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टेरर फंडिंग में NIA का गवाह रहस्यमय ढंग से लापता, ढूंढने के लिए बनाई गई SIT

रांची से गायब हुए एनआईए के गवाह को लेकर सीनियर एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि एक दिन पहले नवीन भाई पटेल के परिजनों ने रांची पुलिस से संपर्क किया है. जिसके बाद तुरंत रांची के सिटी एसपी के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया है. इस एसआईटी में सीसीआर डीएसपी, हटिया डीएसपी और साइबर सेल की टीम को शामिल किया गया है.

फाइल फोटो
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Published : Jul 31, 2019, 6:35 PM IST

रांची: रहस्यमय परिस्थिति में गायब हुए गुजरात के पटेल टिंबर इंडस्ट्रीज के संचालक नवीन भाई जयंती भाई पटेल को खोज निकालने के लिए रांची पुलिस ने एसआईटी का गठन किया है. नक्सली संगठन पीएलएफआई के टेरर फंडिंग मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को बयान देने रांची आ रहे थे नवीन. रांची एसएसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि सिटी एसपी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है.

जानकारी देते एसएसपी अनीश गुप्ता

एसआईटी में कौन-कौन शामिल
रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि एक दिन पहले नवीन भाई पटेल के परिजनों ने रांची पुलिस से संपर्क किया है. जिसके बाद तुरंत रांची के सिटी एसपी के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया है. इस एसआईटी में सीसीआर डीएसपी, हटिया डीएसपी और साइबर सेल की टीम को शामिल किया गया है. एसएसपी के अनुसार एसआईटी की टीम उन सभी स्थानों पर नवीन को खोज रही है, जहां उनके जाने की संभावनाएं बताई जा रही है.


इस मामले को लेकर कई टीमें राजधानी से बाहर भी गई हुई है. पुलिस के अनुसार रांची में जिस होटल में नवीन ठहरे थे उसकी भी जांच की गई है. इसके अलावा परिवारवालों की तरफ से जो नवीन के टेलीफोन नंबर उपलब्ध करवाए गए हैं उसका लोकेशन भी निकाला जा रहा है. रांची पुलिस ने जांच में नवीन भाई जयंती भाई के मोबाइल का आखिरी लोकेशन छतीसगढ़ के जशपुर का आया है.


कौन है नवीन भाई जयंती भाई पटेल
नवीन पटेल मूल रूप से गुजरात के वीवी नगर रोड आनंदी के रहने वाले हैं. बीते कुछ सालों से नवीन दिल्ली में रहकर लाइजनिंग का काम कर रहे थे. एनआईए के समन पर नवीन 27 जुलाई की शाम रांची आए थे. 28 जुलाई को एनआईए ने नवीन का 28 पन्नों का बयान दर्ज किया था. 29 जुलाई की सुबह दस बजे भी नवीन को एनआईए के समक्ष हाजिर होना था. सोमवार शाम नवीन एनआईए कार्यालय से लौटने के बाद हिनू स्थित रिवर व्यू होटल में ठहरे थे, लेकिन रात 8.30 बजे वह यहां से निकल गए. इसके बाद से ही नवीन गायब हैं.


मंगलवार की सुबह 5.04 बजे नवीन भाई जयंती भाई पटेल ने अपने साले भगवान भाई पटेल को व्हाट्सएप पर मैसेज किया. व्हाट्सएप मैसेज में नवीन ने जीवन से तंग आकर सुसाइड करने की बात लिखी थी. नवीन ने मैसेज में अपनी पत्नी व दोनों बच्चों को साथ ले जाने का निवेदन किया है. मैसेज मिलने के बाद भगवान भाई पटेल ने रांची में पटिदार समाज से जुड़े तुलसी पटेल को पूरे मामले की जानकारी दी, जिसके बाद मामले की जानकारी रांची एसएसपी को दी गई.


देर शाम मंगवाए थे पैसे
परिजनों के मुताबिक, नवीन ने सोमवार की शाम 25 हजार रुपए अपने आईसीआईसीआई बैंक के एकाउंट में मंगवाए थे. जिस अकाउंट में पैसे आए थे उसी से नवीन ने रांची के हिनू के समीप से ही 15 हजार की निकासी भी की है.


मैनेजर से एनआईए ने की पूछताछ
एनआईए टीम नवीन भाई जयंती पटेल के गायब होने की जानकारी रांची पुलिस से मिलने के बाद होटल रिवर व्यू पहुंची थी. एनआईए ने होटल के मैनेजर से पूछताछ किया. मौके पर से पुलिस ने नवीन के सारे सामान जब्त किए हैं. नवीन रात में सारे सामान छोड़कर होटल से गए थे.

ये भी पढ़ें: फेल हो रहा जीरो टॉलरेंस का दावा, विकास योजनाओं में बिचौलियापन हावी
निवेशक सुमंत से जुड़े हैं तार
नोटबंदी के दौरान पीएलएफआई के 25 लाख रुपए बेड़ो से बरामद किए गए थे. पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप ने 10 नवंबर 2016 को ये पैसे एक पेट्रोलपंप संचालक को भिजवाया था. कांड के अनुसंधान में एनआईए ने निवेशक सुमंत साव, जितेंद्र सिंह को हाल में गिरफ्तार किया था. सुमंत लेवी के पैसों का निवेश शेल कंपनियों और पावर प्लांट लगाने के नाम पर कर रहा था. एनआईए जांच में यह बात सामने आयी थी कि सुमंत ने लाइजनिंग के लिए नवीन से भी संपर्क किया था.


इस मामले में एनआईए ने पहली बार 29 अप्रैल को नवीन को गवाही देने के लिए रांची बुलाया था. इसके बाद उनसे कई बार की पूछताछ एनआईए कर चुकी थी. अंदेशा यह भी जताया जा रहा है कि टेरर फंडिंग के मामले में गिरफ्तारी के डर से नवीन गायब हो गए.

रांची: रहस्यमय परिस्थिति में गायब हुए गुजरात के पटेल टिंबर इंडस्ट्रीज के संचालक नवीन भाई जयंती भाई पटेल को खोज निकालने के लिए रांची पुलिस ने एसआईटी का गठन किया है. नक्सली संगठन पीएलएफआई के टेरर फंडिंग मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को बयान देने रांची आ रहे थे नवीन. रांची एसएसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि सिटी एसपी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है.

जानकारी देते एसएसपी अनीश गुप्ता

एसआईटी में कौन-कौन शामिल
रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि एक दिन पहले नवीन भाई पटेल के परिजनों ने रांची पुलिस से संपर्क किया है. जिसके बाद तुरंत रांची के सिटी एसपी के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया है. इस एसआईटी में सीसीआर डीएसपी, हटिया डीएसपी और साइबर सेल की टीम को शामिल किया गया है. एसएसपी के अनुसार एसआईटी की टीम उन सभी स्थानों पर नवीन को खोज रही है, जहां उनके जाने की संभावनाएं बताई जा रही है.


इस मामले को लेकर कई टीमें राजधानी से बाहर भी गई हुई है. पुलिस के अनुसार रांची में जिस होटल में नवीन ठहरे थे उसकी भी जांच की गई है. इसके अलावा परिवारवालों की तरफ से जो नवीन के टेलीफोन नंबर उपलब्ध करवाए गए हैं उसका लोकेशन भी निकाला जा रहा है. रांची पुलिस ने जांच में नवीन भाई जयंती भाई के मोबाइल का आखिरी लोकेशन छतीसगढ़ के जशपुर का आया है.


कौन है नवीन भाई जयंती भाई पटेल
नवीन पटेल मूल रूप से गुजरात के वीवी नगर रोड आनंदी के रहने वाले हैं. बीते कुछ सालों से नवीन दिल्ली में रहकर लाइजनिंग का काम कर रहे थे. एनआईए के समन पर नवीन 27 जुलाई की शाम रांची आए थे. 28 जुलाई को एनआईए ने नवीन का 28 पन्नों का बयान दर्ज किया था. 29 जुलाई की सुबह दस बजे भी नवीन को एनआईए के समक्ष हाजिर होना था. सोमवार शाम नवीन एनआईए कार्यालय से लौटने के बाद हिनू स्थित रिवर व्यू होटल में ठहरे थे, लेकिन रात 8.30 बजे वह यहां से निकल गए. इसके बाद से ही नवीन गायब हैं.


मंगलवार की सुबह 5.04 बजे नवीन भाई जयंती भाई पटेल ने अपने साले भगवान भाई पटेल को व्हाट्सएप पर मैसेज किया. व्हाट्सएप मैसेज में नवीन ने जीवन से तंग आकर सुसाइड करने की बात लिखी थी. नवीन ने मैसेज में अपनी पत्नी व दोनों बच्चों को साथ ले जाने का निवेदन किया है. मैसेज मिलने के बाद भगवान भाई पटेल ने रांची में पटिदार समाज से जुड़े तुलसी पटेल को पूरे मामले की जानकारी दी, जिसके बाद मामले की जानकारी रांची एसएसपी को दी गई.


देर शाम मंगवाए थे पैसे
परिजनों के मुताबिक, नवीन ने सोमवार की शाम 25 हजार रुपए अपने आईसीआईसीआई बैंक के एकाउंट में मंगवाए थे. जिस अकाउंट में पैसे आए थे उसी से नवीन ने रांची के हिनू के समीप से ही 15 हजार की निकासी भी की है.


मैनेजर से एनआईए ने की पूछताछ
एनआईए टीम नवीन भाई जयंती पटेल के गायब होने की जानकारी रांची पुलिस से मिलने के बाद होटल रिवर व्यू पहुंची थी. एनआईए ने होटल के मैनेजर से पूछताछ किया. मौके पर से पुलिस ने नवीन के सारे सामान जब्त किए हैं. नवीन रात में सारे सामान छोड़कर होटल से गए थे.

ये भी पढ़ें: फेल हो रहा जीरो टॉलरेंस का दावा, विकास योजनाओं में बिचौलियापन हावी
निवेशक सुमंत से जुड़े हैं तार
नोटबंदी के दौरान पीएलएफआई के 25 लाख रुपए बेड़ो से बरामद किए गए थे. पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप ने 10 नवंबर 2016 को ये पैसे एक पेट्रोलपंप संचालक को भिजवाया था. कांड के अनुसंधान में एनआईए ने निवेशक सुमंत साव, जितेंद्र सिंह को हाल में गिरफ्तार किया था. सुमंत लेवी के पैसों का निवेश शेल कंपनियों और पावर प्लांट लगाने के नाम पर कर रहा था. एनआईए जांच में यह बात सामने आयी थी कि सुमंत ने लाइजनिंग के लिए नवीन से भी संपर्क किया था.


इस मामले में एनआईए ने पहली बार 29 अप्रैल को नवीन को गवाही देने के लिए रांची बुलाया था. इसके बाद उनसे कई बार की पूछताछ एनआईए कर चुकी थी. अंदेशा यह भी जताया जा रहा है कि टेरर फंडिंग के मामले में गिरफ्तारी के डर से नवीन गायब हो गए.

Intro:टेरर फंडिंग में NIA का गवाह रहस्यमय ढंग से लापता , ढूंढने के लिए बनाई गई एसआईटी


नक्सली संगठन पीएलएफआई के टेरर फंडिंग मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआईए) को बयान देने रांची आने के दौरान  रहस्यमय परिस्थिति में गायब हुए गुजरात के पटेल टिंबर इंडस्ट्रीज के संचालक नवीन भाई जयंति भाई पटेल को खोज निकालने के लिए रांची पुलिस ने एसआईटी का गठन किया है। रांची एसएसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि सिटी एसपी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है।


कौन कौन शामिल है एसआईटी में

रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि एक दिन पहले नवीन भाई पटेल के परिजनों ने रांची पुलिस से संपर्क किया है। जिसके बाद तुरंत रांची के सिटी एसपी के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया है ।इस एसआईटी में सीसीआर डीएसपी ,हटिया डीएसपी और साइबर सेल की टीम को शामिल किया गया है। एसएसपी के अनुसार एसआईटी की टीम उन सभी स्थानों पर नवीन को खोज रही है ,जहां उनके जाने की संभावनाएं बताई जा रही है। इस मामले को लेकर कई टीमें राजधानी से बाहर भी गई हुई है। पुलिस के अनुसार रांची में जिस होटल में नवीन ठहरे थे उसकी भी जांच की गई है ।इसके अलावा परिवार वालों की तरफ से जो नवीन के टेलीफोन नंबर उपलब्ध करवाए गए हैं उसका लोकेशन भी निकाला जा रहा है।रांची पुलिस ने जांच में नवीन भाई जयंति भाई के मोबाइल का आखिरी लोकेशन छतीसगढ़ के जशपुर का आया है। 

कौन है नवीन नवीन भाई जयंति भाई पटेल

नवीन पटेल मूल रूप से गुजरात के वीवी नगर रोड आनंदी के रहने वाले हैं। बीते कुछ सालों से नवीन दिल्ली में रहकर लाइजनिंग का काम कर रहे थे। एनआईए के समन पर नवीन 27 जुलाई की शाम रांची आए थे। 28  जुलाई को एनआईए ने नवीन का 28 पन्नों का बयान दर्ज किया था। 29 जुलाई की सुबह दस बजे भी नवीन को एनआईए के समक्ष हाजिर होना था। सोमवार शाम नवीन एनआईए कार्यालय से लौटने के बाद हिनू स्थित रिवर व्यू होटल में ठहरे थे। लेकिन रात 8.30 बजे वह यहां से निकल गए थे। इसके बाद से ही नवीन गायब हैं।

व्हाट्सएप पर मैसेज किया, कर रहा हूं आत्महत्या

मंगलवार की सुबह 5.04 बजे नवीन भाई जयंति भाई पटेल ने अपने साले भगवान भाई पटेल को व्हाट्सएप मैसेज किया। व्हाट्सएप मैसेज में नवीन ने जीवन से उबकर सुसाइड करने की बात लिखी थी। नवीन ने मैसेज में अपनी पत्नी व दोनों बच्चों को साथ ले जाने का निवेदन किया है। मैसेज मिलने के बाद भगवान भाई पटेल ने रांची में पटिदार समाज से जुड़े तुलसी पटेल को पूरे मामले की जानकारी दी। जिसके बाद मामले की जानकारी रांची एसएसपी को दी गई।

देर शाम मंगवाए थे पैसे

परिजनों के मुताबिक, नवीन ने सोमवार की शाम 25 हजार रूपये अपने आईसीआईसीआई बैंक के एकाउंट में मंगवाए थे। जिसे अकाउंट में पैसे आए थे उसी से नवीन ने रांची के हिनू के समीप से ही 15 हजार की निकासी भी की है। 


मैनेजर से एनआईए ने की पूछताछ, सामान किया जब्त

एनआईए टीम नवीन भाई जयंत भाई पटेल के गायब होने की जानकारी रांची पुलिस से मिलने के बाद होटल रिवर व्यू पहुंची थी। एनआईए ने होटल के मैनेजर से पूछताछ किया। मौके पर पुलिस ने नवीन के सारे सामान जब्त किए हैं। नवीन रात में सारे सामान छोड़कर होटल से गए थे।

पीएलएफआई के निवेशक सुमंत से जुड़े हैं तार

नोटबंदी के दौरान पीएलएफआई के 25 लाख रूपये बेड़ो से बरामद किए गए थे। पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप ने 10 नवंबर 2016 को ये पैसे एक पेट्रोलपंप संचालक को भिजवाया था।  कांड के अनुसंधान में एनआईए ने निवेशक सुमंत साव, जितेंद्र सिंह को हाल में गिरफ्तार किया था। सुमंत लेवी के पैसों का निवेश शेल कंपनियों व पावर प्लांट लगाने के नाम पर कर रहा था। एनआईए जांच में यह बात सामने आयी थी कि सुमंत ने लाइजनिंग के लिए नवीन से भी संपर्क किया था। इस मामले में एनआईए ने पहली बार 29 अप्रैल को नवीन को गवाही देने के लिए रांची बुलाया था। इसके बाद उनसे कई बार की पूछताछ एनआईए कर चुकी थी।अंदेशा यह भी जताया जा रहा है कि टेरर फंडिंग के मामले में गिरफ्तारी के डर से नवीन गायब हो गए। 
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