रांची: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान बिरसा मुंडा की धरती से देश को तीन योजनाओं की सौगात दी. तीनों योजनाओं से किसान, छोटे दुकानदार और जनजातीय छात्र-छात्राओं को सीधे-सीधे लाभ मिलेगा.
प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना
इसके तहत 18 से 40 साल की उम्र तक के किसानों का निबंधन किया जा रहा है. उन्हें उम्र के हिसाब से मामूली प्रीमियम राशि देनी होगी. शेष राशि केंद्र सरकार देगी. बाद में संबंधित किसान की आयु जब 60 साल हो जाएगी तो उसे इस योजना के तहत हर महीने 3 हजार रुपए का पेंशन मिलेगा.
राष्ट्रीय पेंशन योजना की शुरूआत
आई पैड के जरिए इस योजना के शुभारंभ के बाद मंच पर प्रधानमंत्री ने झारखंड के दो, बिहार से एक, गुजरात से एक और हरियाणा से एक किसान को निबंधन कार्ड दिया. इसी तरह दुकानदार और स्वरोजगारियों के लिए राष्ट्रीय पेंशन योजना की शुरूआत की गई. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर और झारखंड के एक-एक किसान को निबंधन कार्ड सौंपा.
एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय
प्रधानमंत्री जनजातीय बहुल जिलों के छात्र-छात्राओं का भविष्य को शिक्षा की ज्योति से संवारने के इरादे से देश स्तर पर 462 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय का शुभारंभ किया. 462 में से 69 एकलव्य मॉडल स्कूल झारखंड में खुलेंगे. इन स्कूलों में पढ़ने वाले हर जनजातीय बच्चे की शिक्षा पर हर साल करीब एक लाख रुपए खर्च होंगे. पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि ऐसा कोई क्षेत्र नहीं जिसे ध्यान में रखकर काम नहीं किया जा रहा हो.
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पीएम मोदी ने श्रमिकों के लिए शुरू की गई श्रमयोगी मानधन योजना का भी जिक्र किया. इस योजना से 32 लाख श्रमिक जुड़ चुके हैं. प्रधानमंत्री ने झारखंड की धरती से शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना की सफलता पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि अब तक 44 लाख गरीबों को इस योजना का लाभ मिल चुका है. इनमें तीन लाख लोग झारखंड के हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत से जुड़े लोगों के इलाज मद में 7 हजार करोड़ रुपये का भुगतान अस्पतालों को किया जा चुका है.