रांचीः राज्यभर के पारा शिक्षक एक बार फिर रांची के मोरहाबादी मैदान में जुटे है. संशोधित नियमावली बनाने की मांग को लेकर पारा शिक्षक लगातार आंदोलित हैं. हालांकि विभाग द्वारा देर शाम नियमावली संबंधित मुद्दों को लेकर बैठक आयोजित की जानी है.
पारा शिक्षकों का कहना है कि बैठक में अगर पारा शिक्षकों के पक्ष में परिणाम आता है तो पारा शिक्षक राज्य सरकार और शिक्षा विभाग को धन्यवाद देते हुए अपने-अपने जिले चले जाएंगे. वहीं उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ नियमावली आती है तो एक बार फिर आंदोलन की शुरुआत करने से भी नहीं चूकेंगे.
पारा शिक्षकों ने दी चेतावनी
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन के दौरान भी पारा शिक्षकों ने राज्य सरकार को चेतावनी दी थी कि प्रधानमंत्री के सभा के दौरान पारा शिक्षक पहुंचेंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री से न्याय की गुहार लगाएंगे. हालांकि मुख्यमंत्री के निर्देश पर उस दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील वर्णवाल ने पारा शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक कर उन्हें आश्वस्त किया था कि 25 सितंबर तक शिक्षा विभाग के साथ एक बैठक का आयोजन कर उनके पक्ष में नियमावली बनाकर उनके लिए सौंपी जाएगी और यह पारा शिक्षकों के लिए अंतिम निर्णय होगा.
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निर्णय के इंतजार में हैं पारा शिक्षक
संशोधित नियमावली के पक्ष में तमाम पारा शिक्षक राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में एक बार फिर जुट गए हैं. पारा शिक्षकों का कहना है कि अगर पारा शिक्षकों के पक्ष में नियमावली बनती है तो पारा शिक्षक सरकार को धन्यवाद देते हुए अपने-अपने जिले चले जाएंगे और अगर नियमावली पारा शिक्षकों के मांग के अनुरूप नहीं होती है तो एक बार फिर आंदोलन को तेज करते हुए मोरहाबादी मैदान में ही अनिश्चितकालीन अनशन की शुरुआत की जाएगी.
लगातार जारी है पारा शिक्षकों का आंदोलन
वहीं, पारा शिक्षकों का आंदोलन लगातार जारी है. विभिन्न संगठनों के साथ-साथ पारा शिक्षक संघ भी एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर आंदोलन के मूड में दिख रहे हैं. हालांकि पारा शिक्षकों और शिक्षा विभाग का देर शाम एक महत्वपूर्ण बैठक होना है. बैठक के बाद ही पता चल पाएगा कि पारा शिक्षक अपने आंदोलन को समाप्त करेंगे या फिर जारी रखेंगे.