रांची: राजधानी के बहुचर्चित सुफिया हत्याकांड के मुख्य आरोपी शेख बेलाल की गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को उसे मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल लाया गया. शेख बेलाल के साथ उसकी पत्नी की भी मेडिकल जांच कराई गई. कोविड और बॉडी चेकअप के बाद पुलिस ने शेख बेलाल और उसकी पत्नी को जेल भेज दिया. इससे पहले गुरुवार को पुलिस ने ओरमांझी थाना क्षेत्र के कुटे गांव से शेख बेलाल को गिरफ्तार किया था. वह एक ऑटो में सवार होकर भाग रहा था. इसी दौरान पुलिस ने घेरकर उसे पकड़ लिया.
बदले की भावना से की हत्या
आरोपी बेलाल ने बताया कि सुफिया की बदले की भावना से हत्या की थी. चूंकि वह उसकी पहली पत्नी साबो खातून को तलाक देने का दबाव बना रही थी. इससे पहले दहेज प्रताड़ना का केस और आर्म्स एक्ट के केस में जेल भिजवा दी थी. जेल से छूटने के बाद फिर वह पहली पत्नी को छोड़ने का दबाव दे रही थी. इसी वजह से सुफिया को प्लानिंग के साथ जंगल ले गया और उसकी गला काटकर हत्या कर दी.
ठिकाना बदल-बदलकर रह रहा था बेलाल
हत्या का आरोपी शेख बेलाल की पहचान होने के बाद ठिकाना बदल-बदल कर रह रहा था. वह अखबार और टीवी के माध्यम से पुलिस की गतिविधियों पर नजर रख रहा था. बुधवार को वह ओरमांझी थाना क्षेत्र के पांचा गांव में अपने एक दोस्त के घर पर रुका था. वहां से निकलने के लिए एक ऑटो में सवार होकर भाग रहा था. इसकी गुप्त सूचना एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को मिलने के बाद ही बेलाल को दबोच लिया गया.
तीन जनवरी को मिली थी युवती की सिर कटी लाश
तीन जनवरी को जीरावार पलाश पतरा जंगल में युवती का सिर कटा शव बरामद किया गया था. चान्हो के चटवल में रहने वाले सुफिया के माता-पिता से डीएनए मैच कराने की प्रक्रिया जारी है. रिपोर्ट आने के बाद ही सुफिया की स्पष्ट पहचान होगी. इसके बाद उसका शव परिजनों को सौंपा जाएगा. युवती का सिर खोजने के लिए 400 पुलिसकर्मियों को जंगल में लगाया गया था. पुलिस मुख्यालय की ओर से पुलिस को मात्र 15 दिन का ही समय मिला था, लेकिन पुलिस ने 12 दिन के अंदर ही पूरे मामले का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.