रांची: झारखंड हाई कोर्ट (Jharkhand High Court) में फिजिकली सुनवाई शुरू होते ही अधिवक्ताओं में उत्साह देखी गई. अधिवक्ताओं ने एक दूसरे का उत्साह वर्धक स्वागत किया. सभी कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन करते हुए मास्क लगाए हुए अदालत पहुंचे. कोर्ट रूम में भी सभी एक दूसरे से दूरी बनाकर ही बैठे. उत्साह के साथ सभी ने अपने-अपने मामले में पक्ष रखा. हंसते मुस्कुराते एक दूसरे से बातें की. वहीं कोविड-19 के इस वैश्विक संक्रमण काल में जिन साथियों की जान चली गई थी. उनको भी याद किया गया.
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अदालत पहुंचे कुछ अधिवक्ताओं ने कहा कि संक्रमण काल के बाद हमलोग फिर से मिले हैं. यह बहुत बड़ी बात है. फिजिकली सुनवाई शुरू होने से सभी ने अपना-अपना काम प्रारंभ कर दिया है.
एसओपी का पालन करने का आदेश
मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन के आदेश के अनुरूप सोमवार से कोविड-19 के गाइडलाइंस का पालन करते हुए अदालत में फिजिकल काम प्रारंभ किया गया है. फिजिकल सुनवाई के लिए कोर्ट रूम में न्यायाधीश के आगे सुरक्षा के लिए शीशा लगाया गया है. अधिवक्ता को अपना पक्ष रखने के लिए शीशे का केबिन तैयार किया गया है. फिजिकल कोर्ट के लिए इसके लिए एसओपी भी तैयार की गई. अधिवक्ताओं को भी इसके तहत दिए गए निर्देशों का पालन करने का सख्त आदेश दिया गया है. कर्मचारियों को भी इसके नियम के पालन करने को कहा गया है.
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वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई 1 लाख 40 हजार मामले पर सुनवाई
हाई कोर्ट में सप्ताह में 3 दिन फिजिकल कोर्ट और 2 दिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अदालत चलेगी. कुछ दिनों तक इसी तरह चलने के बाद फिर पूरी तरह से फिजिकल कोर्ट चलाने पर निर्णय लिया जाएगा. 25 मार्च 2020 से झारखंड हाई कोर्ट में फिजिकल सुनवाई बंद थी. 1 अक्टूबर 2021 को फिर से फिजिकल कोर्ट प्रारंभ की गई. इस बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी सुनवाई हुई. लगभग 1 लाख 40 हजार मामले पर सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई.