रांचीः पूजा सिंघल प्रकरण में ईडी की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे वैसे चौंकाने वाले खुलासे भी सामने आ रहे हैं. मिली जानकारी के मुताबिक जेल में बंद आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल से जुड़े मनी लाउंड्रिंग के मामले में खनन विभाग के एक पदाधिकारी के खिलाफ ईडी को पुख्ता साक्ष्य मिला है. ईडी की टीम मिले साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है.
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ईडी के अधिकारियों के मुताबिक खनन विभाग में पदस्थापित पदाधिकारी ने कैश के साथ साथ डिजिटल ट्रांजक्शन सीए सुमन कुमार के खाते में किया था. इसके साक्ष्य एजेंसी को मिले हैं. जांच एजेंसी के मुताबिक मनी लाउंड्रिंग में सीधा कनेक्शन सामने आ रहे हैं. गौरतलब है कि रिमांड के दौरान हुई पूछताछ में सुमन कुमार ने स्वीकार किया था कि पूजा सिंघल के कहने पर कई जगहों से पैसों की वसूली की थी. 6 मई को 19.31 करोड़ रुपये नोट बरामदगी के बाद सुमन ने पैसों के स्रोत को लेकर कई खुलासे किए थे.
शनिवार को ईडी ने मनी लाउंड्रिंग से जुड़े मामले में किसी से पूछताछ नहीं की. लगातार तीन दिनों तक प्रेम प्रकाश से पूछताछ में मिले तथ्यों के साथ साथ पिछले सप्ताह बिल्डर निशिथ केसरी और कारोबारी विशाल चौधरी के ठिकानों से मिले कागजातों की काफी सूक्ष्मता से छानबीन ईडी के अधिकारियों ने की.
जानकारी के अनुसार ईडी की अलग अलग टीमें राज्य के अलग अलग हिस्सों में पड़ताल में जूटी है. पूछताछ में आए तथ्यों के आधार पर ईडी की टीम संताल परगना समेत अन्य जगहों पर पड़ताल में जूटी है. आने वाले दिनों में ईडी राज्य में फिर बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है.
गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने शनिवार को ट्वीट कर दावा किया है कि ईडी ने पूछताछ के लिए अमित अग्रवाल, विनोद सिंह और प्रेम प्रकाश के परिजनों को तलब किया है. अमित अग्रवाल के यहां पूर्व में आयकर विभाग की टीम कोलकाता और जामताड़ा में दबिश दे चुकी है. शेल कंपनियों से जुड़े मनी लाउंड्रिंग के केस में भी अमित अग्रवाल का नाम सामने आया था. वहीं, विनोद सिंह राज्य के एक बड़े राजनेता के करीबी बताए जाते हैं.