रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के उपर हुई ईडी की कार्रवाई ने झारखंड की सियासत को गरमा दिया है. पंकज मिश्रा पर लगातार आरोप लगने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधा है.
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बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने ईडी की कारवाई को सही बताते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का अब तक रहस्यमय ढंग से चुप रहना कई सवाल खड़े कर रहा है. उन्होंने कहा कि इससे पहले जब आईएएस पूजा सिंघल पर कार्रवाई हुई थी तो मुख्यमंत्री उसी दिन मीडिया के समक्ष बयान देते हुए कहा था कि वे ईडी की गिदड़भभकी से डरने वाले नहीं हैं. इस बार जब उनके खुद विधायक प्रतिनिधि पर ईडी की कार्रवाई हुई है तो मुख्यमंत्री चुप हैं. आखिर उन्हें किस बात का डर है जबकि उनके पार्टी के कुछ नेता चिल्ला चिल्लाकर कह रहे हैं कि बीजेपी केन्द्रीय जांच एजेंसी का बेजा इस्तेमाल कर रही है.
वहीं, बीजेपी के आरोप पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने पलटवार किया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा नेता सुप्रीयो भट्टाचार्य ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा है कि जिस तरह से महाराष्ट्र में हाल ही में राजनीतिक घटना हुआ, इससे पहले मध्यप्रदेश में हुआ और झारखंड में भी जिस तरह का केन्द्रीय एजेंसी का इस्तेमाल कर भय का माहौल बनाया जा रहा है उसके बाद लोग बोलने लगे हैं कि यहां भी मिशन लोटस शुरू हो गया है. मगर जेएमएम इससे घबराने वाला नहीं है. विधायक प्रतिनिधि के उपर हुई ईडी की कार्रवाई की जानकारी समाचार पत्रों से मिली है, पार्टी ईडी के द्वारा आधिकारिक बयान या विज्ञप्ति का इंतजार कर रही है उसके बाद पार्टी फोरम पर निर्णय लिया जाएगा.
सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि साहिबगंज में ईडी के छापेमारी जैसे गंभीर विषय को बिना किसी आधिकारिक पुष्टि के सीधे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ जोड़ दिया जाता है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के विधान पार्षद का कहीं नाम नहीं आया, लेकिन मुख्यमंत्री का नाम हर तरफ चला. कई ने तो उनके विधायक प्रतिनिधि को हिरासत में लेने तक की बात की. कई ने गिरफ्तार तक कह दिया, लेकिन जो उनके पास जानकारी है उसके अनुसार वह रुद्रप्रयाग में एक आयुर्वेदिक औषधालय में इलाज करवा रहे थे उसके बाद वह झारखंड लौट रहे हैं.
झामुमो नेता और मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा सहित 14 लोगों के 18 ठिकानों पर ईडी ने शुक्रवार को छापेमारी की जिसमें करीब तीन करोड़ रुपये नकद सहित कई दस्तावेज बरामद किये गए हैं. पंकज मिश्रा पर बरहरवा थाना में दर्ज टेंडर मैनेज करने संबंधित मामले में कारवाई हुई है. फिलहाल ईडी पंकज मिश्रा से पूछताछ कर जब्त दस्तावेज को खंगालने में जुटी है. पंकज मिश्रा को संथाल में अघोषित मुख्यमंत्री कहा जाता है. ईडी की नोटिस के बाद उन्होंने रांची में पिछले दिनों ईडी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान भी दिये थे.