रांची: झारखंड में पहुंचने वाले अन्य राज्यों और जिलों के मजदूरों को गुमराह किया जा रहा है. जानकारी के अभाव में यह मजदूर रेलवे स्टेशनों की ओर रुख कर रहे है, क्योंकि उन्हें यह पता है कि रेलवे स्टेशनों से श्रमिकों की आवाजाही शुरू हो चुकी है. ऐसे में उन्हें किसी न किसी तरीके से ट्रेन के माध्यम से गंतव्य के लिए भेजा जरूर जाएगा. इस सिलसिले में ऐसा मामला हटिया और रांची रेलवे स्टेशन पर देखने को मिल रहा है, जब रोजाना सैकड़ों की संख्या में मजदूर रेलवे स्टेशन पहुंच रहे हैं और रेलवे स्टेशन के ही इर्द-गिर्द डेरा डाले हुए रहते हैं.
पुलिसकर्मी कहते हैं स्टेशन चले जाइए
दरअसल, जहां यह मजदूर अन्य राज्यों से राजधानी रांची पहुंच रहे हैं, वहीं पुलिसकर्मी और स्थानीय लोग इनसे सीधे स्टेशन और बस स्टैंड की ओर चले जाने की बात कहते हैं और बताते हैं कि उनके लिए वहां समुचित व्यवस्था की गई है. जैसे यह बात श्रमिक सुनते हैं इनके भी मन में खुशी होती है कि ट्रेनों के माध्यम से इन्हें घर जरूर भेजा जाएगा. वहीं प्रशासन भी इनका मार्गदर्शन नहीं कर रहा है. ये लोग भीड़ में कहीं भी रेलवे स्टेशनों पर बैठे रहते हैं. प्रशासन की ओर से किसी तरीके की जानकारी नहीं दिए जाने के कारण यह मजदूर आज शहर में जहां-तहां भटकने को मजबूर हैं.
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काफी दूर से पैदल चलकर यह लोग झारखंड तक पहुंचे हैं और अब ऐसे कई मजदूर है जो चलने फिरने में भी असमर्थ हो चुके हैं. ऐसे में इन लोगों ने हटिया और रांची रेलवे स्टेशन के समीप डेरा डाले हुए हैं. इन मजदूरों से ईटीवी भारत की टीम ने बात की तो पता चला इन्हें विभिन्न जगहों पर कई बार क्वॉरेंटाइन किया जा चुका है. कई चरण की स्क्रीनिंग करवा कर कई जिलों को पार कर वह यहां तक पहुंचे हैं और अब अपने घर जाना चाहते हैं और जिला प्रशासन से हाथ जोड़कर घर तक पहुंचाने की गुहार लगा रहे हैं.