रांची: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से झारखंड के नए विधानसभा भवन का गुरुवार को उद्घाटन किया गया. इसके साथ ही पुराना विधानसभा भवन अब इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है. हालांकि झारखंड राज्य के बनने के बाद पुराने विधानसभा भवन से कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जो यादगार रहेंगे.
एचईसी के रसिया हॉस्टल में स्थित लेनिन हॉल में झारखंड सरकार का विधानसभा भवन हुआ करता था. अब नए विधानसभा भवन के उद्घाटन के साथ ही पुराना विधानसभा भवन वीरान हो गया है. ऐसे में राज्य सरकार इस पुराने विधानसभा भवन को किस तरह से इस्तेमाल करती है, ये फैसला होना बाकी है.
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गौरतलब है कि झारखंड विधानसभा भवन रांची के धुर्वा में 39 एकड़ में फैला हुआ है. यह तीन मंजिला इमारत है. इसके निर्माण में कुल 465 करोड़ रुपए की लागत आई है. विधानसभा भवन का शिलान्यास 12 जून 2015 को किया गया था. इसका बिल्डअप एरिया 57,220 वर्ग मीटर है. इसमें 37 मीटर ऊंचा गुंबद है.
इसके साथ ही यह देश का पहला पेपरलेस विधानसभा भवन होगा. जहां जल और ऊर्जा संरक्षण की व्यवस्था के साथ-साथ छत पर झारखंड की संस्कृति की झलक, आगंतुकों के लिए विशेष गैलरी बनाई गई है. कॉन्फ्रेंस हॉल में 400 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है. इस भवन में सौर ऊर्जा से भी बिजली की आपूर्ति की जाएगी.