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नेट क्वालीफाई दिव्यांग राज्यपाल से न्याय की लगा रहे गुहार, खराब मौसम के बावजूद 32 दिन से दे रहे धरना

रांची में राजभवन के सामने यूजीसी नेट क्वालीफाई 70 फीसदी दिव्यांग राजेश पिछले 32 दिनों से धरने पर बैठे हैं. लेकिन इनकी सुनने वाला कोई नहीं है.

NET Qualified Divyang pleading for justice to Governor
NET Qualified Divyang pleading for justice to Governor
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Published : Jun 3, 2022, 5:42 PM IST

Updated : Jun 4, 2022, 8:41 AM IST

रांची: यूजीसी नेट क्वालिफाई दिव्यांग राजेश कुमार पिछले 32 दिनों से राजभवन के सामने अपनी मांग को लेकर राज्यपाल से गुहार लगा रहे हैं और लगातार धरने पर बैठे हैं. लेकिन अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है. इस बीच उनकी तबीयत भी बिगड़ी जिसके बाद प्रशासन की ओर से स्वास्थ्य जांच भी की गई. लेकिन उनकी मूल परेशानी को किसी ने भी समझने की कोशिश नहीं की है.

ये भी पढ़ें: छात्रा आत्महत्या मामलाः एबीवीपी ने राजभवन के समक्ष दिया धरना



शारीरिक रूप से 70 प्रतिशत दिव्यांग राजेश कुमार राज भवन के पास न्याय की गुहार लेकर पिछले 32 दिनों से बैठे हैं. वह हाथ में तख्तियां लिए धूप बारिश की चिंता किए बगैर अकेले ही धरना दे रहे हैं. लेकिन इस ओर ना तो राज भवन का ध्यान अब तक गया है और ना ही जिला प्रशासन ने ही इस संबंध में कोई पहल की है. राजेश को दुमका स्थित सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय में नौकरी देकर कुछ समय बाद हटा दिया गया. राजेश ने 4 महीने का बकाया मानदेय भी विश्वविद्यालय प्रबंधन से मांगा था जो उन्हें नहीं मिला. जिसके बाद राजेश ने राज्यपाल को चिट्ठी के माध्यम से इस मामले की शिकायत की जिसके बाद उन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ा.

देखें पूरी खबर
32 दिनों से राजभवन के सामने बैठे हैं राजेश: राजेश लगभग 32 दिनों से राजभवन के सामने धरने पर बैठे हैं. इस बीच राजेश की तबीयत बिगड़ी तो जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराते हुए धरना स्थल पर ही चिकित्सीय जांच भी करवाई. लेकिन राजेश की मूल समस्या क्या है इस ओर ध्यान नहीं दिया गया. राजेश ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए अपनी पीड़ा जाहिर की है. राजेश का कहना है कि जल्द से जल्द उन्हें न्याय मिले.

रांची: यूजीसी नेट क्वालिफाई दिव्यांग राजेश कुमार पिछले 32 दिनों से राजभवन के सामने अपनी मांग को लेकर राज्यपाल से गुहार लगा रहे हैं और लगातार धरने पर बैठे हैं. लेकिन अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है. इस बीच उनकी तबीयत भी बिगड़ी जिसके बाद प्रशासन की ओर से स्वास्थ्य जांच भी की गई. लेकिन उनकी मूल परेशानी को किसी ने भी समझने की कोशिश नहीं की है.

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शारीरिक रूप से 70 प्रतिशत दिव्यांग राजेश कुमार राज भवन के पास न्याय की गुहार लेकर पिछले 32 दिनों से बैठे हैं. वह हाथ में तख्तियां लिए धूप बारिश की चिंता किए बगैर अकेले ही धरना दे रहे हैं. लेकिन इस ओर ना तो राज भवन का ध्यान अब तक गया है और ना ही जिला प्रशासन ने ही इस संबंध में कोई पहल की है. राजेश को दुमका स्थित सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय में नौकरी देकर कुछ समय बाद हटा दिया गया. राजेश ने 4 महीने का बकाया मानदेय भी विश्वविद्यालय प्रबंधन से मांगा था जो उन्हें नहीं मिला. जिसके बाद राजेश ने राज्यपाल को चिट्ठी के माध्यम से इस मामले की शिकायत की जिसके बाद उन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ा.

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32 दिनों से राजभवन के सामने बैठे हैं राजेश: राजेश लगभग 32 दिनों से राजभवन के सामने धरने पर बैठे हैं. इस बीच राजेश की तबीयत बिगड़ी तो जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराते हुए धरना स्थल पर ही चिकित्सीय जांच भी करवाई. लेकिन राजेश की मूल समस्या क्या है इस ओर ध्यान नहीं दिया गया. राजेश ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए अपनी पीड़ा जाहिर की है. राजेश का कहना है कि जल्द से जल्द उन्हें न्याय मिले.
Last Updated : Jun 4, 2022, 8:41 AM IST
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