रांची: जुलाई में ही रिम्स के मेडिसिन विभाग के हेड बने प्रख्यात फिजिशियन डॉ. उमेश प्रसाद का आज (14 अगस्त) सुबह निधन हो गया है. डॉ उमेश प्रसाद मल्टीपल मायलोमा (एक तरह का कैंसर) नामक खतरनाक बीमारी से जूझ रहे थे. करीब एक माह पहले ही उनमें इस बीमारी की पहचान हुई थी. डॉ उमेश प्रसाद हमेशा ही सुर्खियों में रहते थे क्योंकि वह बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव का रिम्स में इलाज कर रहे थे. उमेश प्रसाद की वरिष्ठता को देखते हुए प्रबंधन सम्मान देगा. 12:00 बजे उनके पार्थिव शरीर को रिम्स में लाया जाएगा और सभी चिकित्सकों सम्मान के साथ अंतिम विदाई देंगे.
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पदभार ग्रहण करने के बाद डॉ. उमेश प्रसाद ने वरीय डॉक्टरों के साथ बैठक की थी और कहा था कि मेडिसिन विभाग पहुंचने वाले हर मरीज को समय पर इलाज मिलना चाहिए. क्योंकि वही सबसे जरूरी है. डॉ. उमेश प्रसाद ने उस समय कहा था कि यहां से पढ़कर कैसे सर्वश्रेष्ठ डॉक्टर बनें. लालू प्रसाद के इलाज को लेकर ईटीवी भारत के सवाल पर डॉ. उमेश प्रसाद ने कहा था कि लालू प्रसाद जैसे जन नेता का इलाज करना गर्व की बात है. उन्होंने बताया था कि कैसे लालू प्रसाद जैसे बड़े शख्स का इलाज करने के दौरान कई दफा उनकी खराब तबीयत को लेकर चिंता होती थी. डॉ. उमेश प्रसाद ने कहा था कि अभी भी उनकी बात लालू प्रसाद से होती रहती है.
कौन थे डॉ. उमेश प्रसाद
डॉ. उमेश प्रसाद रिम्स के मेडिसीन विभाग के एचओडी थे. रिम्स से 1982 में MBBS की डिग्री हासिल की थी. 1986 में DTM & H और 1988 में मेडिसिन में मास्टर डिग्री हासिल करने के बाद तत्कालीन बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग में भी उन्होंने कई साल तक सेवा दी थी. पटना के मनेर में सालों पहले दी गई उनके सेवा को आज भी लोग याद करते हैं. जब वह दियारा इलाके में भी मरीजों की सेवा करने पहुंच जाते थे.
पिता की 'कुर्सी' मिली
आज रिम्स के जिस मेडिसिन विभाग के एचओडी के पद पर डॉ. उमेश प्रसाद थे. उसपर 09 अक्टूबर 1962 से 15 सितंबर 1981 तक उनके पिता डॉ. ब्रह्मेश्वर प्रसाद बैठे थे. डॉ. ब्रह्मेश्वर प्रसाद न सिर्फ रांची में बल्कि तत्कालीन बिहार में काफी ख्यातिप्राप्त चिकित्सक माने जाते थे.
लालू प्रसाद करते थे डॉ. उमेश प्रसाद पर भरोसा
बीमार लालू प्रसाद जब रिम्स में भर्ती थे तब उनका ब्लड शुगर काफी बढ़ा हुआ था और वह इंसुलिन का इंजेक्शन लेने को तैयार नहीं थे. सूत्र बताते हैं कि वर्षों पहले किसी डॉक्टर ने ही लालू प्रसाद को इंसुलिन से दूर रहने को बता दिया था. ऐसे में जब लालू प्रसाद की किडनी मधुमेह के चलते डैमेज होता जा रहा था और इंसुलिन जरूरी हो गया था तो डॉ. उमेश प्रसाद ने ही काफी समझा कर लालू प्रसाद को इंसुलिन लेने के लिए तैयार किया था. जानकार बताते हैं कि आज भी अपने स्वास्थ्य को लेकर प्रसाद डॉ. उमेश प्रसाद से बात करते रहते थे.
लालू प्रसाद भी डॉ. उमेश प्रसाद के निधन से मर्माहत
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद अभी दिल्ली में बड़ी बेटी राज्यसभा सांसद मीसा भारती के आवास पर रह रहे हैं. डॉ. उमेश प्रसाद के निधन की सूचना से वह मर्माहत हैं और दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को दुख की इस घड़ी में साहस और शक्ति देने की प्रार्थना की है.
रिम्स परिवार में शोक की लहर
डॉ. उमेश प्रसाद के निधन से चिकित्सा समुदाय और रिम्स परिवार में शोक की लहर है. रिम्स निदेशक, अधीक्षक सहित सभी डॉक्टरों ने डॉ. प्रसाद के निधन पर शोक व्यक्त किया है.