रांची: सरकार के साथ समझौता लागू नहीं होने को वादाखिलाफी मानते हुए झारखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने बिरसा चौक पर प्रदर्शन किया. इस मौके पर मांगें नहीं माने जाने पर जोरदार आंदोलन की बात कही गई. इसमें हजारों की संख्या में आंगनबाड़ी, सेविका, सहायिका, लघु सेविका और पोषण सखियों ने हिस्सा लिया.
आंगनबाड़ी कर्मियों के मानदेय में बढ़ोतरी, महंगाई भत्ता, चिकित्सा भत्ता, यात्रा भत्ता, पेंशन, उम्र सीमा 65 वर्ष करने, महिला कर्मचारियों के पद पर शत-प्रतिशत नियुक्ति देने जैसे मांगों को लेकर झारखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने विधानसभा सत्र के पहले दिन बिरसा चौक पर जमकर हंगामा किया. बता दें कि एक वर्ष पूर्व इन्हीं मुद्दों को लेकर राज्य सरकार के साथ राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ का एक समझौता हुआ था, जो समझौता अब तक पूरा नहीं किया जा सका है.
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इससे आक्रोशित तमाम सहायिका और सेविका बिरसा चौक पहुंचे और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. मौके पर उन्होंने कहा कि ऐसे ही स्थिति रही तो आने वाले समय में आंदोलन जोरदार तरीके से किया जाएगा. बिरसा चौक के समीप और भी कई संगठनों ने अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया है. जिसमें झारखंड आंदोलनकारी संगठन भी शामिल है.
जैसे ही विधानसभा का सत्र शुरू होता है विभिन्न संगठन बिरसा चौक के समक्ष धरना और प्रदर्शन करते हैं. अपनी-अपनी मांगों को लेकर अर्से से आंदोलित इन संगठनों के लिए विधानसभा सत्र के दौरान बिरसा चौक अपनी बात रखने का सही जगह होता है. सत्र के शुरुआती दिन के साथ ही इनका आंदोलन तेज किया जाता है. इसी कड़ी में विभिन्न संगठनों द्वारा विधानसभा सत्र के पहले दिन बिरसा चौक के समक्ष प्रदर्शन किया गया.