नई दिल्ली: कोरोना लॉकडाउन में दूसरे राज्यों में फंसे झारखंड के मजदूरों की केंद्रीय मंत्री और झारखंड के पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा ने काफी मदद की थी, कई मजदूरों को राशन पहुंचवाया और वापस झारखंड भी भेजा. अभी भी झारखंड के कुछ मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हैं. पुणे में झारखंड के सरायकेला खरसावां के बिमल चंद्र प्रामाणिक और उनके साथ सिल्ली के और व्यक्ति भी हैं. यह लोग प्रवासी मजदूर हैं जो तीन महीने से वहां फंसे हुए हैं. इन लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इनके पैसे भी खत्म हो गए हैं. इनके पास खाने पीने की चीजे नहीं हैं. उन लोगों ने अर्जुन मुंडा से मदद की गुहार लगाई.
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अर्जुन मुंडा के आग्रह पर जिलाधिकारी के निर्देश पर उपायुक्त श्रम, पुणे द्वारा इन मजदूरों को 10 दिनों का भोजन सामग्री उपलब्ध करा दी गई है. इन मजदूरों का कहना है कि झारखंड सरकार की तरफ से पुणे सिटी रेलवे स्टेशन उन दोनों को बुलाया भी गया था, लेकिन ट्रेन में सीट फुल होने के कारण वह दोनों झारखंड वापस नहीं जा सके. इन मजदूरों ने अर्जुन मुंडा से आग्रह किया है कि वह लोग वापस झारखंड आना चाहते हैं, उनके झारखंड भेजने का इंतजाम कर दीजिए, उनके घर के लोग बहुत परेशान हैं. वहीं, मुंडा ने इनको हर संभव मदद का आश्वासन दिया है.