रांची/हजारीबाग: पिछले दिनों मूर्ति विसर्जन के दौरान हजारीबाग के बरही में हुए रूपेश पांडे हत्याकांड पर अब राजनीतिक रंग चढ़ गया है. आज पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश को बरही से करीब 20 किलोमीटर पहले चरही में ही पुलिस ने रोक लिया है. इससे नाराज होकर दीपक प्रकाश सड़क के किनारे कुर्सी लगाकर बैठक गये. उनके सामने बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी खड़े नजर आ रहे हैं. दीपक प्रकाश ने ईटीवी भारत को फोन पर बताया कि आखिर उन्हें किस वजह से रोका गया.
प्रशासन का कहना है कि धारा 144 लगा हुआ है, इसलिए रोका गया है. जवाब में दीपक प्रकाश ने कहा कि वह सिर्फ तीन लोगों के साथ परिजनों से मिलने जा रहे थे. ऐसे में धारा 144 का उल्लंघन कैसे होगा. दीपक प्रकाश ने कहा कि इससे साफ जाहिर है कि हेमंत सरकार सहमी हुई है. उन्होंने कहा कि वह एक राष्ट्रीय पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के साथ-साथ राज्यसभा सांसद भी हैं. ऐसे में उन्हें पीड़ित परिवार से मिलने का हक है. उन्होंने इसे विनाश काले विपरित बुद्धि बताया. दीपक प्रकाश ने कहा कि पिछले दिनों इनकी सरकार में शामिल पार्टियों के नेता जब पीड़ित परिवारों से मिलने गये थे, तब उन्हें क्यों नहीं रोका गया.
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रूपेश पांडे हत्याकांड का मामला लगातार गरमाता जा रहा है. 17 फरवरी को रांची महानगर भाजपा की ओर मशाल जुलूस निकाला गया था. इसमें प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश भी शामिल हुए थे. उन्होंने कहा था कि हेमंत सरकार एक पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के बजाए तुष्टिकरण कर रही है. इस विरोध प्रदर्शन से पहले कल ही भाजपा के नेता कपिल शर्मा रांची पहुंचे थे. वह भी पीड़ित परिवार से मिलने के लिए बरही जाना चाहते थे. लेकिन उन्हें एयरपोर्ट से ही वापस लौटा दिया गया था. इसको लेकर भी भाजपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश है.