रांचीः राज्य में मनरेगा की योजनाओं को धरातल पर उतारने और ग्रामीण क्षेत्र में बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मनरेगाकर्मी एक बार के आंदोलन की तैयारी में हैं. झारखण्ड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के बैनर तले राज्य भर के करीब 55 सौ मनरेगा कर्मियों ने आपात बैठक कर इसकी रूपरेखा भी तय कर ली है. जिसके तहत 28 जुलाई तक सभी विधायकों के जरिए मुख्यमंत्री को पत्र भेजा जाएगा. जिसमें मनरेगाकर्मी अपनी वर्षों पुराने लंबित मांगों को पूरा करने की मांग मुख्यमंत्री से करेंगे.
1 अगस्त को विधानसभा का घेरावः विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान राज्यभर के मनरेगाकर्मी रांची में जुटेंगे और अपनी मांगों के समर्थन में विधानसभा का घेराव करेंगे. उसके बाद मांग पूरी नहीं हुई तो 8 अगस्त से राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम की आवास का अनिश्चितकालीन घेराव करने का कार्यक्रम बना है.
आइए नजर डालें मनरेगाकर्मियों के आंदोलन की रूपरेखा परः
- 18 जुलाई से 28 तक मुख्यमंत्री के नाम सभी विधायकों को मांग पत्र सौपना है
- 1 अगस्त को विधानसभा का घेराव
- 8 अगस्त को बिरसा चौक पर बिरसा मुंडा की मूर्ति पर माल्यार्पण के साथ ग्रामीण विकास मंत्री का आवास घेराव.
- इसके साथ ही साथ अन्य मंत्री के आवास का घेराव करने की योजना है.
रांची जिला में ये बनाए गए इंचार्जः
- सिल्ली विधायक- नेतृत्वकर्ता- भरत महतो, अमरेन्द्र महतो
- खिजरी विधायक- नेतृत्वकर्ता- वीरेन्द्र सिंह भोक्ता, मृत्युंजय महतो, रमन कुमार साहू
- कांके विधायक- उमेश कुमार , आनंद, निजामुद्दीन
- तमाड़ विधायक- पूरन मुंडा, आसू सेठ
- मांडर विधायक-बसंत साहू, निरोज लकड़ा, बजरंग
- हटिया विधायक- नरेन्द्र रजक, मुर्तजा, सुनीता
झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष जॉन पीटर बागे ने कहा कि सेवा नियमितीकरण, सेवा स्थायी होने तक मानदेय बढ़ाने और मनरेगाकर्मियों को सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाने सहित कई मांगें हैं.