रांची: एक तरफ सरकार कोविड-19 जैसे खतरनाक संक्रमण से बचने के लिए बाहरी और बाजारू सामानों से परहेज करने की बात कह रही है. वहीं दूसरी ओर राज्य के सबसे बड़े सरकारी स्वास्थ्य संस्थान रिम्स में ठेले-खोमचे पर लगे बाजारू भोजन धड़ल्ले से बेचे जा रहे हैं. ईटीवी भारत ने जब इसकी पड़ताल की तो पाया कि रिम्स के कोविड वार्ड के ठीक बगल में अतिक्रमण कर ठेले-खोमचे वाले अपना ठेला लगाकर बाजारू और फास्ट फूड बेच रहे हैं.
ये भी पढ़ें- बोकारो: कस्तूरबा आवासीय विद्यालय की छात्रा हुई गर्भवती, शिक्षा मंत्री ने ली मामले की जानकारी
रिम्स परिसर के दुकानें होंगी बंद
इसको लेकर हमने जब रिम्स प्रबंधन से जुड़े डॉक्टर निशित एक्का से बात किया तो उन्होनें बताया कि ईटीवी भारत के माध्यम से ध्यान आकर्षित कराया गया है. साथ ही उन्होनें ईटीवी के कैमरे पर आश्वासन देते हुए कहा कि रिम्स परिसर में ठेले-खोमचे वालों के द्वारा किए गए अतिक्रमण वाले जगहों को जल्द से जल्द हटाने का काम किया जाएगा और कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए फिलहाल रिम्स परिसर में चल रहे बाजारू भोजन के दुकान को बंद भी कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसकी सूचना जिला प्रशासन को दे दी जाएगी क्योंकि रिम्स के पास फिलहाल ऐसे कामों के लिए पर्याप्त लोग नहीं है. इसीलिए जिला प्रशासन को जल्द से जल्द सूचित किया जाएगा ताकि रिम्स में अतिक्रमण कर रहे लोगों को रोका जा सके.
रिम्स में बने कोविड वार्ड के बगल में जिस तरह से फास्ट फूड की बिक्री की जा रही है. इन दुकानों पर आने वाले लोग भी बिना साफ-सफाई का ध्यान दिए बगैर ही ऐसे भोजन को खा रहे हैं जो कि कहीं ना कहीं संक्रमण के खतरे को बढ़ाने का काम कर सकता है. ऐसे में जरूरत है कि रिम्स प्रबंधन संक्रमण के खतरे को देखते हुए एहतियात के तौर पर रिम्स में बिक रहे बाजारू भोजन को फिलहाल बंद कराये और अतिक्रमण कर रहे ठेले-खोमचे वालों और ऑटो चालकों पर रोक लगाएं ताकि संक्रमण काल में संक्रमण से लोगों को बचाया जा सके.