रांची: पूरी झारखंड पुलिस नक्सली संगठन पीएलएफआई के पीछे पड़ी हुई है. इसके बावजूद संगठन का आतंक राजधानी रांची में थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला रांची के हिंदपीढ़ी इलाके का है. यहां के एक कारोबारी से पीएलएफआई के नक्सलियों के द्वारा एक करोड़ की रंगदारी मांगी गई है.
ये भी पढ़ें: आर्म्स तस्करी के नए ट्रेंड से परेशानी में झारखंड पुलिस, अब असेंबल कर बेचे जा रहे हैं हथियार
रांची में व्यवसाई से एक करोड़ की रंगदारी
रांची में पीएलएफआई लगातार पुलिस को चुनौती देकर रंगदारी की मांग कर रहा है. इस बार हिंदपीढ़ी के रहने वाले एक व्यवसायी से पीएलएफआई के नाम पर एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई है. व्हाट्सएप के वर्चुअल नंबर से कॉल कर रंगदारी की मांगी गई है. रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई है. यह भी कहा गया कि उनके बारे में सारी जानकारियां उन्हें हैं. इसलिए राशि की व्यवस्था जल्द करें. इस धमकी के बाद उनका पूरा परिवार दहशत में है.
इस संबंध में व्यवसायी ने मौखिक रूप से लोअर बाजार थाने को इसकी जानकारी दी है. उन्होंने पुलिस को बताया है कि उन्हें 16 दिसंबर को एक व्यक्ति ने फोन किया. उसने खुद को पीएलएफआई का सरदार जी बताया. कहा कि उन्हें पर्चा भेजा गया है. एक करोड़ रुपये की सहयोग राशि उन्हें देनी होगी. व्यवसाई ने इसकी सूचना पुलिस को फोन के माध्यम से दी है. शनिवार को मामले में एफआईआर दर्ज कराएंगे.
दुकान को जलाने की धमकी
व्यवसायी को पीएलएफआई के नाम से सरदार जी ने फोन किया था. धमकी दी कि अगर राशि नहीं दिया तो उनके तीनों दुकानों को जलाकर राख कर दिया जाएगा. जिसकी जिम्मेवारी उसकी खुद की होगी. वैसे तुम्हें जहां जाना है जा सकते हो कोई फर्क नहीं पड़ता है. राशि तो तुम्हे देनी ही होगी. पीएलएफआई के लेटर पैड में सरदार जी के नाम से व्यवसायी को पर्चा भेजा गया है, जिसमें कहा गया है कि संगठन को एक करोड़ की सहयोग राशि भेज दो अन्यथा फौजी कार्रवाई की जाएगी.
हाल के दिनों में रंगदारी की प्रमुख घटनाएं
- 30 नवंबर से लेकर 5 दिसंबर के बीच अरगोड़ा निवासी व्यवसायी नीतीश शरण से मांगी गई 50 लाख की रंगदारी.
- 29 नवंबर 2020 को अवधेश कुमार यादव से पीएलएफआई के नाम पर मांगी गई 30 लाख की रंगदारी.
- 31 अक्टूबर 2020 को वर्चुअल कॉल के माध्यम से रांची के धुर्वा और कोतवाली इलाके में रहने वाले 2 कारोबारियों से 50-50 लाख की रंगदारी मांगी गई.