो गया है. कांग्रेस बीजेपी पर आरोप लगा रही है तो बीजेपी इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेवार ठहरा रही है.

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नीति आयोग की रिपोर्ट पर सियासत
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Published : Nov 28, 2021, 1:00 PM IST

Updated : Nov 29, 2021, 8:54 AM IST

रांचीः नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश देश के सबसे गरीब तीन राज्यों के रूप में सामने आने के बाद झारखंड में सियासत तेज हो गयी है. सत्तारूढ़ कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए उसे इसके लिए दोषी माना है, वहीं मुख्य विपक्षी भाजपा ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए इसके लिए उसे जिम्मेवार माना है.

ये भी पढ़ेंः बिहार, झारखंड व उत्तर प्रदेश देश के सबसे गरीब राज्य : नीति आयोग

कांग्रेस नेता शमशेर आलम ने नीति आयोग की रिपोर्ट में झारखंड के देश के तीन गरीब राज्यों में शामिल होने के लिए भाजपा को जिम्मेदार मानते हुए कहा है कि राज्य गठन के बाद से सबसे ज्यादा समय सरकार भाजपा की रही है. जिस दौरान यहां के संसाधन का जमकर दोहन किया जाता रहा और यहां के लोग गरीब होते चले गए. इधर बीजेपी ने कांग्रेस के आरोप पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के शासनकाल को दोषी माना है. बीजेपी प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने झारखंड में भाजपा शासनकाल में हुए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उस समय राज्य में तेजी से विकास होता रहा. आज भी लोग रघुवर सरकार के कार्यों को याद कर रहे हैं. मगर वर्तमान सरकार ने राज्य को किस हाल में छोड़ दिया है वह जगजाहिर है.

नीति आयोग की रिपोर्ट पर सियासत

झारखंड बेहद ही गरीब राज्य

नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार जारी सूचकांक के अनुसार, बिहार की 51.91 प्रतिशत जनसंख्या गरीब है जबकि झारखंड में 42.16 प्रतिशत और उत्तर प्रदेश में 37.79 प्रतिशत आबादी गरीबी में रह रही है. सूचकांक में मध्य प्रदेश 36.65 प्रतिशत के साथ चौथे स्थान पर है. जबकि मेघालय 32.67 प्रतिशत के साथ पांचवें स्थान पर है. इस सूचकांक में केरल 0.71 प्रतिशत, गोवा 3.76 प्रतिशत, सिक्किम 3.82 प्रतिशत, तमिलनाड, 4.89 प्रतिशत और पंजाब 5.59 प्रतिशत के साथ पूरे देश में सबसे कम गरीब जनता वाले राज्य हैं और सूचकांक में सबसे नीचे हैं.

रांचीः नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश देश के सबसे गरीब तीन राज्यों के रूप में सामने आने के बाद झारखंड में सियासत तेज हो गयी है. सत्तारूढ़ कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए उसे इसके लिए दोषी माना है, वहीं मुख्य विपक्षी भाजपा ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए इसके लिए उसे जिम्मेवार माना है.

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कांग्रेस नेता शमशेर आलम ने नीति आयोग की रिपोर्ट में झारखंड के देश के तीन गरीब राज्यों में शामिल होने के लिए भाजपा को जिम्मेदार मानते हुए कहा है कि राज्य गठन के बाद से सबसे ज्यादा समय सरकार भाजपा की रही है. जिस दौरान यहां के संसाधन का जमकर दोहन किया जाता रहा और यहां के लोग गरीब होते चले गए. इधर बीजेपी ने कांग्रेस के आरोप पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के शासनकाल को दोषी माना है. बीजेपी प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने झारखंड में भाजपा शासनकाल में हुए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उस समय राज्य में तेजी से विकास होता रहा. आज भी लोग रघुवर सरकार के कार्यों को याद कर रहे हैं. मगर वर्तमान सरकार ने राज्य को किस हाल में छोड़ दिया है वह जगजाहिर है.

नीति आयोग की रिपोर्ट पर सियासत

झारखंड बेहद ही गरीब राज्य

नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार जारी सूचकांक के अनुसार, बिहार की 51.91 प्रतिशत जनसंख्या गरीब है जबकि झारखंड में 42.16 प्रतिशत और उत्तर प्रदेश में 37.79 प्रतिशत आबादी गरीबी में रह रही है. सूचकांक में मध्य प्रदेश 36.65 प्रतिशत के साथ चौथे स्थान पर है. जबकि मेघालय 32.67 प्रतिशत के साथ पांचवें स्थान पर है. इस सूचकांक में केरल 0.71 प्रतिशत, गोवा 3.76 प्रतिशत, सिक्किम 3.82 प्रतिशत, तमिलनाड, 4.89 प्रतिशत और पंजाब 5.59 प्रतिशत के साथ पूरे देश में सबसे कम गरीब जनता वाले राज्य हैं और सूचकांक में सबसे नीचे हैं.

Last Updated : Nov 29, 2021, 8:54 AM IST
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