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रांची सदर अस्पताल में एक बेटी का स्वास्थ्य मंत्री पर फूटा गुस्सा, कहा- मंत्री जी मेरे पापा को वापस लाइए, केवल वोट लेने आते हैं

किसी का अपना उससे छिन जाय तो बहुत दुख होता है. यह दुख तब और भी बढ़ जाता है जब व्यवस्था की कमी की वजह से लोग अपनों को खो देते हैं. ऐसा ही हुआ रांची सदर अस्पताल में. जहां सिस्टम ने हजारीबाग के कोरोना मरीज की जान ले ली. जिसके बाद उसके परिजन बिलख पड़े. वो अपने आपको संभाले नहीं संभाल पा रहे थे. इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सिविल सर्जन से जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा है.

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कोरोना मरीज की मौत
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Published : Apr 13, 2021, 2:13 PM IST

Updated : Apr 13, 2021, 7:33 PM IST

रांचीः लाचार सिस्टम में सामने हजारीबाग के पवन गुप्ता ने दम तोड़ दिया. घटना रांची के सदर अस्पताल की है. जानकारी के मुताबिक एक कोरोना संक्रमित हजारीबाग के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था. जब उनकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो परिजन आज निजी एंबुलेंस में लादकर रांची पहुंचे. उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. सबसे पहले परिजन राज अस्पताल गए लेकिन वहां बेड उपलब्ध नहीं था. फिर बदहवाशी में सदर अस्पताल पहुंचे. लेकिन तबतक देर हो चुकी थी.

परिजन का हंगामा

लाचार सिस्टम ने ली जान

लाचार सिस्टम 60 वर्षीय कोरोना संक्रमित मरीज को निगल चुका था. सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इसी बीच परिजनों की नजर सदर अस्पताल में कोविड व्यवस्था का निरीक्षण करने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर पड़ गई. फिर क्या था. परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा. परिजनों ने कहा कि जब वोट की बारी आती है तो नेताओं को जनता की याद आती है. लेकिन जब जनता दिक्कत में होती है तो नेता सबकुछ भूल जाते हैं.

बिलखते परिजनों का फूटा गुस्सा

मृतक की बेटी चीख चीख कर कह रही थी कि क्या स्वास्थ्य मंत्री मेरे पिता को वापस कर सकते हैं. परिजनों ने कहा कि आधे घंटे से पवन गुप्ता एंबुलेंस में पड़े थे. परिजन डॉक्टरों से इलाज की गुहार कर रहे थे. इस बीच पवन गुप्ता की सांसे उखड़ती जा रही थी. उनकी बेटी ने कहा कि उनके पिता को लाचार सिस्टम ने निगल लिया. उनकी तड़प तड़प कर मौत हुई.

रांचीः लाचार सिस्टम में सामने हजारीबाग के पवन गुप्ता ने दम तोड़ दिया. घटना रांची के सदर अस्पताल की है. जानकारी के मुताबिक एक कोरोना संक्रमित हजारीबाग के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था. जब उनकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो परिजन आज निजी एंबुलेंस में लादकर रांची पहुंचे. उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. सबसे पहले परिजन राज अस्पताल गए लेकिन वहां बेड उपलब्ध नहीं था. फिर बदहवाशी में सदर अस्पताल पहुंचे. लेकिन तबतक देर हो चुकी थी.

परिजन का हंगामा

लाचार सिस्टम ने ली जान

लाचार सिस्टम 60 वर्षीय कोरोना संक्रमित मरीज को निगल चुका था. सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इसी बीच परिजनों की नजर सदर अस्पताल में कोविड व्यवस्था का निरीक्षण करने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर पड़ गई. फिर क्या था. परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा. परिजनों ने कहा कि जब वोट की बारी आती है तो नेताओं को जनता की याद आती है. लेकिन जब जनता दिक्कत में होती है तो नेता सबकुछ भूल जाते हैं.

बिलखते परिजनों का फूटा गुस्सा

मृतक की बेटी चीख चीख कर कह रही थी कि क्या स्वास्थ्य मंत्री मेरे पिता को वापस कर सकते हैं. परिजनों ने कहा कि आधे घंटे से पवन गुप्ता एंबुलेंस में पड़े थे. परिजन डॉक्टरों से इलाज की गुहार कर रहे थे. इस बीच पवन गुप्ता की सांसे उखड़ती जा रही थी. उनकी बेटी ने कहा कि उनके पिता को लाचार सिस्टम ने निगल लिया. उनकी तड़प तड़प कर मौत हुई.

Last Updated : Apr 13, 2021, 7:33 PM IST
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