नई दिल्ली: झारखंड में लोकसभा चुनाव में महागठबंधन बुरी तरह हारा. साल के आखिरी में होने वाले झारखंड विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महागठबंधन बनाने की कोशिश शुरू हो गयी है. कांग्रेस-झारखंड मुक्ति मोर्चा, झारखंड विकास मोर्चा एकजुट हो रहे हैं, राजद और वाम दलों को भी महागठबंधन में लाने की कवायद हो रही है. वैसे राजद लोकसभा चुनाव महागठबंधन में रहकत लड़ा था.
वहीं, झारखंड के धनबाद से बीजेपी एमपी और वरिष्ठ नेता पशुपतिनाथ सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जिस तरह महागठबंधन फ्लॉप हुआ था. उसी तरह झारखंड विधानसभा चुनाव में भी महागठबंधन का सूपड़ा साफ होगा. लोकसभा चुनाव में जनता ने महागठबंधन को नकारा. विधानसभा चुनाव में भी नकारेगी, महागठबंधन सिर्फ सत्ता पाने के लिए बनता है उनको जनता से कोई मतलब नहीं रहता है.
ये भी पढ़ें- भगवान जगन्नाथ की दरबार में साथ आए रघुवर और हेमंत, प्रभु से मांगी राज्य की खुशहाली
पीएन सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव जब हुआ तो हर लोकसभा क्षेत्र में 50 परसेंट 60 परसेंट वोट एनडीए के उम्मीदवारों को मिला. विधानसभा चुनाव में भी ऐसा ही होगा बीजेपी ने 65 प्लस का टारगेट रखा है. रघुवर दास ने भी काफी अच्छा काम किया है उन्होंने झारखंड का चहुमुखी विकास किया है.कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि अंदरुनी कलह से जूझ रही है, प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी के खिलाफ कई नेता मोर्चा खोले हुए हैं. इस पर पीएन सिंह ने कहा झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार नेता नहीं है. वह ब्यूरोक्रेट हैं जनता में उनकी पकड़ नहीं है.