रांची: कोरोना संक्रमण के एक बार फिर तेजी से बढ़ने को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है, लेकिन हैरत की बात यह है कि माननीय ही इसकी धज्जियां उड़ा रहे हैं. ऐसे में आम लोगों से कैसे उम्मीद की जा सकती है. वर्तमान में बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए शुक्रवार से शुरू होने वाले बजट सत्र में एंट्री के लिए सभी लोगों की कोरोना जांच भी अनिवार्य की गई है. इसके अलावा जिला प्रशासन की ओर से संक्रमण की रोकथाम के लिए निषेधाज्ञा भी लगाई गई है. लेकिन सत्ताधारी दल ही नहीं बल्कि विपक्ष कोरोना संक्रमण से बचाव के गाइडलाइन की अनदेखी करता दिख रहा है.
ये भी पढ़ें: कोरोना के तीसरे स्ट्रेन की दस्तक, झारखंड में स्वास्थ विभाग ने जारी किया अलर्ट
कोरोना को लेकर जारी है अलर्ट
दरअसल, स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक बार फिर कोरोना के बढ़ते प्रभाव को लेकर अलर्ट जारी किया है, लेकिन खुद झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता समेत कांग्रेस पार्टी के मंत्री, नेता, कार्यकर्ता बिना बचाव के गाइडलाइन का पालन करते दिख रहे हैं. ऐसा नहीं है कि सिर्फ कांग्रेस पार्टी कोरोना संक्रमण से बचाव के गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाने में आगे है. बल्कि विपक्ष और केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी के सांसद, विधायक, नेता भी कोरोना से बचाव के गाइडलाइन के पालन की अनदेखी करते नजर आ रहे हैं. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सबसे अहम माने जाने वाला मास्क तक पहनने से माननीय परहेज कर रहे हैं. जिसकी झलक गुरुवार को कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर और बीजेपी स्टेट हेड क्वार्टर में देखा गया. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह लापरवाही दिखी. वहीं, बीजेपी के किसान मोर्चा की बैठक में सांसद दीपक प्रकाश के शामिल होने के दौरान दिखी.
गौरव वल्लभ के प्रेस में गाइडलाइन का उल्लंघन
कांग्रेस भवन में गौरव वल्लभ के प्रेस को सम्बोधन के दौरान मंच पर बैठे गौरव वल्लव समेत झारखंड सरकार के मंत्री रामेश्वर उरांव, आलमगीर आलम समेत कांग्रेस के नेता बिना मास्क लगाए केंद्र की बीजेपी सरकार को कोसते नजर आए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कोरोना संक्रमण की रोकथाम में पूरी तरह से सफल नहीं हो पाए और ना ही राज्य सरकार को कोरोना संक्रमण काल में मदद की. वहीं बीजेपी स्टेट हेड क्वार्टर में किसान मोर्चा की प्रदेश पदाधिकारी और जिला अध्यक्षों की आयोजित बैठक के दौरान भी ऐसी लापरवाही देखी गयी. बीजेपी सांसद और प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश समेत नेता और पदाधिकारी बिना मास्क के इस बैठक में शामिल रहे. आलम ये है कि अमूमन सभी राजनीतिक दलों के द्वारा किए जा रहे कार्यक्रमों में कोरोना से बचाव के गाइडलाइन का पालन ना के बराबर किया जा रहा है. जो संक्रमण के फैलाव के लिए घातक साबित हो सकते हैं.