रांची: राजधानी में पुलिस की सजगता की वजह से मॉब लिंचिंग की एक बड़ी वारदात होने से टल गई. पुलिस अगर समय पर नहीं पहुंचती तो ग्रामीण तीन युवकों की पीट-पीटकर हत्या कर देते. नामकुम इलाके में कुछ युवक एक गांव से बकरियां चुरा कर भाग रहे थे. जिन्हें गांववालों ने घेर कर पकड़ लिया और उनकी बुरी तरह से पिटाई शुरू कर दी, लेकिन ऐन मौके पर पुलिस पहुंच गई.
गांववालों ने पकड़ लिया
शुक्रवार की शाम रांची के नामकुम थाना क्षेत्र के हेसापीढ़ी गांव में मॉब लिंचिंग की एक बड़ी वारदात टाल दी गई. कार सवार तीन युवक गांव से बकरी चुरा कर भाग रहे थे. बकरी चुराते हुए उन्हें ग्रामीणों ने देख लिया. जिसके बाद हाथ में परंपरागत हथियार लेकर गांववालों ने युवकों को खदेड़ना शुरू किया.
ग्रामीण युवकों को मार डालना चाहते थे
काफी देर तक पीछा करने के बाद गांव के तालाब के पास ग्रामीणों ने तीनों युवकों को धर दबोचा और कार से निकालकर उनकी पिटाई शुरू कर दी. इसी बीच इस मामले की सूचना किसी ने नामकुम थाने को दी. नामकुम पुलिस आनन-फानन में हाइवे पेट्रोल के साथ मौके पर पहुंची. ग्रामीणों के चुंगल से तीनों युवकों को बचाया और उन्हें थाने ले आए. ग्रामीण इतने आक्रोशित थे कि वे युवकों को मार डालना चाहते थे.
ये भी पढ़ें- HEC के लेनिन हॉल में हुआ विधानसभा का अंतिम सेशन, CM की अनुपस्थिति पर हेमंत ने साधा निशाना
बड़ी वारदात को राजधानी में होने से टाल दिया गया
बता दें कि आदिवासी बहुल गांव में बकरी चोरी को लेकर कई बड़ी वारदात को अंजाम दिया जा चुका है. राजधानी रांची में कई बार बकरी चोरी के आरोप में ग्रामीणों ने कई लोगों को रात भर बंधक बनाकर रखा है. हालांकि नामकुम पुलिस की सजगता की वजह से मॉब लिंचिंग की एक बड़ी वारदात को राजधानी में होने से टाल दिया गया है. फिलहाल तीनों युवकों को पुलिस ने थाने में ही रखा है.