रांची: स्वास्थ्य विभाग ने होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के ऑक्सीजन लेवल की जानकारी लेने के लिए नियमित मॉनिटरिंग का निर्णय लिया है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान निदेशक रविशंकर शुक्ला ने इसे लेकर राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों को पत्र भेजकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं.
'पल्स ऑक्सीमीटर का होना बहुत जरूरी'
अभियान निदेशक ने सभी उपायुक्तों को कहा है कि होम आइसोलेशन में रहने वाले हर मरीज के घर में ऑक्सीजन लेवल मापने के लिए पल्स ऑक्सीमीटर का होना बहुत जरूरी है. जो मरीज खुद का पल्स ऑक्सीमीटर नहीं खरीद सकते हैं, जिला प्रशासन वैसे मरीजों के ऑक्सीजन की नियमित जांच की व्यवस्था करे. ताकि समय रहते मरीजों के ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत का पता लगाकर मौत को रोका जा सके.
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क्या कहा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान निदेशक ने
अभियान निदेशक रवि शंकर शुक्ला ने निर्देश देते हुए कहा कि कई मरीज ऐसे मिले हैं, जिनमें कोई लक्षण सामने नहीं आता है. लेकिन वह हाईपोक्सिया (शरीर में ऑक्सीजन लेवल का कम होना) के शिकार हो जाते हैं और उनकी मौत हो जाती है. ऐसे मरीजों का पता लगाने में पल्स ऑक्सीमीटर काफी उपयोगी साबित होता है. सभी जिलों में पर्याप्त मात्रा में पल्स ऑक्सीमीटर और नेबुलाइजर का वितरण किया जा चुका है और जरूरत पड़ने पर आगे और भी वितरण किया जाएगा.