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झारखंड में विधायक खरीद-फरोख्त मामला पहुंचा हाई कोर्ट, सीबीआई जांच की मांग

हेमंत सरकार के खिलाफ साजिश रचने और विधायक खरीद-फरोख्त मामले को लेकर झारखंड हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है. प्रार्थी ने अदालत से सीबीआई जांच की मांग की है.

pil filed in jharkhand high court in conspiracy case against jharkhand government
सीबीआई जांच की मांग
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Published : Jul 27, 2021, 12:42 PM IST

Updated : Jul 27, 2021, 2:25 PM IST

रांचीः झारखंड के हेमंत सोरेन सरकार को अस्थिर करने या गिराने के मामले में झारखंड हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करने से एक नया मोड़ आ गया है. झारखंड में सरकार चला रही मुख्य सहयोगी दल कांग्रेस के विधायक पर ही सरकार गिराने का आरोप लगा है. जनहित याचिका में कांग्रेस के विधायक जय मंगल सिंह की विधायक खरीद-फरोख्त में संलिप्तता की सीबीआई जांच की मांग की गई है. याचिका के माध्यम से आरोप लगाया है कि बेरमो विधानसभा से कांग्रेस के विधायक जय मंगल सिंह की संलिप्तता की जांच की जानी चाहिए. याचिका के माध्यम से यह भी बताया है कि चुंकि यह मामला कई राज्यों से जुड़ा हुआ है. इसलिए मामले की पुलिस जांच ठीक से नहीं हो सकती है. इसलिए मामले की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए.

ये भी पढ़ेंः सरकार के खिलाफ साजिश मामलाः तीन विधायकों की बढ़ेगी मुसीबत, रांची पुलिस ने केस में लगाया PC Act

जनहित याचिका दायर करने वाले अधिवक्ता राजीव कुमार ने बताया कि प्रार्थी पंकज यादव ने जनहित याचिका दायर की है. जनहित याचिका के माध्यम से उन्होंने विधायक खरीद-फरोख्त के मामले की सीबीआई जांच की मांग की है. उन्होंने अपनी याचिका में बेरमो विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक जय मंगल सिंह की खरीद-फरोख्त मामले में संलिप्तता की जांच की मांग की है. अधिवक्ता ने बताया कि मामले में मुख्य रूप से कांग्रेस विधायक जय मंगल सिंह, सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स, रांची एसपी एवं अन्य को प्रतिवादी बनाया गया है. हाई कोर्ट से मांग की गई है कि मामले की सीबीआई जांच का आदेश दें. ताकि मामले की निष्पक्ष जांच हो सके. अब देखना अहम होगा कि जनहित याचिका की सुनवाई के उपरांत हाईकोर्ट का क्या आदेश आता है.

जानकारी देते अधिवक्ता

दरअसल, झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है. सरकार में शामिल विधायकों को पैसे का लालच देकर हेमंत सरकार को अल्पमत में लाने की कोशिश की जा रही थी. साजिश की भनक स्पेशल ब्रांच को लग गई, जिसके बाद राजधानी रांची के एक बड़े होटल से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तार आरोपियो में अभिषेक दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो शामिल हैं. इसकी जांच का जिम्मा डीएसपी प्रभात रंजन बड़वार को दिया गया है.

इस मामले में आरोपी निवारण कुमार महतो ने यह स्वीकार किया है कि सरकार गिराने के लिए विधायकों के खरीद फरोख्त के बदले उसे 50 लाख देने का लालच दिया गया था. अमित सिंह ने उसे पहले लालच दिया था कि अगर वह उसके संपर्क में होता तो वो विधानसभा में उसे बोकारो से उम्मीदवार बना देता.

झारखंड सरकार का समीकरण

झारखंड विधानसभा में 81 सीटें हैं. झामुमो, कांग्रेस और राजद ने मिलकर सरकार बनाई है. झामुमो को 30, कांग्रेस को 16 और राजद के पास 1 सीट है. भाजपा के पास 26 सीटें हैं. बाकी सीटें आजसु, सीपीआईएम, एनसीपी और को भी एक-एक सीट मिली है. इसके अलावा जेवीएम से चुनाव जीते बाबूलाल मरांडी भाजपा में और प्रदीप यादव व बंधु तिर्की कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. हेमंत सरकार के पास कुल 51 विधायकों का समर्थन प्राप्त है जो बहुमत से 10 ज्यादा. ऐसे में फिलहाल सरकार को कोई खतरा नहीं दिख रहा है.

रांचीः झारखंड के हेमंत सोरेन सरकार को अस्थिर करने या गिराने के मामले में झारखंड हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करने से एक नया मोड़ आ गया है. झारखंड में सरकार चला रही मुख्य सहयोगी दल कांग्रेस के विधायक पर ही सरकार गिराने का आरोप लगा है. जनहित याचिका में कांग्रेस के विधायक जय मंगल सिंह की विधायक खरीद-फरोख्त में संलिप्तता की सीबीआई जांच की मांग की गई है. याचिका के माध्यम से आरोप लगाया है कि बेरमो विधानसभा से कांग्रेस के विधायक जय मंगल सिंह की संलिप्तता की जांच की जानी चाहिए. याचिका के माध्यम से यह भी बताया है कि चुंकि यह मामला कई राज्यों से जुड़ा हुआ है. इसलिए मामले की पुलिस जांच ठीक से नहीं हो सकती है. इसलिए मामले की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए.

ये भी पढ़ेंः सरकार के खिलाफ साजिश मामलाः तीन विधायकों की बढ़ेगी मुसीबत, रांची पुलिस ने केस में लगाया PC Act

जनहित याचिका दायर करने वाले अधिवक्ता राजीव कुमार ने बताया कि प्रार्थी पंकज यादव ने जनहित याचिका दायर की है. जनहित याचिका के माध्यम से उन्होंने विधायक खरीद-फरोख्त के मामले की सीबीआई जांच की मांग की है. उन्होंने अपनी याचिका में बेरमो विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक जय मंगल सिंह की खरीद-फरोख्त मामले में संलिप्तता की जांच की मांग की है. अधिवक्ता ने बताया कि मामले में मुख्य रूप से कांग्रेस विधायक जय मंगल सिंह, सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स, रांची एसपी एवं अन्य को प्रतिवादी बनाया गया है. हाई कोर्ट से मांग की गई है कि मामले की सीबीआई जांच का आदेश दें. ताकि मामले की निष्पक्ष जांच हो सके. अब देखना अहम होगा कि जनहित याचिका की सुनवाई के उपरांत हाईकोर्ट का क्या आदेश आता है.

जानकारी देते अधिवक्ता

दरअसल, झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है. सरकार में शामिल विधायकों को पैसे का लालच देकर हेमंत सरकार को अल्पमत में लाने की कोशिश की जा रही थी. साजिश की भनक स्पेशल ब्रांच को लग गई, जिसके बाद राजधानी रांची के एक बड़े होटल से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तार आरोपियो में अभिषेक दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो शामिल हैं. इसकी जांच का जिम्मा डीएसपी प्रभात रंजन बड़वार को दिया गया है.

इस मामले में आरोपी निवारण कुमार महतो ने यह स्वीकार किया है कि सरकार गिराने के लिए विधायकों के खरीद फरोख्त के बदले उसे 50 लाख देने का लालच दिया गया था. अमित सिंह ने उसे पहले लालच दिया था कि अगर वह उसके संपर्क में होता तो वो विधानसभा में उसे बोकारो से उम्मीदवार बना देता.

झारखंड सरकार का समीकरण

झारखंड विधानसभा में 81 सीटें हैं. झामुमो, कांग्रेस और राजद ने मिलकर सरकार बनाई है. झामुमो को 30, कांग्रेस को 16 और राजद के पास 1 सीट है. भाजपा के पास 26 सीटें हैं. बाकी सीटें आजसु, सीपीआईएम, एनसीपी और को भी एक-एक सीट मिली है. इसके अलावा जेवीएम से चुनाव जीते बाबूलाल मरांडी भाजपा में और प्रदीप यादव व बंधु तिर्की कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. हेमंत सरकार के पास कुल 51 विधायकों का समर्थन प्राप्त है जो बहुमत से 10 ज्यादा. ऐसे में फिलहाल सरकार को कोई खतरा नहीं दिख रहा है.

Last Updated : Jul 27, 2021, 2:25 PM IST

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