रांची: यूजीसी नेट क्वालिफाई दिव्यांग राजेश कुमार पिछले 32 दिनों से राजभवन के सामने अपनी मांग को लेकर राज्यपाल से गुहार लगा रहे हैं और लगातार धरने पर बैठे हैं. लेकिन अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है. इस बीच उनकी तबीयत भी बिगड़ी जिसके बाद प्रशासन की ओर से स्वास्थ्य जांच भी की गई. लेकिन उनकी मूल परेशानी को किसी ने भी समझने की कोशिश नहीं की है.
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शारीरिक रूप से 70 प्रतिशत दिव्यांग राजेश कुमार राज भवन के पास न्याय की गुहार लेकर पिछले 32 दिनों से बैठे हैं. वह हाथ में तख्तियां लिए धूप बारिश की चिंता किए बगैर अकेले ही धरना दे रहे हैं. लेकिन इस ओर ना तो राज भवन का ध्यान अब तक गया है और ना ही जिला प्रशासन ने ही इस संबंध में कोई पहल की है. राजेश को दुमका स्थित सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय में नौकरी देकर कुछ समय बाद हटा दिया गया. राजेश ने 4 महीने का बकाया मानदेय भी विश्वविद्यालय प्रबंधन से मांगा था जो उन्हें नहीं मिला. जिसके बाद राजेश ने राज्यपाल को चिट्ठी के माध्यम से इस मामले की शिकायत की जिसके बाद उन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ा.