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PLFI नक्सलियों ने की थी बीजेपी नेता की हत्या, पुलिस ने किया खुलासा

22 जुलाई को खूंटी में तिहरे हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस हत्या में शामिल 4 अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है. डीआईजी अमोल वी होमकर ने बताया कि इस कांड का मुख्य साजिशकर्ता रोतोन मुंडू और उसका भाई खेदन मुंडू है. उन्होंने कहा कि जमीन विवाद में ये हत्या की गई है.

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Published : Jul 30, 2019, 7:35 PM IST

तीहरे हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा

रांची: झारखंड के खूंटी जिले में 22 जुलाई की रात हुए तिहरे हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. अपराधियों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किया गया है.


22 जुलाई की रात भाजपा नेता मागो मुंडा के घर पर वर्दीधारी अपराधियों ने हमला कर मागो मुंडा उनकी मां और उनके भाई की हत्या कर दी थी. खूंटी पुलिस के अनुसार जमीन विवाद में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था. इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए पीएलएफआई के नक्सलियों को सुपारी दी गई थी.


जमीन विवाद हत्या की वजह
खूंटी में रांची रेंज के डीआईजी अमोल वी होमकर ने बताया कि इस कांड का मुख्य साजिशकर्ता रोतोन मुंडू और उसका भाई खेदन मुंडू है. दोनों का पहले नक्सली संगठन पीएलएफआई से संबंध रहा है. डीआईजी होमकर के अनुसार गांव में 12 एकड़ 55 डिसमिल जमीन को लेकर काफी लंबे समय से विवाद चला आ रहा था. यह जमीन खतियान में सीमा देवी के नाम से था, लेकिन उस महिला का कोई संतान नहीं हुआ. जिसके बाद 12 एकड़ 55 डिसमिल जमीन की दावेदारी शुरू हुई.


इसे लेकर मागो मुंडा और सोमा मुंडा जो एक ही खानदान के हैं अपने-अपने हिस्से की जमीन ले ली. उस जमीन में रोतोन मुंडू और उसके भाइयों की भी हिस्सेदारी थी, लेकिन भाजपा नेता ने उसके हिस्से की जमीन उसे नहीं दी. इस मामले को लेकर पिछले साल ग्रामसभा की बैठक भी बुलाई गई थी. ग्रामसभा की बैठक में यह तय हुआ था कि रोतोन मुंडू को भी जमीन में से हिस्सेदारी दी जाए, लेकिन ग्रामसभा के निर्णय के बावजूद भी रोतोन और उसके परिवार को जमीन नहीं दी गई.


जान से मारने का बनाया प्लान
काफी प्रयास के बाद भी जब रोतोन मुंडू को उसके हिस्से की जमीन नहीं मिली. तब उसने गुस्से में आकर भाजपा नेता और उसके परिवार वालों की हत्या की साजिश रच डाली. इलाके में सक्रिय पीएलएफआई नक्सली संगठन के कई नक्सलियों से रोतोन मुंडू के बेहद अच्छे संबंध थे. इस मामले को लेकर रोतोन मुंडू ने पीएलएफआई से मदद मांगी. पीएलएफआई कमांडर सानिका ने कांड को अंजाम देने की हामी भरी. भाजपा नेता के हत्या के लिए सुपारी की रकम 5 लाख तय हुई थी, जिसमें एडवांस के तौर पर 10 हजार भी दिए गए थे.

ये भी पढे़ं: सीएम रघुवर दास हुए बीमार, इलाज के लिए पहुंचे रिम्स
इसी साजिश के तहत खूंटी मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर मुरहू थाना क्षेत्र के हेठगोवा गांव में 22 जुलाई की रात करीब 8.30 बजे वर्दीधारी पीएलएफआई के नक्सलियों ने मागो मुंडू के घर में घुसकर ताबड़तोड़ फायरिंग की. इस दौरान उनके पिता भाजपा नेता मागो मुंडा, मां लखमनी मुंडू और भाई लिपराय मुंडा की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी रिश्तेदार नौरी देवी के कमर में गोली लगी. जिसका इलाज अभी भी रांची के रिम्स अस्पताल में चल रहा है. इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद सभी हत्यारे बड़े आराम से फरार हो गए.


क्या-क्या हुआ बरमाद
पुलिस के छापेमारी में सबसे पहले आरोपी के घर से सुपारी की बाकी रकम बरामद हुई. पुलिस को यही से इस हत्याकांड का सूत्र मिला. पूछताछ के दौरान रोतोन मुंडू ने पूरे मामले का खुलासा किया. इस हत्याकांड में प्रयोग किए गए नाइन एमएम पिस्टल, कट्टा, बाइक और नकद लगभग 5 लाख रुपए पुलिस ने बरामद किया है. जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है उसमें रोतोन मुंडू, खेदन मुंडू, सिरका समय और सागर मुंडा शामिल है. इस कांड के आठ अन्य आरोपी अभी फरार चल रहे हैं जिनकी गिरफ्तारी का प्रयास पुलिस कर रही है.

रांची: झारखंड के खूंटी जिले में 22 जुलाई की रात हुए तिहरे हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. अपराधियों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किया गया है.


22 जुलाई की रात भाजपा नेता मागो मुंडा के घर पर वर्दीधारी अपराधियों ने हमला कर मागो मुंडा उनकी मां और उनके भाई की हत्या कर दी थी. खूंटी पुलिस के अनुसार जमीन विवाद में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था. इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए पीएलएफआई के नक्सलियों को सुपारी दी गई थी.


जमीन विवाद हत्या की वजह
खूंटी में रांची रेंज के डीआईजी अमोल वी होमकर ने बताया कि इस कांड का मुख्य साजिशकर्ता रोतोन मुंडू और उसका भाई खेदन मुंडू है. दोनों का पहले नक्सली संगठन पीएलएफआई से संबंध रहा है. डीआईजी होमकर के अनुसार गांव में 12 एकड़ 55 डिसमिल जमीन को लेकर काफी लंबे समय से विवाद चला आ रहा था. यह जमीन खतियान में सीमा देवी के नाम से था, लेकिन उस महिला का कोई संतान नहीं हुआ. जिसके बाद 12 एकड़ 55 डिसमिल जमीन की दावेदारी शुरू हुई.


इसे लेकर मागो मुंडा और सोमा मुंडा जो एक ही खानदान के हैं अपने-अपने हिस्से की जमीन ले ली. उस जमीन में रोतोन मुंडू और उसके भाइयों की भी हिस्सेदारी थी, लेकिन भाजपा नेता ने उसके हिस्से की जमीन उसे नहीं दी. इस मामले को लेकर पिछले साल ग्रामसभा की बैठक भी बुलाई गई थी. ग्रामसभा की बैठक में यह तय हुआ था कि रोतोन मुंडू को भी जमीन में से हिस्सेदारी दी जाए, लेकिन ग्रामसभा के निर्णय के बावजूद भी रोतोन और उसके परिवार को जमीन नहीं दी गई.


जान से मारने का बनाया प्लान
काफी प्रयास के बाद भी जब रोतोन मुंडू को उसके हिस्से की जमीन नहीं मिली. तब उसने गुस्से में आकर भाजपा नेता और उसके परिवार वालों की हत्या की साजिश रच डाली. इलाके में सक्रिय पीएलएफआई नक्सली संगठन के कई नक्सलियों से रोतोन मुंडू के बेहद अच्छे संबंध थे. इस मामले को लेकर रोतोन मुंडू ने पीएलएफआई से मदद मांगी. पीएलएफआई कमांडर सानिका ने कांड को अंजाम देने की हामी भरी. भाजपा नेता के हत्या के लिए सुपारी की रकम 5 लाख तय हुई थी, जिसमें एडवांस के तौर पर 10 हजार भी दिए गए थे.

ये भी पढे़ं: सीएम रघुवर दास हुए बीमार, इलाज के लिए पहुंचे रिम्स
इसी साजिश के तहत खूंटी मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर मुरहू थाना क्षेत्र के हेठगोवा गांव में 22 जुलाई की रात करीब 8.30 बजे वर्दीधारी पीएलएफआई के नक्सलियों ने मागो मुंडू के घर में घुसकर ताबड़तोड़ फायरिंग की. इस दौरान उनके पिता भाजपा नेता मागो मुंडा, मां लखमनी मुंडू और भाई लिपराय मुंडा की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी रिश्तेदार नौरी देवी के कमर में गोली लगी. जिसका इलाज अभी भी रांची के रिम्स अस्पताल में चल रहा है. इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद सभी हत्यारे बड़े आराम से फरार हो गए.


क्या-क्या हुआ बरमाद
पुलिस के छापेमारी में सबसे पहले आरोपी के घर से सुपारी की बाकी रकम बरामद हुई. पुलिस को यही से इस हत्याकांड का सूत्र मिला. पूछताछ के दौरान रोतोन मुंडू ने पूरे मामले का खुलासा किया. इस हत्याकांड में प्रयोग किए गए नाइन एमएम पिस्टल, कट्टा, बाइक और नकद लगभग 5 लाख रुपए पुलिस ने बरामद किया है. जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है उसमें रोतोन मुंडू, खेदन मुंडू, सिरका समय और सागर मुंडा शामिल है. इस कांड के आठ अन्य आरोपी अभी फरार चल रहे हैं जिनकी गिरफ्तारी का प्रयास पुलिस कर रही है.

Intro:पीएलएफआई नक्सलियों को सुपारी देकर करवाई गई थी भाजपा नेता की हत्या



झारखंड के खूंटी जिले में 22 जुलाई की रात हुए तिहरे हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है । पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है  ।अपरधियो के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं ।22 जुलाई की रात भाजपा नेता मागो मुंडा के घर पर वर्दीधारी अपराधियों ने हमला कर मागो मुंडा उनकी मां और उनके भाई की हत्या कर दी थी।खूंटी पुलिस के अनुसार जमीन विवाद में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था। इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए पीएलएफआई के नक्सलियों को सुपारी दी गई थी।


जमीन विवाद हत्या की वजह 

खूंटी में रांची रेंज के डीआईजी अमोल वी होमकर ने बताया कि इस कांड का मुख्य साजिशकर्ता रोतोन मुंडू और उसका भाई खेदन मुंडू है ।दोनों का पूर्व में नक्सली संगठन पीएलएफआई से संबंध रहा है। डीआईजी होमकर के अनुसार गांव में 12 एकड़ 55 डिसमिल जमीन को लेकर काफी लंबे समय से विवाद चला आ रहा था ।यह जमीन खतियान में सीमा देवी के नाम से था। लेकिन उस महिला का कोई संतान नहीं हुई। जिसके बाद 12 एकड़ 55 डिसमिल जमीन की दावेदारी शुरू हुई ।इसे लेकर मागो मुंडा और सोमा मुंडा जो एक ही खानदान के हैं अपने अपने हिस्से की जमीन ले ली । उस जमीन में रोतोन मुंडू और उसके भाइयों की भी हिस्सेदारी थी ।लेकिन भाजपा नेता ने उसके हिस्से की जमीन उसे नहीं दी।इस मामले को लेकर पिछले साल ग्राम सभा की बैठक भी बुलाई गई थी ।ग्राम सभा की बैठक में यह तय हुआ था कि 

रोतोन मुंडू को भी जमीन में से हिस्सेदारी दी जाए। लेकिन ग्राम सभा के निर्णय के बावजूद भी रोतोन और उसके परिवार को जमीन नहीं दी गई।


जमीन नहीं मिली तो जान से मारने का बनाया प्लान

काफी प्रयास के बाद भी जब रोतोन मुंडू को उसके हिस्से की जमीन नहीं मिली। तब उसने गुस्से में आकर भाजपा नेता और उसके परिवार वालों की हत्या की साजिश रच डाली। इलाके में सक्रिय पीएलएफआई नक्सली संगठन के कई नक्सलियों से रोतोन मुंडू के बेहद अच्छे संबंध थे इस मामले को लेकर रोतोन मुंडू ने पीएलएफआई से मदद मांगी। पीएलएफआई कमांडर सानिका ने कांड को अंजाम देने की हामी भरी। भाजपा नेता के हत्या के लिए सुपारी की रकम 5 लाख तय हुई थी ।जिसमें एडवांस के तौर पर 10 हजार भी दिए गए थे।इसी साजिश के तहत खूंटी मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर मुरहू थाना क्षेत्र के हेठगोवा गांव में 22 जुलाई की रात करीब 8.30 बजे वर्दीधारी पीएलएफआई के नक्सलियों ने मागो मुंडू के घर में घुसकर ताबड़ताेड़ फायरिंग की । इस दाैरान उनके पिता भाजपा नेता मागाे मुंडा (65), मां लखमनी मुंडू (60) और भाई लिपराय मुंडा (28) घटनास्थल पर ही माैत हाे गई , जबकि उनकी रिश्तेदार नौरी देवी के कमर में गाेली लगी जिसका इलाज अभी भी रांची का रिम्स अस्पताल में चल रहा है। इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद सभी हत्यारे बड़े आराम से फरार हो गए।

क्या क्या हुआ बरमाद
पुलिस के छापेमारी में सबसे पहले आरोपी के घर से सुपारी की बाकी रकम बरामद हुई ।पुलिस को यही से इस हत्याकांड का सूत्र मिला। पूछताछ के दौरान रोतोन मुंडू ने पूरे मामले का खुलासा किया। इस हत्याकांड में प्रयोग किए गए नाइन एमएम पिस्टल, कट्टा ,बाइक और नगद 500795 पुलिस ने बरामद किया है। जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है उसमें रोतोन मुंड , खेदन मुंडू ,सिरका समय और सागर मुंडा शामिल है। इस कांड के आठ अन्य आरोपी अभी फरार चल रहे हैं जिनके गिरफ्तारी का प्रयास पुलिस कर रही है।

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