रांची: झारखंड गठन के बाद से एचईसी के लेनिन हॉल में अब तक चली विधानसभा की कार्यवाही 26 मार्च को यादगार पल के रूप में इतिहास के पन्नों में समा गई. उम्मीद की जा रही है कि धुर्वा के कूटे में करीब-करीब बनकर तैयार नए विधानसभा भवन में अब अगला सत्र नई सरकार के गठन के साथ शुरू होगा.
'सीएम गंभीर नहीं'
इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि लेनिन हॉल में बतौर मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष के रूप में जनता के लिए काम करते हुए बहुत कुछ सीखा. उन्होंने लेनिन हॉल को सैल्यूट भी किया. इसी दौरान हेमंत सोरेन ने सत्र के अंतिम सेशन में मुख्यमंत्री रघुवर दास के अनुपस्थित रहने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राज्य की जनता को समझना चाहिए कि झारखंड के मुख्यमंत्री जनता के इस मंदिर को लेकर कितने गंभीर हैं.
'सत्ता पक्ष हमेशा राजनीति करता रहा'
उन्होंने कहा कि इस अंतिम सेशन में मुख्यमंत्री को भी होना चाहिए था. हेमंत सोरेन ने कहा कि विपक्ष ने हमेशा सकारात्मक भूमिका निभाई, लेकिन सत्ता पक्ष हमेशा राजनीति करता रहा.
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'ये दिन यादगार रहेगा'
वहीं, दूसरी तरफ सत्ता पक्ष के सचेतक राधा कृष्ण किशोर ने भी कहा कि सत्र का दिन यादगार रहेगा. क्योंकि अब इस लेनिन हॉल के बजाय नए विधानसभा भवन में नई सरकार के गठन के साथ सेशन शुरू होगा. राधा कृष्ण किशोर ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि पिछले पांच वर्षों में विपक्ष की जिद के कारण सदन की कार्यवाही लंबे समय तक बाधित होती रही, जो नहीं होना चाहिए था.