रांची: राजधानी रांची के महिला थाने की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं. आठ माह की गर्भवती युवती छह माह से इंसाफ के लिए महिला थाने का चक्कर लगा रही है. पीड़ित ने पुलिस पर पिछले छह महीने से टाल-मटोल करने का आरोप लगाया है. रविवार को भी पीड़ित थाने पहुंची थी. पीड़ित युवती को शादी का झांसा देकर नीतीश मिश्र नाम के युवक यौन शोषण किया और फरार हो गया.
थाना से छोड़ देने का आरोप
पीड़ित का कहना है कि उसने जिस पर केस कराई उसे थाने में लाकर छोड़ दिया गया. उसे भागने की मोहलत भी दी गई. आरोपी रातू रोड मंगलम अपार्टमेंट निवासी नीतिश कुमार मिश्र है. मूल रूप से बिहार के बेतिया जिले के जमुआ थाना क्षेत्र के कुसई गांव का रहने वाला है. अब वह नेपाल में जाकर छिप गया है.
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ठंडे बस्ते में केस
पीड़िता के अनुसार, उसके ठिकाने की जानकारी होने के बावजूद पुलिस वहां छापेमारी नहीं कर रही है. दरअसल, युवती ने शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने, एक बार गर्भपात कराने और प्रताड़ित करने का आरोप लगा महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. पीड़ित अब आठ माह की गर्भवती है. युवती के गर्भवती होने के बावजूद महिला थाने की पुलिस ने लापरवाही दिखाते हुए छह महीने काउंसिलिंग के नाम पर टाला. इसके बाद बीते आठ नवंबर 2019 को केस दर्ज किया गया, लेकिन केस ठंडे बस्ते में है.
प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करने के दौरान लिया झांसे में
पीड़ित युवती के अनुसार, करीब तीन साल पहले वह प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करती थी. फैक्ट्री परिसर के ही कमरा में रहती थी. वहां फैक्ट्री के मालिक का चालक नीतिश मिश्र आना-जाना करता था. इस दौरान शादी का झांसा देकर दोस्ती की. इसके बाद से लगातार शारीरिक संबंध बनाया. शारीरिक संबंध बनाने के दौरान गर्भवती हुई, तो गर्भपात करा दिया. दोबारा अब आठ माह की गर्भवती हो चुकी है. उसके शिकायत कराने के बाद महिला थाने में काउंसिलिंग की जाती रही. काउंसिलिंग के बीच एक बार आरोपी को थाने लाकर रखा गया, बाद में उसे छोड़ दिया गया था.
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धर्मांतरण का भी लगाया आरोप
पीड़ित ने आरोपी पर धर्मांतरण का भी आरोप लगाया है. बीते एक जनवरी 2019 को धर्मांतरण कराकर उसके नाम भी बदल दिए. फिर शादी भी की. इधर, हाल में आरोपी साथ रखने से मुकर गया. गर्भवती हाल में छोड़कर फरार हो गया. इसमें आरोपी की रिश्तेदार बेबी गुप्ता ने भी मदद की. जब साथ रखने की बात कही, तो पांच लाख रुपए लेकर आने के लिए भी कहा गया. पीड़ित महिला थानेदार और केस की अनुसंधानकर्ता से कई बार आरोपी को पकड़ने की गुहार लगा चुकी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.