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एनआईए गिरफ्त में नक्सली संगठन PLFI का निवेशक, गुमला से हुई गिरफ्तारी

रांची में नक्सली संगठन PLFI का निवेशक एनआईए की गिरफ्त में आ गया है. बता दें कि प्राइवेट लिमिटेड फर्म खोलकर PLFI के पैसों का निवेश करते थे. एनआईए ने टेरर फंडिंग केस में फुलेश्वर गोप को गिरफ्तार किया है.

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एनआईए रांची
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Published : Jul 14, 2020, 10:30 PM IST

रांची: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने टेरर फंडिंग केस में फुलेश्वर गोप को गिरफ्तार किया है. एनआईए ने फुलेश्वर को गुमला के पालकोट रोड शांतिनगर से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद उसे रांची में एनआईए की विशेष अदालत में पेश किया गया. एनआईए ने फुलेश्वर को 4 दिनों की रिमांड पर लिया है. रिमांड के बाद उसे एनआईए कैंप में ले जाकर पूछताछ की जा रही है.

मेसर्स शक्तिसमृद्धि इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड में होता था निवेश
जांच से जुड़े एनआईए के अधिकारियों के मुताबिक, फुलेश्वर गोप ने पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के साथ सांठगांठ कर मेसर्स शक्तिसमृद्धि इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी खोली थी. इस कंपनी में वह दिनेश गोप की पहली पत्नी हीरा देवी का पार्टनर है. एनआईए के मुताबिक, पीएलएफआई के लेवी के पैसों का इस कंपनी के खाते में निवेश किया जाता था. इस कंपनी के जरिए संपत्ति में पीएलएफआई के पैसों का निवेश होता था. कंपनी से हुई आय का इस्तेमाल उग्रवादी गतिविधियों में होने की बात भी सामने आई है.

ये भी पढ़ें- देवघर बीडीओ मौत मामले में जांच तेज, जमशेदपुर में मिला था शव



नोटबंदी के दौरान खुला था राज, कई सहयोगी और पत्नी हो चुकी हैं गिरफ्तार
नोटबंदी के ठीक बाद दिनेश गोप ने लेवी के 25.38 लाख रुपए एसबीआई बेड़ो शाखा में एक पेट्रोलपंप संचालक के जरिए जमा करवाने की कोशिश की थी. तब पेट्रोलपंप संचालक समेत चार लोगों को रांची पुलिस ने 10 नवंबर 2016 को गिरफ्तार किया था. इस मामले में एनआईए ने 19 जनवरी 2018 को केस टेकओवर किया था. एनआईए ने शुरूआत में छापेमारी कर दिनेश गोप के सहयोगी सुमंत कुमार समेत अन्य के ठिकानों पर 90 लाख नकदी और निवेश संबंधी कागजात बरामद किए थे. एनआईए ने जांच के क्रम में दिनेश गोप की पत्नी हीरा देवी और शकुंतला कुमारी को गिरफ्तार किया था. 2 मार्च को एनआईए ने दिनेश गोप के खास सहयोगी जयप्रकाश सिंह भुईंया और अमित देशवाल को गिरफ्तार किया था. पीएलएफआई के पैसों के कंपनियों में निवेश के मामले में गुजरात के एक व्यवसायी को भी एनआईए ने गिरफ्तार किया था.

ये भी पढ़ें- सीएम हेमंत सोरेन के ओएसडी गोपालजी तिवारी ने कहा- पद से करें मुक्त, गंभीर आरोप झेल रहे थे तिवारी

10 गिरफ्तार, दिनेश की तलाश
एनआईए टेरर फंडिंग केस में एनआईए अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं, इस मामले में अब तक दिनेश गोप की तलाश पुलिस को है. दिनेश गोप को एनआईए ने फरार घोषित किया है.

रांची: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने टेरर फंडिंग केस में फुलेश्वर गोप को गिरफ्तार किया है. एनआईए ने फुलेश्वर को गुमला के पालकोट रोड शांतिनगर से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद उसे रांची में एनआईए की विशेष अदालत में पेश किया गया. एनआईए ने फुलेश्वर को 4 दिनों की रिमांड पर लिया है. रिमांड के बाद उसे एनआईए कैंप में ले जाकर पूछताछ की जा रही है.

मेसर्स शक्तिसमृद्धि इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड में होता था निवेश
जांच से जुड़े एनआईए के अधिकारियों के मुताबिक, फुलेश्वर गोप ने पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के साथ सांठगांठ कर मेसर्स शक्तिसमृद्धि इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी खोली थी. इस कंपनी में वह दिनेश गोप की पहली पत्नी हीरा देवी का पार्टनर है. एनआईए के मुताबिक, पीएलएफआई के लेवी के पैसों का इस कंपनी के खाते में निवेश किया जाता था. इस कंपनी के जरिए संपत्ति में पीएलएफआई के पैसों का निवेश होता था. कंपनी से हुई आय का इस्तेमाल उग्रवादी गतिविधियों में होने की बात भी सामने आई है.

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नोटबंदी के दौरान खुला था राज, कई सहयोगी और पत्नी हो चुकी हैं गिरफ्तार
नोटबंदी के ठीक बाद दिनेश गोप ने लेवी के 25.38 लाख रुपए एसबीआई बेड़ो शाखा में एक पेट्रोलपंप संचालक के जरिए जमा करवाने की कोशिश की थी. तब पेट्रोलपंप संचालक समेत चार लोगों को रांची पुलिस ने 10 नवंबर 2016 को गिरफ्तार किया था. इस मामले में एनआईए ने 19 जनवरी 2018 को केस टेकओवर किया था. एनआईए ने शुरूआत में छापेमारी कर दिनेश गोप के सहयोगी सुमंत कुमार समेत अन्य के ठिकानों पर 90 लाख नकदी और निवेश संबंधी कागजात बरामद किए थे. एनआईए ने जांच के क्रम में दिनेश गोप की पत्नी हीरा देवी और शकुंतला कुमारी को गिरफ्तार किया था. 2 मार्च को एनआईए ने दिनेश गोप के खास सहयोगी जयप्रकाश सिंह भुईंया और अमित देशवाल को गिरफ्तार किया था. पीएलएफआई के पैसों के कंपनियों में निवेश के मामले में गुजरात के एक व्यवसायी को भी एनआईए ने गिरफ्तार किया था.

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10 गिरफ्तार, दिनेश की तलाश
एनआईए टेरर फंडिंग केस में एनआईए अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं, इस मामले में अब तक दिनेश गोप की तलाश पुलिस को है. दिनेश गोप को एनआईए ने फरार घोषित किया है.

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