रांची: प्रदेश की मौजूदा रघुवर दास सरकार में राज्य एवं खाद्य आपूर्ति विभाग के मंत्री रहे सरयू राय ने स्पष्ट कर दिया है कि जिन मुद्दों को लेकर उन्होंने लड़ाई छेड़ी है उसे वह अंजाम तक ले जाएंगे. इतना ही नहीं उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगले दो चरण में वह प्रमुख विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के प्रचार में संथाल परगना जाएंगे.
गवर्नर को सौंपा अपना इस्तीफा
ईटीवी भारत से बात करते हुए सरयू राय ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन के अलावा कुछ और उम्मीदवारों ने उन्हें बुलाया है. वहां भी वह 16 और 17 दिसंबर को उन प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार करेंगे. दरअसल, सरयू राय शुक्रवार को रघुवर दास कैबिनेट से इस्तीफा देने के लिए सशरीर गवर्नर द्रौपदी मुर्मू से मिलने आए थे. उन्होंने कहा कि 17 नवंबर को उन्होंने अपना इस्तीफा फैक्स से गवर्नर हाउस और विधानसभा अध्यक्ष के पास भेजा, लेकिन उन्हें जानकारी मिली कि उनका इस्तीफा यहां तक नहीं पहुंचा है. यही वजह है कि उन्होंने अपना इस्तीफा खुद आकर गवर्नर को दिया है. राय ने कहा कि अब विधि सम्मत प्रक्रिया से कार्यवाही की जाएगी.
भाजपा की मौजूदा स्थिति देखकर होती है तकलीफ
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की मौजूदा दशा को देखकर काफी तकलीफ होती है. उन्होंने कहा कि बीजेपी का वह दौर था जब अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी सरीखे नेता नेतृत्व करते थे, लेकिन अब मौसम बदल गया है. उन्होंने बाकायदा एक शेर भी पढ़ा और कहा कि एक वक्त था जब पसीना भी गुलाब लगता था और अब इत्र मलते हैं तो भी खुशबू नहीं आती.
सरयू राय ने कहा कि 23 दिसंबर को चुनाव के नतीजे आने वाले हैं लोगों का मानना है कि वह जमशेदपुर पूर्वी सीट से जीत सकते हैं. उन्होंने कहा कि चुनावी नतीजे क्या निकलकर आते हैं उसके बाद वह अपनी आगे की रणनीति तय करेंगे.
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हालांकि, उन्होंने एक बात स्पष्ट कर दी कि जिन मुद्दों को लेकर उन्होंने लड़ाई छेड़ी है उसे वह हर हाल में अंजाम तक ले जाएंगे. उन्होंने कहा कि जो भी पीआईएल और सामाजिक मुद्दे उन्होंने उठाए हैं, उसे वह कहीं न कहीं अंजाम तक ले जाएंगे. राय ने कहा कि वह विशुद्ध रूप से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अपनी सक्रियता जारी रखेंगे.