रांची: कांके थाना क्षेत्र के रिंग रोड संग्रामपुर में लॉ कॉलेज की छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले में बहस पूरी हो गई है. बचाव पक्ष की ओर से डीएनए रिपोर्ट को गलत माना है. साथी बचाव पक्ष की ओर से कहा गया है कि 10 आरोपियों का डीएनए टेस्ट किया गया, जबकि 4 लोगों का ही डीएनए टेस्ट अदालत में पेश किया गया.
वहीं, पीड़ित ने 12 लोगों की पहचान की थी. मामले की सुनवाई प्रधान न्यायायुक्त नवनीत कुमार की अदालत में डे-टू-डे चल रही है. अदालत ने इस मामले में एक आरोपी को जुविनाइल ठहराया है. 11 आरोपियों पर अदालत 20 फरवरी फैसले की तारीख मुकर्रर करेगी.
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एक आरोपी अमन उरांव नाबालिग
बता दें कि सामूहिक दुष्कर्म मामले में 12 आरोपियों में से एक आरोपी अमन उरांव को जुवेनाइल मानते हुए अमन उरांव की केस से संबंधित रिपोर्ट जेजेबी को भेज दी है. अब मामले में 11 आरोपियों पर अदालत अपना फैसला सुनाएगी. कांके थाना क्षेत्र के संग्रामपुर गांव निवासी सुनील मुंडा, कुलदीप उरांव, सुनील उरांव, संदीप तिर्की, अजय मुंडा, राजन उरांव, नवीन उरांव, पसंद कच्छप, रवि राव, रोहित उरांव, ऋषि और अमन उरांव का नाम शामिल है.
तीन महीने के अंदर फैसला सुनाना है
इसमें सुनील मुंडा के पास से ही हथियार और छात्रा का मोबाइल बरामद किया गया था. इस वजह से उस पर अलग से आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज कराया गया है. मामले में आरोपी अमन उरांव को अदालत ने जूविनाइल ठहराया है. लॉ कॉलेज की छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार मामले में 12 आरोपी ट्रायल फेस कर रहे हैं. झारखंड हाईकोर्ट के आदेश पर तीन महीने के अंदर मामले की सुनवाई पूरी कर फैसला सुनाया जाना है.
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28 नवंबर 2019 की घटना
बता दें कि बीते 28 नवंबर को कांके थाना क्षेत्र के संग्रामपुर में लॉ कॉलेज की छात्रा के साथ 12 लोगों ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया था. इस मामले में बीते 6 जनवरी को आरोप गठित किया गया था.