रांचीः पुलिस ने वर्चुअल कॉल के माध्यम से कारोबारियों को मिल रही रंगदारी का खुलासा करते हुए गढ़वा से सुजीत सिन्हा के एक गुर्गे को गिरफ्तार किया है. अपने आपको मयंक सिंह बताकर अमित कुमार चौधरी नाम का युवक कारोबारियों की नाक में दम कर रखा था. अमित कुमार चौधरी धनबाद जेल में बंद गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के संपर्क में था और उसी के इशारे पर कारोबारियों से रंगदारी मांग रहा था और धमकी दे रहा था.
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5 फुट का आदमी, बेहद शातिर दिमाग
रांची पुलिस की टीम ने गढ़वा से गिरफ्तार अमित चौधरी मात्र 5 फुट का है. 21 वर्षीय अमित चौधरी इतना शातिर है कि उसने जेल में बंद गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के सहयोग से रंगदारी और धमकी देकर पूरे झारखंड में दहशत फैला रखा था.
हाल के दिनों में रांची के अरगोड़ा और पंडरा इलाके के दो कारोबारियों से मयंक सिंह बनकर अमित चौधरी ने ही वर्चुवल कॉल के माध्यम से दो करोड़ की रंगदारी मांगी थी. सुजीत सिन्हा की ओर से अमित चौधरी को वर्चुअल कॉल के जरिए रंगदारी कैसी मांगी जाती है, इसकी बकायदा ट्रेनिंग भी दिलवायी गई थी. जिसके बाद इंटरनेट का प्रयोग कर अमित चौधरी ने मयंक सिंह के नाम पर कारोबारियों में दहशत फैला दिया था. पुलिस की जांच में यह भी खुलासा हो गया कि मयंक सिंह नाम का कोई अपराधी मौजूद ही नहीं है बल्कि अमित चौधरी ही मयंक सिंह का नाम लेकर कारोबारियों से रंगदारी मांग रहा था. अगर अमित चौधरी की गिरफ्तारी नहीं होती तो कई कारोबारियों की जान भी जा सकती थी.
मयंक सिंह के नाम से ही अमित चौधरी ने 3 अक्टूबर को अरगोड़ा के एक कारोबारी से व्हाट्सएप मैसेज लिखा गया कि 'नरेंद्र जी मैं मयंक सिंह बोल रहा हूं, अमन साहू गिरोह से... बॉस का आदेश है कि आपको दो करोड़ की रंगदारी देना है नहीं तो ठोक देंगे. तुम्हारा काम रांची के गोविंदपुर, दलादली और हजारीबाग में चल रहा है, तुम्हारा एक बेटा भी है उसका भी ख्याल रखना नहीं तो तेरी व्हाइट सफारी को तेरे खून से रेड कर दूंगा, तेरे पास 2 दिन का समय है जल्दी से पेमेंट करो'.
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मैट्रिक पास है अमित चौधरी, पहले करता था खेती
सुजीत सिन्हा के लिए बहुत खास बन चुके अमित चौधरी मात्र मैट्रिक पास है लेकिन वर्चुअल कॉल के माध्यम से वह लगातार कारोबारियों को धमका रहा था. पुलिस की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि अमित चौधरी रंगदारी के अलावा खेती का भी काम करता है.
फेसबुक में गैंगस्टर्स खोजकर सुजीत सिन्हा से जुड़ा
रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि अमित चौधरी सुजीत सिन्हा से फेसबुक के माध्यम से जुड़ा था. उसने झारखंड के कई गैंगस्टर्स से संपर्क किया था ताकि उसे काम मिल सके. इसी बीच फेसबुक के माध्यम से उसे दो कुख्यात अपराधियों से पहचान हो गई, जिनमें सुजीत और अभिषेक पंडित शामिल थे. अमित चौधरी की काबिलियत को देखते हुए सुजीत सिन्हा ने उसका इस्तेमाल कारोबारियों से रंगदारी मांगने के लिए शुरू किया. अमित चौधरी बड़े-बड़े कंस्ट्रक्शन साइट्स् और कारोबारियों के ठिकानों की वीडियोग्राफी और फोटो खींचकर सुजीत सिन्हा के पास भेजता था, जिसके बाद उनसे रंगदारी की डिमांड की जाती थी.
अशोका बिल्डकॉन पर हमले का मास्टरमाइंड
पुलिसिया जांच में यह खुलासा हुआ है कि 5 अक्तूबर को सुजीत सिन्हा गुर्गों ने ही अशोका बिल्डकॉन की हुसैनाबाद स्थित साइट पर हमला किया था. हमले में इंजीनियर वीरेंद्र कुमार घायल हो गए थे. इससे पहले सुजीत के गुर्गों ने ही 8 जुलाई को पलामू के मोहम्मदगंज में अशोका बिल्डकॉन की साइट पर फायरिंग की थी. अशोका बिल्डकॉन के हुसैनाबाद साइट की रेकी अमित चौधरी ने ही की थी. जिसके बाद वहां से रंगदारी की मांग की गई और रंगदारी नहीं देने पर साइट पर हमला किया गया.
कारोबारियों पर हमले के लिए मांगी थी इजाजत
मयंक सिंह बनकर अमित चौधरी ने झारखंड के कई कारोबारियों को धमकी भरे कॉल किए थे. जब कारोबारियों ने मामले को लेकर पुलिस से संपर्क कर लिया और रंगदारी की रकम अमित को नहीं मिली. तब उसने सुजीत सिन्हा को फोन कर कहा कि अब आप कारोबारियों पर हमला करने की तैयारी करवाइए. इसके लिए जल्द से जल्द आदमी और हथियार का उपाय कीजिए ताकि वो कारोबारियों पर हमला कर सके. नवरात्रि के अवसर पर इस गिरोह की यह मंशा थी कि करोड़ रुपए की उगाही की जाए.
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अमन के नाम पर सुजीत मांग रहा रंगदारी
पुलिस की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि वर्तमान समय में रांची जेल में बंद गैंगस्टर अमन साव के नाम पर सुजीत सिन्हा ही रंगदारी मांग रहा है. धनबाद जेल में बंद गैंगस्टर सुजीत सिन्हा और रांची जेल में बंद गैंगस्टर अमन पहले एक साथ काम किया करते थे लेकिन पैसे के लेनदेन को लेकर दोनों में फिलहाल अलगाव हो चुका है. सुजीत यह चाहता है कि रंगदारी के मामलों में अमन का नाम बदनाम हो इसलिए वह अपने गुर्गों से अमन के नाम पर ही रंगदारी की डिमांड करवा रहा था.
हटिया एएसपी, साइबर डीएसपी, डीएसपी हेडक्वार्टर-1 और अरगोड़ा थानेदार की भूमिका अहम
अमित चौधरी की गिरफ्तारी में हटिया एएसपी विनीत कुमार, साइबर डीएसपी यशोधरा, हेडक्वार्टर डीएसपी नीरज और अरगोड़ा थाना प्रभारी विनोद कुमार की टीम का अहम योगदान रहा. साइबर डीएसपी से टेक्निकल सहयोग मिलने के बाद एएसपी हटिया विनीत ने खुद सीनियर एसपी के आदेश पर दिन-रात काम कर रांची के लिए खौफ बने अमित चौधरी उर्फ मयंक सिंह को गिरफ्तार किया.