रांचीः राज्य की करीब 15 हजार सखी मंडलों को क्रेडिट लिंकेज के जरिए आर्थिक मदद के लिए इंडियन बैंक के साथ एमओयू किया गया है. झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी की इस
पहल से सखी मंडल की बहनों के जीवन में बड़ा बदलाव की उम्मीद सीईओ नैंसी सहाय ने जतायी है.
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15 हजार से ज्यादा सखी मंडल को मिलेगा फायदा
झारखण्ड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी और इंडियन बैंक के बीच सखी मंडल के सदस्यों के वित्तीय समावेशन ( Financial inclusion) के लिए MOU किया गया. जेएसएलपीएस के हेहल स्थित राज्य कार्यालय में सोसाईटी की सीईओ नैंसी सहाय, मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार शाही, क्षेत्रीय महाप्रबंधक, इंडियन बैंक, पटना ने एमओयू पर हस्ताक्षर किया. राज्य में ग्रामीण महिलाओं के संगठन को वित्तीय समावेशन के तहत क्रेडिट लिंकेज से जोड़ने में यह पहल मददगार साबित होगी.
समझौता ज्ञापन कार्यक्रम में जेएसएलपीएस की मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी नैंसी सहाय ने कहा कि इंडियन बैंक की इस पहल से अन्य बैंक भी सखी मंडल के क्रेडिट लिंकेज के लिए आगे आएंगे. बैंकों की छोटी-छोटी पहल के जरिए ग्रामीण महिलाओं के जीवन में बड़े बदलाव की नींव रखी जा रही है. हमारी कोशिश है कि सखी मंडलों को ज्यादा से ज्यादा क्रेडिट लिंकेज उपलब्ध कराकर उनको स्वरोजगार के अवसरों से जोड़ा जा सके. सखी मंडल की बहनें आज छोटी छोटी राशि लोन के रुप में लेकर उद्यमिता के क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही हैं.
इंडियन बैंक के क्षेत्रीय महाप्रबंधक ने बताया कि आने वाले समय मे इंडियन बैंक झारखंड में करीब 15000 सखी मंडलों के वित्त पोषण का प्रयास करेगा. अब तक इंडियन बैंक ने करीब 4500 सखी मंडलों को क्रेडिट लिंकेज के जरिए वित्त पोषण उपलब्ध कराया है. वैसे जिले जहां बैंक क्रेडिट लिंकेज की दिक्कत है, इंडियन बैंक उन जिलों में भी सखी मंडलों का वित्त पोषण सुनिश्चित करेगा.
सखी मंडलों को क्रेडिट लिंकेज के जरिए आर्थिक मदद उपलब्ध कराने की इस पहल से सुदूर गांव के आखिरी परिवार को लाभ मिल सकेगा.
अब तक 1.6 लाख सखी मंडलों को जोड़ा गया है क्रेडिट लिंकेज से
जेएसएलपीएस संपोषित 1.60 लाख सखी मंडलों को विभिन्न बैंकों के जरिए क्रेडिट लिंकेंज से जोड़ा जा चुका है. इस पहल से करीब 200 करोड़ की राशि राज्य के सखी मंडलों को वित्तीय समावेशन के लिए उपलब्ध कराया जा चुका है.